* 26 वर्षीय राज, पश्चिमी दिल्ली के एक छोटे सैलून में हेयर स्टाइलिस्ट हैं। उन्होंने ‘पार्टनर्स फॉर लॉ इन डेवलपमेंट इंडिया (पीएलडी)’ के साथ अपनी कहानी साझा की।
पहली नज़र में प्यार?
हमेशा की तरह शुक्रवार की शाम भी मैं काम में बहुत व्यस्त था। सैलून में आयी उस नई लड़की को उस दिन मैंने पहली बार देखा। वह बहुत कम बोलती थी और ख़ुद को वहां ढालने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी। उसने हाल ही में काम पकड़ा था।
हमारा एक छोटा सा सैलून था, जहां हर कोई एक दूसरे से परिचित था और हम आपस में खूब हंसी-मजाक किया करते थे।
मैं बहुत खुले दिमाग का हूँ और ख़ूब बातें करता हूँ। मेरे दोस्त मुझे मिस्टर चार्मिंग कहते हैं।
उसका नाम अंजली था। वह शर्मीले स्वभाव की थी और ज़्यादातर अपने काम से ही मतलब रखती थी। शायद उसके इसी गुण के कारण मैं उसकी तरफ आकर्षित था और जल्द ही मुझे यह एहसास भी हुआ कि मैं उसे पसंद करने लगा हूं। मुझे पता था कि मुझे आगे क्या करना है।
उसकी प्रोफाइल खोजा
मैंने उसकी फेसबुक प्रोफाइल खोजी और उसके बारे में जानने के लिए मैं जो कुछ भी कर सकता था, मैंने किया। मैं उसकी ज़िंदगी के बारे में सब कुछ जानना चाहता था - वह कहाँ रहती थी, कहाँ जाती थी, उसे क्या खाना पसंद था, उसके दोस्त कौन थे ..सब कुछ।
सैलून में जिस समय उसका ब्रेक टाइम होता, मैं भी उसी समय अपना ब्रेक लेने लगा। कभी-कभी मैं अंजली के साथ समय बिताने और उसके करीब आने के लिए सैलून में अपने कुछ दोस्तों की भी मदद लेता था।
यहां राज की कहानी उन्हीं की ज़ुबानी सुनिए, जो उन्होंने ‘पार्टनर्स फॉर लॉ इन डेवलपमेंट इंडिया’ के साथ साझा की।
हमारी पहली डेट
अंजली को मेरे साथ बाहर जाने के लिए मनाने में मुझे तकरीबन दो महीने लग गए। हम राजौरी गार्डन में एक नजदीकी मॉल में गए। मैं काफी उत्साहित था। वास्तव में, वह पल ही ऐसा था! हम एक जगह बैठ गए और इससे पहले कि मैं कुछ बोलता, उसने कहा कि हम सिर्फ़ दोस्त रहेंगे।
मैं एकदम चौंक गया! वह बोलती रही, 'देखो, हम साथ काम करते हैं, दोस्ती से ज्यादा कोई और संबंध रखना हमारे लिए ठीक नहीं होगा।
एक पल के लिए मुझे कुछ भी समझ नहीं आया। आज तक मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ थाI एक बार भी ऐसा नहीं हुआ था कि किसी लड़की ने मेरे प्रस्ताव को ठुकरा दिया होI मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि उसकी बातों का क्या जवाब दूँ। इसलिए मैंने कुछ भी नहीं कहा।
फिर से अपनी किस्मत आजमाई
मैं जानता था कि वह बहुत शर्मीली है और मुझे ठीक से समझ नहीं पा रही है। इसलिए मैंने बात आगे नहीं बढ़ायी और उसे पूरा मौका दिया। अगले दिन काम पर हम दोनों ऐसे पेश आए जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं था। कुछ दिनों बाद मैंने फ़िर से उससे बात करने की कोशिश की और इस बार तो उसने अपनी नौकरी ही छोड़ दी!
मेरे कुछ दोस्तों ने बताया कि उसे करोल बाग में किसी सैलून में काम मिल गया है। उसने सिर्फ़ काम ही नहीं छोड़ा बल्कि यहां से जाने से पहले उसने मेरे बॉस से मेरी शिकायत भी की।
इसके बाद मेरे बॉस ने मुझे बहुत परेशान किया। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या अंजलि ने कभी मेरी बातों पर आपत्ति जताई थी। अब जब मैं इसके बारे में सोचता हूं, तो मुझे याद आता है कि वह कई बार वो बात करने में कतरा तो रही थी लेकिन ईमानदारी से बताऊं तो मुझे नहीं लगा था कि वो मुझे मना कर रही हैI
कोई दूसरा मौका नहीं
वह मुझ पर पीछा करने और परेशान करने का आरोप कैसे लगा सकती है? मैंने अपने बॉस को चीज़ें समझाने की कोशिश की। मैंने उन्हें बताने की कोशिश की कि प्रेमी प्रेमिका के बीच इस तरह के छोटे झगड़े और गलतफहमियां होती रहती हैं।
मुझे लगा कि हम दोनों साथ हैं।
मुझे इस बात का सबसे ज्यादा दुख हुआ कि कि अंजली ने मुझे कुछ कहने या अपनी बातों को समझाने का मौका भी नहीं दिया। वैसे भी, मुझे लगता है कि मुझे पछतावा नहीं करना चाहिए क्योंकि वह ख़ुद दूसरों से मतलब नहीं रखना चाहती थी।
गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर / वीडियो में दिख रहे व्यक्ति एक अभिनेता हैं।
क्या अंजलि ने राज की शिकायत करके सही किया? नीचे टिप्पणी करके या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ जुड़कर अपने विचार हम तक पहुंचाएंI यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।