Young Indian boy surprised
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उसने मुझे सेक्स करने के लिए पैसे ऑफर किए!

अवीव को लगा था कि शुक्रवार की उस रात को वो अपने दोस्त के साथ पार्टी में खूब मज़े करने वाला हैI लेकिन उसे यह नहीं पता था यह 'मज़ा' कितना अलग साबित होगाI उसने अपणी अजब गज़ब कहानी हमारे साथ शेयर की।

अवीव (परिवर्तित नाम) २४ वर्षीय मॉडल है जो दिल्ली में रहता हैI

फंस गया

उस दिन शुक्रवार था और मैं अपने हॉस्टल के कमरे में टीवी देखता हुआ आने वाले वीकेंड को कोस रहा था, क्योंकि एक बार फ़िर मेरे पास बाहर जाने और घूमने-फिरने के पैसे नहीं थेI मेरे दोस्त चार्ल्स (परिवर्तित नाम) ने मुझे फ़ोन कर यह ज़रूर कहा था कि वो आएगा लेकिन ऐसा वो हमेशा कहता था और आता कभी नहीं था तो जब मैंने उसे देखा तो हैरानी ज़रूर हुई थीI

"तूने पार्टी में चलना है?" चार्ल्स ने मुझसे पूछाI वो काफ़ी बन-ठन कर आया था तो शायद वो कोई शानदार पार्टी में जा रहा थाI वैसे भी मैं चार्ल्स को हमेशा मना कर देता था और इस बार नहीं करना चाहता थाI मैं अभी सोच ही रहा था कि चार्ल्स की आवाज़ मेरे कानो में पड़ी, "हाँ करने से पहले मैं एक चेतावनी दे देना चाहता हूँ कि यह कोई सामान्य पार्टी नहीं हैI" तो मेरे पास दो विकल्प थे, एक तरफ था मेरे हॉस्टल का गन्दा कमरा और टीवी पर आने वाले बकवास कार्यक्रम और दूसरी तरफ़ थी एक पार्टी जो शायद बेहद शानदार होने वाली थीI

जैसे ही हम नीचे उतरे मुझे आभास हो गया था कि कुछ तो गड़बड़ हैI चार्ल्स हमेशा भाड़े की टैक्सी में आता था लेकिन आज बी.एम्.डब्लू में आया था वो भी ड्राइवर के साथI "तेरे घर में बीमर (बी,एम्.डब्लू. का एक और नाम) कहाँ से आ गयी?" लेकिन मेरे इस सवाल पर वो सिर्फ़ मुस्कुरा दिया और उसने मुझे अपने फ़ोन पर संगीत चलाने को कहाI

पूरे रास्ते वो मेरे सवालों का सही जवाब देने से कतराता रहा, तब भी जब हम शहर के एक समृद्ध हिस्से में स्थित एक घर के अंदर घुस रहे थेI उस घर की पार्किंग में एक से एक महंगी गाड़ियां खड़ी हुई थीI "अरे भाई कुछ नहीं है, तू अंदर तो चल!" चार्ल्स ने मुझे समझाते हुए कहा और मेरी तरफ़ वाला दरवाज़ा खोल दियाI तब तक शायद वैसे भी बहुत देर हो चुकी थीI

पहला परिचय

घर बहुत अच्छा था, और वहां उससे भी अच्छा संगीत बज रहा थाI वहाँ लड़को की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक थी, जो बात मेरे लिए थोड़ी संदिग्ध थीI पार्टी में मौजूद सभी लड़के मेरी उम्र के प्रतीत हो रहे थे लेकिन महिलाएं बड़ी उम्र की लग रही थी, शायद 35 से ऊपर रही होंगीI मुझे लगा थोड़ी देर रुक कर देखना चाहिए कि आखिर माजरा क्या है और मैं चार्ल्स के साथ बार की तरफ़ चल पड़ाI

दो-चार पैग के बाद चार्ल्स वहां से चला गयाI मैं इस सोच में पड़ गया कि इतनी शानदार पार्टी में मुझे पहले किसी ने क्यों नहीं बुलायाI मैं इतनी गहरी सोच में था कि मुझे पता ही नहीं चला कि चार्ल्स कब वहाँ आकर खड़ा हो गया और वो भी दो लड़कियों के साथI उनमे से एक शायद चार्ल्स को पहले से जानती थी, उसने अपना हाथ चार्ल्स के कंधो पर डाला हुआ थाI उसने मेरा परिचय साशा से करवाया और उसके बाद अपनी दूसरी दोस्त के साथ वहाँ से चला गयाI

साशा (परिवर्तित नाम) बेहद खूबसूरत थीI वो दिखने में मुझसे बड़ी भी लग रही थीI हमने थोड़ी बातें की और थोड़ी और दारु पी, और उसके बाद उसने प्रस्ताव रखा कि हमें ऊपर चलना चाहिएI दारु की वजह से मेरा भी सर घूम रहा था और मुझे ताज़ी हवा की ज़रुरत थी, इसलिए मुझे हाँ करने में कोई संकोच नहीं थाI साशा ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे सीढ़ियों से ऊपर एक कमरे में ले गयीI उस कमरे में और कोई दरवाज़ा नहीं थाI मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि यह सब हो क्या रहा है कि तभी साशा ने मुझे अपनी और खींचा और कामोत्तेजक आवाज़ में पूछा "तो कितनी कीमत देनी पड़ेगी मुझे?" उसका मुखौटा उतर चुका था और मुझे भी सब समझ आ गया थाI

तनावपूर्ण क्षण

मेरा दिल बैठ गया थाI अब सब साफ़ हो गया था - चार्ल्स का बातें छुपाना, बी.एम्.डब्लू, यह घर, लंबी-लंबी गाड़ियांI मेरे दिमाग में उन सारे पलों की एक फ़िल्म सी चल रही थी जब मैंने अपने कॉलेज की उन लड़कियों के बारे में असभ्य बातें कही थी जिनके बारे में अफवाह थी कि वे गलत कामो में लिप्त थीI आज मैं भी अपना शरीर बेचने जा रहा थाI क्या लड़के भी ऐसा करते थे? मैंने ऐसा पहले कभी क्यों नहीं सुना? क्या यही वजह थी कि चार्ल्स के पास हमेशा बाहर घूमने-फिरने के पैसे होते थे? "चार्ल्स! मैं तुझे जान से मार दूंगा"I

वो तीन सेकंड एक घंटे के समान लग रहे थेI साशा को भी पता चल गया था कि मेरा दिल ज़रुरत से ज़्यादा तेज़ धड़क रहा हैI मैं बेहद घबरा गया थाI "पहली बार है शायद"? साशा के सवाल से साफ़ था कि मेरा डर मेरे चेहरे पर भी झलक चुका था, जवाब में मैं सिर्फ़ मुस्कुरा भर दिया थाI उसने मेरा हाथ अपने हाथ में लिया और अपने साथ मुझे बिस्तर पर बिठा कर कहा, "क्यों ना हम सब कुछ भूल जाएँ और सिर्फ़ इस पल का आनंद उठाएं?"

मेरा दिमाग ज़ोर से चिल्लाकर ना कहना चाहता था लेकिन जब उसने मेरा हाथ अपने ब्लाउज पर रखा तो मेरी उँगलियों ने अपने आप उसके ब्लाउज के हुक खोलने शुरू कर दिए थेI मेरा शरीर मुझे धोखा दे रहा था, "चार्ल्स तू नहीं बचेगा"I मैंने धीरे से यह बड़बड़ाया और उसके बाद मुझे कुछ याद नहींI

आप अवीव की स्थिति में होते तो क्या करते? वहां से भाग जाते या उस परिस्थिति में जकड़ के रह जाते? अपने विचार नीचे लिखकर या फेसबुक के ज़रिये हमें बताएंI अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो हमारे फोरम जस्ट पूछो का हिस्सा बनेंI

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

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