Falling in love (with myself)
HalfPoint/Westend61

खुद से मोहब्बत होना

द्वारा Rising Flame फरवरी 24, 10:10 पूर्वान्ह
‘हे ब्यूटीफुल’ जैसे मेसेजेस से दिन की खूबसूरत शुरुआत होना, विडिओ कॉल पर निहारे जाना, वो भी जब मैंने ठीक से काजल तक न लगाया हो... मुझे खुद से प्यार होने लगा था’... जब आप किसी डिसेबिलिटी के साथ जीते है, तो आप चाहते हैं कि आपकी जिन्दगी में कोई ऐसा आये जो आपको आपकी डिसेबिलिटी के साथ प्यार करें, ना की उसके बावजूद। श्वेता ने राइजिंग फ्लेम के साथ अपनी कहानी साझा की।

एक बहुत ही कमाल की व्यक्ति होने के साथ, श्वेता एक एमबीए, एक लेखक और एक डिसेबिलिटी एक्टिविस्ट है। उनकी कॉमेडी से टक्कर भी कुछ वैसे ही हुई, जैसे की बैसाखियों के सहारे चलते, अक्सर और बहुत सी चीज़ों से होती आयी हैं। अपनी कोशिशों के ज़रिये वो लोगों के मन, इमारतों और जिंदिगियों में अभिगम्यता और समावेश लाना चाहती हैं।

समय पर स्वाइप

ये सब लगभग एक साल पहले इसी समय शुरू हुआ था। वह लड़का, जिसके कारण मैं अपने बारे में अलग सा फील करने लगी थी, उस पर लेफ्ट स्वाइप करने ही वाली थी, कि मेरी नज़र उसकी प्रोफाइल पर गई - ‘एबीसी/एक्सवाईजेड/फेमिनिस्ट...’ 

‘फेमिनिस्ट...हाँ’, मैंने बुदबुदाया। ‘पक्का, ये ज़्यादा स्वाइप्स के लिए लिखा हैं! चलो, कुछ मज़ा लिया जाये’, मैने खुद से कहा।  

आगे क्या हुआ? इस के लिए तो एन्ड तक आपको मेरा साथ देना पड़ेगा। लेकिन, हाँ रिकॉर्ड के लिए जान लीजिये, वो वाकई में फेमिनिस्ट निकला!

इस वक़्त तक मैंने इस दुनिया के साथ छुप्पन-छुपाई खेलना बंद कर दिया था...वही दुनिया जो रोज़ मुझे पराया सा फील कराती। मैंने डेटिंग एप्स पर अपनी बैसाखियों के साथ फोटो लगाना शुरू किया। और डेटिंग की इस डरावनी दुनिया में अपनी डिसेबिलिटी को खुल कर अपनाने लगी। 

एप्प पर मैच होने के बाद हमने बातचीत उसी मुश्किल मुद्दे से शुरू की और उसने वही घिसीपिटी लाइन बोली, ‘क्या हम सब किसी न किसी लिहाज़ से डिसेबल्ड नहीं हैं…?’  

मगर फिर उसने कहा की डिसेबिलिटी को लेकर हमारी समझ हमारी कंडिशनिंग पर निर्भर करती हैं। मैंने भी बताया की सक्षमतावाद (डिसेबल्ड लोगो के साथ किया जाने वाला भेदभाव) मेरी ज़िन्दगी को कैसे इम्पैक्ट करता हैं। उसने मेरी बात धैर्य सुनी। उसने मुझे ‘अनमैच’ नहीं किया। वह ठहर गया - और बातचीत के लिए ।

एक अनूठे मगर टेढ़े संबंध की शुरुआत 

कुछ दिनों तक मैसेज के आदान प्रदान के बाद आखिरकार उसने मुझसे पूछ ही लिया कि क्या मैं उससे मिलना चाहूंगी? तब तक पर मैं इतनी सेल्फ कॉंफिडेंट नहीं हुई थी। मैंने तुरंत जवाब दिया, ‘मैं तो चाहती हूं, पर क्या तुम श्योर हो?’ 

उसने कहा,‘बिलकुल! तुम इतनी सुंदर और फनी हो!’ 

अतीत के अनुभवों ने मुझे सिखाया था कि किसी की ऐसी बातों पर जल्दी यकीन नहीं करना चाहिए। लेकिन इस बार कुछ अलग ही महसूस हो रहा था। उसकी ईमानदारी पर कुछ कुछ भरोसा हो रहा था।

ये कहना बिलकुल भी अतिशयोक्ति नहीं होगी कि पहली बार कोई ऐसा मिला था, जो मेरी डिसेबिलिटी के बारें में जानता था और मुझे खूबसूरत कह रहा था। और वाकई में कह रहा था। उसे एक पारम्परिक रूप से डिसेबल्ड महिला को खूबसूरत कहने में कोई संशय नहीं था। ‘वाह, मैं वास्तव में एक ऐसे लड़के से बात कर रही हूं जो जानता है कि वह क्या चाहता है!' 

मैंने बच्चों जैसे ख़ुशी के साथ ये बात अपनी थेरेपिस्ट को बताई, तो उन्होंने कहा कि सक्षमतावाद का यही असर होता हैं। आप अपनी अहमियत पर खुद सवाल उठाने लगते हैं और अपने साथ हो रही अच्छी चीज़ पर शक करने लगते हैं।

हम मिले और हमारी पहले डेट (कहें तो) अच्छी गुज़री। वो बुद्धिमान था और उसकी आत्मीय मुस्कुराहट मेरे गालों पर लाली ले आती थी। उसकी प्यारी मधुर आवाज मेरी घबराहट दूर कर देती। वह शानदार गायक है। उसने कुछ गीत भी गाए जो स्पेशल मेरे लिए ही रिकॉर्ड किये थे। इन सबके बीच-बीच में उसके जोक्स इतने मज़ाकिया थे की मैं रह रह कर हँस देती।

वह मुझसे मिलने से पहले थोड़ा नर्वस था। मुझे ये बात काफी क्यूट लगी। हमने डिसकस किया की कैसे कंडीशनिंग और स्टीरियोटाइपिंग की वजह से हम ऐसी बहुत सी बातें कह जाते हैं, जो हम शायद कहना भी नहीं चाहते। तो बातों बातों में जब उसने मुझे रॉकस्टार कहा तो मैंने उसे टोका। निश्चित रूप से उसने फिर ऐसा कभी नहीं बोला। 

कुछ सप्ताह के अंदर ही हमने प्रोपर डेटिंग शुरू कर दी। हमारी रिलेशनशिप परफेक्ट नहीं थी। पर मैं यहां कोई मसाला मूवी जैसी बातें करने नहीं आयी हूँ, बल्कि वो बताना चाहती हूं जो मैंने इस अनोखे मगर टेढ़े रिश्ते में जाना और जो मुझमे में कुछ ऐसे बदलाव लाया, जिनकी ज़रूरत मुझे महसूस भी नहीं हुई थी।

खुद से मोहब्बत होना

जब आप किसी डिसेबिलिटी के साथ जीते हैं, तो आप किसी ऐसे व्यक्ति का साथ चाहते हैं, जो उस कथानक के पार देखें, जो समाज ने आपने लिए चुन रखा हैं। आप किसी ऐसे का साथ चाहते है जो आपको आपकी डिसेबिलिटी के साथ प्यार करें, ना की उसके बावजूद। एम् ने भी वैसे ही किया। उसने मुझे मेरी डिसेबिलिटी को लेकर असुरक्षित महसूस करने पर कभी नहीं सताया। ना ही उसने मुझे अपनी ज़िन्दगी को एक आम तीस-वर्षीय इंसान के जैसे जीने पर चने के झाड़ पर चढ़ाया।

मैं वो हूँ जिसे आप आमतौर पर ओवरवेट कहेंगे। मुझे खुद से नफरत नहीं थी पर अपनी लुक्स से थोड़ी नाखुश जरुर थी। मगर ‘हे ब्यूटीफुल’ जैसे मेसेजेस से दिन की खूबसूरत शुरुआत होना, विडिओ कॉल पर निहारे जाना, वो भी जब मैंने ठीक से मैंने काजल तक न लगाया हो...मुझे खुद से प्यार होने लगा था।

प्यार और अपनापन जताने के इन कुछ मामूली तरीको ने मेरे अंदर सक्षमतावाद वाद की जटिल धारणाओं को चुनौती दी। सीखी हुई बातों को भूलकर फिर से सीखने के उसके सफर ने बहुत कुछ बदला।

कुछ दिनों पहले, जब मैं अपने पुराने दोस्त से बात कर रही थी तो मेरे मुंह से खुद के लिए 'हॉट' शब्द निकला। ऐसे कहने पर पुरानी वाली मुझ ने खुद की खिल्ली उड़ने की चिंता की होती। पर अब मुझे, जिसे अपने पार्टनर से स्वीकृति और अपनापन मिला था, ऐसी कोई भी चीज़ पीछे नहीं खींच रही थी। 

हां, ये अजीब हैं कि मुझे खुद को जानने के लिए, खुद से कम्फ़र्टेबल होने के लिए और डिसेबिलिटी और ब्यूटी को लेकर अपनी धारणाओं को चुनौती देने के लिए एक आदमी की जरुरत पड़ी। पर स्व-प्रेम स्वाभाविक रूप से नहीं आता है, कम से कम इस पूंजीवादी समाज में तो बिलकुल भी नहीं।

इसलिए, इस वेलेंटाइन डे अपने पसंदीदा ब्रांड के बारे में सोचने के बजाय कि कुछ पुरानी बातें भूलें और कुछ नयी सीखें और मेरे साथ दोहराएं - ‘डिसेबल्ड शरीर भी मनोहर और काम्य होते हैं।’ 

मुझे याद हैं मैंने एम को एक बार बताया था कि  ‘कभी-कभी टाइम से वॉशरूम तक नहीं पहुंच पाने की मुझे इतनी टेंशन होती हैं कि मुझे डर लगता हैं मैं अपने कपड़े गीले कर दूँगी -  शिट, मैंने तुम्हे ये क्यों बताया! क्या तुम अब मुझसे ब्रेक-अप कर लोगे?’

उसने मुझे आश्वस्त करते हुए कहा, ‘मैं कहीं नहीं जा रहा हूँ!’ भले ही हमारे रिलेशन ज्यादा दिन नहीं चला पर उसका असर शायद हमेशा रहेगा। अक्षम या नहीं, ऐसे इंसान को ढूंढिए जो आपको तब भी चाहे जब आप अपने पैन्ट्स गीले करने वाले हो! 

लव मैटर्स के सहयोग से राइजिंग फ्लेम प्रेम, अंतरंगता, रिश्तों और अक्षमता पर निबंधों की एक श्रृंखला ला रहा है। ‘दिल-विल, प्यार-व्यार’ अक्षम महिलाओं की आवाज़ को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। कुछ ऐसे कहानियाँ जो शायद ही मुख्यधारा में प्यार पर होने वाली चर्चाओं में शामिल की जाती है। फरवरी में हम डिसेबल्ड महिलाओं द्वारा लिखित चार कहानियाँ प्रकाशित करेंगे, जिससे हमें उनके जीवन में झांककर उनके सपने और प्यार की संभावनाओं की उम्मीद देखने को मिलेगी।

पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है।

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