24 साल की सारा सेरिब्रल पाल्सी से ग्रसित है- एक ऐसी शारीरिक अक्षमता जिसमें व्यक्ति अपने चलने-फिरने और अपने शरीर का सही संतुलन बनाए रखने में असमर्थ हो जाता है।
अपने बारे में ईमानदार रहें
किसी को टिंडर पर डेट करना लेकिन अपनी शारीरिक अक्षमता को छुपाए रखना बहुत गलत है। जिस व्यक्ति से आप बातें कर रहें हैं, उसे आरंभ से ही अपनी शारीरिक अक्षमता के बारे में सब कुछ बताएं। एक बार सारा एक ऐसे व्यक्ति को डेट कर रही थी जो अपनी अक्षमता के बारे में बात करने में झिझकता था। वह उससे मिलने या बातें करने के मुद्दे को लगातार टालता रहा।
आखिरकार उसने यह बताया कि वह सुन नहीं सकता है। सारा समझ ही नहीं सकी कि इसमें छुपाने वाली क्या बात थी। अक्षमता हमारे शरीर का हिस्सा है। लेकिन इसका यह मतलब भी नहीं है कि आप किसी से हमेशा अपनी कमियों के बारे में ही बात करते रहें। याद रखें कि आपकी शारीरिक अक्षमता आपके सम्पूर्ण व्यक्तित्व को तय नहीं करती है। यह बस आपके व्यक्तित्व का एक हिस्सा भर है।
‘दूसरे लोग क्या कहेंगे’, इससे प्रभावित नहीं हों
अगर आप किसी को लंबे समय से डेट कर रहे हैं और अब उससे बाहर मिलने की प्लानिंग कर रहे तो उसे अपनी अक्षमता की वजह से हुई शारीरिक कमी के बारे में ज़रूर बताएं। उन्हें अपनी तरह ही मानसिक रूप से इसके लिए तैयार करें।
सारा एक बार मयंक के साथ डेट पर गई और टेबल पर उससे कॉफ़ी गिर गई। मयंक इससे पैनिक में नहीं आया और उसने उस स्थिति को अच्छी तरह संभाला।
सारा का सुझाव- अगर लोग आपकी टेबल की ओर घूरें तो बहुत ज़्यादा सतर्क नहीं हो जाएँ। इस स्थिति को शांति से संभालें। यह दिलों को जीतने सबसे सही तरीका है। हर किसी के अंदर कोई न कोई कमी होती ही है, दूसरे व्यक्ति को उसे स्वीकार कर सामान्य तरीके से आगे बढ़ना होता है।
आपकी अक्षमता आपके रिश्ते को परिभाषित नहीं करती है
आपका रिश्ता सिर्फ़ आपकी अक्षमता के इर्दगिर्द नहीं आधारित होना चाहिए। आपका इलाज, आपकी दवाएं, डॉक्टर की अपॉइंटमेंट, हर बार आपके साथी से बात करने की वजहें नहीं होनी चाहिए।
उनके जीवन में भी अपनी परेशानियाँ हो सकतीं हैं, आप उन्हें हमेशा अपनी समस्याओं में नहीं उलझाएं।
एक दूसरे का समान रूप से ख्याल करें।
शारीरिक रूप से अक्षम लोगों से डेट करने का यह मतलब नहीं है कि आपको उनकी देखभाल करनी ही है। सामान्यतः वे अपनी देखभाल करने में खुद सक्षम होते हैं। लोग हमेशा यह मान लेते हैं कि यदि एक साथी शारीरिक रूप से सक्षम है तो वह दूसरे अक्षम साथी की देखभाल करेगा। लेकिन यह सही नहीं है। शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति अपने साथी की शारीरिक रूप से देखभाल नहीं कर सके लेकिन उसकी भावनात्मक ज़रूरतों का ख्याल रख सकता है/ सकती है।
सारा मयंक का भावनात्मक सहारा बनी हुई थी जब हाल में ही उसकी नौकरी गई। उसने मयंक के लिए नौकरी के अवसर खोजे और जब भी वह उदास हुआ, उसका दिल अपनी बातों से बहलाया। उसके रेज्यूमे को सुधारा और जॉब इंटरव्यू के लिए भी संभावित प्रश्नों के साथ उसकी तैयारी कराई।
ऐसा नहीं है कि रिश्तों में सिर्फ़ शारीरिक सहारे की ज़रूरत होती है, मानसिक और भावनात्मक सहारा भी उतना ही ज़रूरी है।
पूर्वाग्रहों में यकीन नहीं करें
जब सारा ने मयंक को डेट करना शुरू किया, उसके दोस्तों और रिश्तेदारों ने कहना शुरू किया- कुछ तो गड़बड़ है! क्या मयंक तुम्हारे पैसे के पीछे है? क्या वह किसी और साथी के लायक नहीं है? इन दलीलों की सूची लंबी थी। उसको यह भी सुनना पड़ा कि वह लकी है कि उसे मयंक का साथ मिला।
शारीरिक अक्षमता ही किसी व्यक्ति को नहीं परिभाषित करती है। आप किसी व्यक्ति को प्यार कर सकते हैं उसकी कई अन्य वजहें हैं- जैसे उसका सेंस ऑफ़ ह्यूमर, उसका स्वभाव और अन्य कई कारण। हाँ, यह सही है कि उनके रिश्ते में कई अन्य चुनौतियां हो सकतीं हैं लेकिन वह किसी भी अन्य रिश्ते में हो सकतीं हैं। क्या यह सच नहीं?
जल्दबाज़ी में किसी रिश्ते में नहीं कूदें
सारा और मयंक एक दूसरे को छह महीने से डेट कर रहे हैं। क्या वे इस रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहते हैं? उन्होंने अब तक इस बारे में तय नहीं किया है। वे समय लेना चाहते हैं। यह सुझाव हर रिश्ते पर सटीक बैठता है सिर्फ़ शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति से जुड़े रिश्तों से ही नहीं। किसी भी रिश्ते को प्रेम और विश्वास की नींव पर सींचने के लिए आपको उसे थोड़ा समय देना चाहिए।
किसी पर भी कमिटमेंट के लिए दबाव नहीं डालें। वह व्यक्ति आपसे डर सकता है। उसे हमेशा स्पेस और समय दें ताकि आपके रिश्ते की बुनियाद मज़बूत हो सके।
आत्मविश्वास ही सूत्र है
जब मयंक सारा के साथ बाहर जाता था तो वह उसकी अक्षमता के बारे में सतर्क नहीं रहता था। उसे अपने चुनाव पर भरोसा था। शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को उनके साथ रहना सुखद लगता है जो उनके बारे में आत्मविश्वास से भरे होते हैं। आत्मविश्वास इस बात का कि जिसे उन्होंने चुना है, वह उनके लिए पूरी तरह सही व्यक्ति है। शारीरिक रूप से अक्षम लोग ऐसे लोगों के साथ कभी डेट पर नहीं जाना चाहेंगे जो उनके साथ बाहर जाने में झिझकें।
कल्पना नहीं करें, बात करें, सहमति लें
क्या वह मुझे पसंद करता है? उसे कैसा लगेगा जब मैं उसका हाथ पकड़ूँगा? हम कल्पना करते हैं कि इन सभी प्रश्नों के जबाव हमें खुद मिल जाएं लेकिन ऐसा होता नहीं है। आपको बात करनी होती है, और अपनी साथी की भावनाओं को जानना होता है। सिर्फ़ सोचने से कुछ नहीं होता है।
किसी भी रिश्ते में सबसे ज़रूरी संवाद है। जब आप सामने वाले से सहज बातचीत का रिश्ता कायम कर लेते हैं तो उनसे पूछिए कि क्या वे आपकी ओर आकर्षित हैं? क्या वे आपको किस करना चाहते हैं, हाथ पकड़ना या सेक्स करना चाहेंगे? चीज़ों के बारे में कल्पना करने से अच्छा है, उन पर बात करना।
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पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है और नाम बदल दिए गए हैं।
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लेखिका के बारे में: विनयना खुराना दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में एम.फिल कर रही हैं। उनको सेरेब्रल पाल्सी लेकिन यह उनकी पहचान नहीं है। वह एक लेखिका, कवि और हास्य कलाकार हैं। वह फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर भी हैं।