आंटी जी, मुझे मायके की दीवाली याद आती है, लेकिन शादी के बाद सब कुछ बदल गया है। अब अपने नए घर में हूं, जहां सब अपने हैं, पर दिल मायके की तरफ भाग जाता है। पति बहुत प्यार करते हैं, मगर समझ नहीं पाते कि मुझे ये खालीपन क्यों लगता है। क्या ये नॉर्मल है कि नया रिश्ता होते हुए भी मैं अपने पुराने घर को इतना मिस करूं? शोभा, औरंगाबाद
आरव के साथ वक्त बिताते-बिताते कोमल ये भूल गई कि उसकी खुद की भी कोई ज़िंदगी है। पहले वो अपने दोस्तों के साथ वक्त बिताती थी, खुद के साथ समय बिताती और किताबें पढ़ा करती थी लेकिन आरव से मिलकर सब छूट गया लेकिन क्यों कोमल ने खुद को ढूंढ़ा? कोमल (मुंबई) ने हमारे साथ अपनी कहानी साझा की है।
आरव और मीरा काफी अच्छे दोस्त थे या शायद दोस्त से कहीं ज्यादा लेकिन आरव इस रिश्ते को नाम नहीं देना चाहता था और मीरा के लिए ये सबकुछ बहुत जरूरी था। जानें क्या हुआ उनके रिश्ते का अंजाम, जिसे हमारे साथ खुद मीरा ने साझा किया है।
गांव का सीधा-सादा राहुल, दिल्ली की यूनिवर्सिटी और ‘फ्रेंड्स विद बेनिफिट्स’ का चौंकाने वाला सच। जानिए कैसे बदली उसकी सोच और कैसे आया उसके रिश्ते में नया मोड़।
नीरा की ज़िंदगी में प्यार करने वाला पति, सुंदर घर, सजी-संवरी दिनचर्या सबकुछ था लेकिन फिर भी कुछ अधूरा था। अकेलेपन और बोरियत में उसने एक चैट ऐप पर एक नई पहचान बनाई, जहां शुरू हुई एक अनजान रिश्ते की कहानी, जो दिल और जज़्बात दोनों को छू गई।
आंटी जी, मैं बहुत परेशान हूं। ऐसा लग रहा है कि मैं अपनी शादी में सब कुछ अकेले संभाल रही हूं। घर, खाना, ससुराल, काम – हर चीज़ मेरी जिम्मेदारी बन गई है। मेरे पति को समझ ही नहीं आता कि मुझे भी मदद की ज़रूरत है। मैंने 'Mrs.' मूवी देखी, और लगा कि ऋचा की कहानी मेरी ही कहानी है। क्या वाकई रिश्ते ऐसे ही होते हैं? मैं क्या करूं? - सौम्या, समस्तीपुर
मैं थोड़ी कन्फ्यूज़ हूं कि अपने पार्टनर को अपने पिछले रिश्तों के बारे में कितना खुलकर बताऊं या नहीं। क्या इससे हमारे रिश्ते में किसी तरह की दरार तो नहीं पड़ेगी? आंटी प्लीज सलाह दें। अनिका, मेरठ।
मेरा बॉयफ्रेंड और मैं एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। लेकिन हमारे माता-पिता हमारी शादी के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि हमारी कुंडली नहीं मिलती। अब हमें क्या करना चाहिए? - मीनल (24), आगरा।