Jawani Jaaneman review
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दिलफेंक आशिक से डैडी बने जैज की कहानी है जवानी जानेमन

पार्ट टाइम लवर से फुल टाइम डैडी बने 40 साल के जैज (जसविंदर सिंह) की कहानी है फिल्म जवानी जानेमन। फिल्म में पिता और बेटी के बीच उलझे रिश्तों के ताने बाने को बखूबी दिखाया गया है।

फिल्म में सैफ अली खान, अरे वही आपका टिपिकल बिगड़ा मुंडा ( कि अंकल बोलें!) जैज की भूमिका में हैं। जैज आशिकमिजाज और हमेशा पार्टी के मूड में रहने वाला बंदा है जिसे बाल सफेद होने और लाइफ में किसी से कमिटमेंट करने से डर लगता है। फिल्म के एक सीन में जैज कहता है कि , "क्या मैं लगता हूँ अनहैपी मैरिड टाइप ?"  (क्या मैं परेशान शादीशुदा मर्द जैसा लगता हूँ?). 

जैज की लाइफस्टाइल एकदम अलग है : टाइट कपड़े पहनना, वन नाइट स्टैंड करना, शराब पीना और पार्लर जाना (LM को ताज्जुब होता है कि वो काम करते कब हैं)। ये सारी लाइफस्टाइल तब बिगड़ जाती है जब फिल्म में एंट्री होती है 21 वर्षीय टिया (अलाया एफ) की। 

टिया दावा करती है कि वह जैज की बेटी है और जैज ने उसकी मां यानी तब्बू के साथ एक कॉलेज ट्रिप के दौरान ‘संभोग वाला’ रोमांस किया था।

फिल्म में जैज के  कई अच्छे डायलॉग हैं जैसे, "मैं गार्ड के बिना बैटिंग ही नहीं करता जी" (लव मैटर्स की तरफ से एक बड़ा thumbs up!)। जैज टिया के साथ फ्लर्ट करना चाहता है लेकिन जब उसे पता चलता है कि टिया उसकी ही बेटी है तो उसे शॉक लगता है। बाद में मेडिकल टेस्ट से क्लियर होता है कि जैज सिर्फ़ टिया का बाप ही नहीं है बल्कि अब वो नाना भी बनने वाला है, क्योंकि टिया प्रेगनेंट है।

टिया को यकीन है कि जैज एक दिन उसे जरुर एक्सेप्ट कर लेगा लेकिन वो अपनी तरफ़ से कोई दवाब नहीं डालती है। इसलिए वो जैज को कुछ वक्त देती है जिससे उन्हें यह एहसास हो जाए कि “अब वो बाप बन गए हैं”। और इस बीच वो अपने बैचलर दोस्तों के साथ किसी दूसरी जगह रहने लगती है। टिया के इस फ़ैसले का सम्मान करने और उसे अपने पास जबरदस्ती ना रखने के लिए जैज को हमारी तरफ से LM superlike!

जैज के लिए किसी बेटी का पिता बनना आसान नहीं होता है। वह धीरे-धीरे नाइट क्लबों में जाना कम करने लगता है और लाइफ के अगले पड़ाव को अलग नजर से देखने लगता है। टिया जब जैज के मम्मी-पापा और भाई से मिलती है तो उसे खूब सारा प्यार मिलता है और अपनी फैमिली में उसे शामिल करने के लिए वो जैज को थैंक्स बोलती है। वह जैज के साथ ही रहने लगती है और जल्द ही हमारा आशिक आवारा  एक डैडी के रोल में आ जाता है।

हमें जैज और उसके बड़े भाई की नोकझोंक बहुत पसंद आयी। बड़े भैया जैज की टांग खींचने का कोई भी मौका मिस नहीं करते और बिना मांगे सलाह भी देते रहते हैं। दूसरी तरफ टिया की भी अपनी हिप्पी टाइप मां से खूब पटती है जो पूरी फिल्म में हमेशा गांजा (हशीश) रोल करती हुई ‘सुपर से भी ऊपर’ वाले फेज में नजर आती हैं। ड्रग्स वाली बात को अगर इग्नोर कर दें तो ऐसी हिप्पी कैरेक्टर वाली मां किसे नहीं पसंद ।

जैज हमेशा यंग दिखना चाहता है और अपने लुक को मेंटेन रखने के लिए वह रेगुलर अपनी एक दोस्त रिया (कुब्बरा सैत) के सैलून में जाता है। वही उसकी हेयर स्टाइल बनाती है और रोजाना लाइफ कोट्स सुनाती है। उसकी जैज से खूब बनती है, दोनों लगभग एक ही उम्र के हैं और वही उसे आईना (काम और लाइफ दोनों में) भी दिखाती है।

एक रात जैज अधिक शराब पी लेता है और जब उसकी नींद खुलती है तो वह रिया के घर में होता है। इस सीन में रिया उससे अपने दिल की बात कहती है कि वो भी अपनी लाइफ में सेटल होना चाहती है और रोमांस करना चाहती है. बातों बातों में रिया उसे फ्रेंडली हग करती है लेकिन हमारा जैजी बॉय उसके फ्रेंडली हग को गलती से उसके करीब आने का इशारा समझ लेता है और फिर रिया उसे डांटती है। अपनी ग़लती समझ आते ही जैज तुरंत उससे माफ़ी मांगता है। इस सीन के लिए जैज को हमारी तरफ से एक और LM superlike क्योंकि उसे सहमती का मतलब पता है।

LM को सबसे लाजवाब यह लगता है कि हीरो ने अपनी उम्र को शानदार तरीके से प्ले किया है। पढ़ते समय आंखें मलना लेकिन चश्मा ना लगाना ...तो कहीं थोड़ी देर डांस करने में ही सांस फूल जाना ….फिल्म के ये सीन बढ़ती उम्र के असर को बेहतरीन ह्यूमर के साथ दिखाते हैं।

अब बात करते हैं LM lens की ... हमें कौन सी एक चीज अच्छी लगी और कौन सी एक चीज ख़राब लगी:

सिंगल होने को कलंक नहीं मानना चाहिए और ना ही शादी सिर्फ़ इसलिए करनी चाहिए कि "बुढ़ापे में कोई देखभाल करेगा"   हम समझते हैं कि हर किसी को प्यार की ज़रूरत होती है लेकिन सेल्फ पैरेंटिंग भी एक अच्छी चीज है। आखिरकार खुद को प्यार करना ही तो पहला कदम है,  है ना?

हम लव मैटर्स वालों को यह बात बहुत पसंद आयी की किसी बात को लेकर फिल्म में हाय तौबा नहीं की गयी है। शादी से पहले सेक्स या प्रेगनेंसी को बखूबी दिखाया गया है। ‘खानदान का मुंह काला कर दिया’ या ‘लोग क्या कहेंगे’ जैसा कोई मामला ही नहीं है। टिया को अपनी दादी से भी बहुत प्यार मिलता है। एक दूसरा अच्छा उदाहरण कि जैज की मां इस बात से परेशान रहती है कि वो अभी तक सेटल नहीं हुआ और उन्हें ऐसा भी लगता है कि कहीं उनका बेटा गे (समलैंगिक) तो नहीं ? इसके जवाब में जैज अपनी मां से कहता है कि - गे होने में क्या प्रॉब्लम है? जैज के इस डायलॉग को हमारी तरफ से बड़ा वाला LM thumbs up!

रेटिंग: जवानी जानेमन को दुनिया भर में टैबू माने जाने वाले मुद्दे को इतने शानदार तरीके से दिखाने के लिए 3 huge hearts मिलते हैं। हमें अच्छा लगा की जैज को उसका फर्स्ट लव उसकी बेटी के रूप में मिला। एक छोटा  LM monster फिल्म के दूसरे एंगल के लिए, क्योंकि रिया और जैज के रोमांस से हमारा दिल नहीं भरा।

नोट: लव मैटर्स मूवी रिव्यू में फिल्मों का विश्लेषण किया जाता है कि उनमे लव, सेक्स और रिलेशनशिप को कैसे दिखाया गया है। वह फिल्म जिसमें दिखाया हो LM-style romance उसे मिलेंगे LM Hearts! और जिस फिल्म ने खोयी सहमति, निर्णय या अधिकारों की दृष्टि, उसे मिलेगा LM Monster !


 

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