सेक्स के दौरान 'परर्फोमेंस' से डरते हैं?
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सेक्स के दौरान 'परर्फोमेंस' से डरते हैं?

विक्की और ईशा की नयी नयी शादी हुई है और दोनों एक दुसरे के प्यार में पागल हैं। शादी से पहले उनके बीच एक खूबसूरत रिश्ता था और उन्होंने कुछ महीनों तक डेट भी किया था। लेकिन शादी के बाद दोंनो की लाइफ में एक स्ट्रेस है - विक्की को पहली रात यानि सुहागरात वाले दिन सेक्स के दौरान इरेक्शन ही नहीं हुआ यानी विक्की का पेनिस खड़ा नहीं हुआ। ऐसा क्यों हुआ? ज़रा इस आर्टिकल में पढ़ते हैं डिटेल में थोड़ा।

पहली रात

बात उस रात की है जब विक्की अपने कपड़े उतारकर अपनी पत्नी ईशा के बगल में लेटने वाला था। उसने खुद को एक अजीब-सी चुनौती का सामना करते हुए पाया। उसके लिंग में इरेक्शन नहीं हो रहा था। उसने कुछ समय लिया और फोरप्ले पर फोकस किया लेकिन वो सेक्स के लिए बहुत घबराया हुआ था। पंद्रह मिनट तक चूमने और और बहुत सी क्रियाओं के बाद भी विक्की को इरेक्शन नहीं हुआ। उसे शर्मिंदगी महसूस हुई और उसने बहाना बनाया कि वो शादी के रीति रिवाज़ कर कर के थक गया है और करवट लेकर सो गया।

आख़िरकार वे दोनों इस खास रात की योजना कई हफ्तों से बना रहे थे और लगभग हर दिन फ़ोन पर इसके बारे में बातें करते थे।

यहां तक कि एक दिन उसने ईशा के बारे में सोच कर मास्टरबेट भी किया और उस दिन उसका इरेक्शन भी ठीक था, लेकिन आज जब उसे अपने लिंग को खड़ा करने की ज़रूरत है, तो यह खड़ा ही नहीं हो रहा है! उसके मन में अजीब से ख्याल आने लग गए।  कहीं उसे कोई बीमारी तो नहीं? 

आखिर क्या हुआ?

ना केवल विक्की बल्कि अधिकांश लोग इस समस्या का सामना करते हैं, जिन्हें सेक्स करने से पहले थोड़ा डर लगता है । सेक्स के बारे में सोच कर डरना आजकल कई लोगों की दिक्कत है और यह महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित करता है। जब हम सेक्स करने वाले होते हैं, तो घबराहट, डर या अपने ऊपर थोड़े शक्क की भावना उत्पन्न हो सकती है जिसको लेकर सेक्स करना मुश्किल हो जाता है। इस प्रॉब्लम को परफॉरमेंस एंग्जायटी या अपनी सेक्स करने की क्षमता पे कॉन्फिडेंस न होना कहते हैं।  

ऐसा क्यों होता है?

1. बड़ी बड़ी उम्मीदें: समाज और यहां तक कि बॉलीवुड, अक्सर सेक्स को आदर्श के रूप में पेश करते हैं- हीरो घूंघट उठाता है, हीरोइन शरमा जाती है और वे मस्त वाला सेक्स करते हैं! यह सब बिना किसी टेंशन के और सहज तरीके से हो जाता है।  लेकिन क्या यही हकीकत में भी होता है? हमेशा नहीं!

2. जज किये जाने का डर: हमारे पार्टनर द्वारा जज किये जाने का डर या तुलना करने का डर चिंता पैदा कर सकता है। विक्की को डर था कि अगर वो अच्छा सेक्स नहीं कर पाएगा तो ईशा की क्या प्रतिक्रिया होगी? लेकिन वो इस असलियत को भूल गया कि यह सिर्फ ईशा का ही पहली बार नहीं था बल्कि उसका भी पहली बार था। इसका मतलब यह नहीं है की सब कुछ परफेक्ट हो।  

3. परर्फोंमेंस करने का प्रेशरः अपने पार्टनर को संतोष देना और केवल सेक्स को ही सबकुछ मान लेना बैचेनी को जन्म दे सकता है।

4. शरीर को लेकर चिंताः किसी के शरीर से जुड़ी चिंताएं (जैसे- मेरे जांघ बहुत पतले हैं, मेरे स्तन बहुत छोटे हैं, मेरी त्वचा का रंग गहरा है आदि) भी सेक्स के दौरान मिलने वाली खुशी को कम कर सकती है।

क्या क्या दिक्कतें आ सकती हैं? 

सेक्स के दौरान परर्फोमेंस की चिंता कई तरह की शारीरिक और भावनात्मक प्रतिक्रियाओं को जन्म दे सकती है। पुरुषों में अकसर इस दौरान इरेक्शन को पाने और उसे लंबे वक्त तक बनाए रखने में दिक्कत होती है, जैसा कि विक्की के मामले में हुआ। महिलाओं में योनि में नमी की समस्या हो सकती है और सेक्स करने की इच्छा में कमी आ सकती है। ये सारी चीजें बार-बार एक तरह का माहौल बनाती हैं, जिससे ये परेशानियां खत्म होने की बजाय बढ़ती चली जाती हैं।

साइकिल को तोड़ना

अच्छी बात यह है कि सेक्स के दौरान परर्फोंमेंस करने की चिंता अच्छे सेक्स में बाधा नहीं बनती है। यहां बताया गया है कि आप इन तरीकों से कैसे कम कर सकते हैं:

1. खुल कर बात करेंः विक्की का अनुभव अलग हो सकता था अगर वो और ईशा खुलकर अपने मन की बात करता। उसे बस इतना कहना था - 'अरे ईशा, यह मेरा पहला बार है और मैं घबरा रहा हूं!' डर और असुरक्षाओं के बारे में ईमानदारी से बातचीत दोनों को एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकती है।

2. असल उम्मीदेंः यह समझना ज़रूरी है कि कोई परफेक्ट नहीं होता है और हर किसी का सेक्सुअल एक्सपीरियंस अलग होता है।  बेस सेक्स करने से पहले इसके परफेक्ट होने के प्रेशर से दूर रहने होगा।

3. कनेक्शन पर फोकस करेंः अपने फोकस को परर्फोमेंस से हटाकर भावनात्मक जुड़ाव और एक-दूसरे की खुशी से जोड़ने की कोशिश करें, इससे आपकी बैचेनी कम हो सकती है। विक्की और ईशा को एक दूसरे के साथ बात करनी चाहिए थी, एक दूसरे के शरीर के अंगों के बारे में जानना चाहिए था।

4. खुद को स्वीकारेंः अपने आप से प्यार करें और अपनी बॉडी को जैसी है, वैसी ही स्वीकार करें! आपकी त्वचा, आपकी लंबाई, ये सब आपकी ही हैं। अगर आप किसी खास रंगत के साथ जन्मे हैं, तो आप ऐसे ही बने हैं और यही अच्छा है। यह मत सोचें कि काश आपके ब्रैस्ट का साइज थोड़ा बड़ा होता, या आपकी लंबाई ज्यादा होती बल्कि अपने सकारात्मक चीजों पर फोकस करें। आपके पास अच्छे बाल हो सकते हैं, एक अच्छी सुरीली आवाज हो सकती है। उन चीजों पर फोकस करें, जो आपको खुश करती हो और समझें कि कोई भी परफेक्ट जन्म नहीं लेता।

5. किसी पेशेवर से सलाह लेंः अगर आपकी परर्फोमेंस की बैचेनी नहीं जा रही और यह आपके सेक्स जीवन को प्रभावित कर रही है, तो किसी डॉक्टर या पेशेवर से सलाह लें।

विक्की और ईशा की कहानी 

सेक्स के दौरान परर्फोमेंस को लेकर बैचेनी होना एक आम बात है लेकिन इसे बातचीत के जरिए खत्म किया जा सकता है। विक्की ने ईशा के साथ अपनी बैचेनी को शेयर किया और दोनों ने एक दूसरे को समझा। ईशा ने विक्की को अच्छा महसूस करवाया और बताया कि उन दोनों का रिश्ता परमानेंट है। दोनों ने सेक्स से ज्यादा एक दूसरे पर ध्यान देने का निर्णय लिया। 

दोनों ने एक साथ बात करना शुरु किया, जिससे विक्की को अच्छा महसूस हुआ। ईशा हर मुश्किल में उसके साथ रही और उसे महसूस कराया कि एक दूसरे के साथ समय बिताना दोनों को और करीब ला सकता है। कुछ ही हफ्तों के बाद विक्की की इरेक्शन की परेशानी दूर हो गई और दोनों के बीच का प्यार भी गहरा हो गया।

तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।नाम बदल दिए गए हैं।  

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