आंटी जी कहती हैं, ओह बेटा, यह तो बहुत पेचीदा मामला है, प्यार भी है और फ़िर पैसों की बातें ...दोनों एकदम अलग हैं।
ठीक नहीं
बेटा श्वेता, मैं तुझे एक मंत्र बताती हूं, दोस्ती और प्यार के बीच पैसे को मत आने दो- यही मेरा सिद्धांत है। यह किसी मुसीबत को दावत देने से कम नहीं है। अगर एक बार ऐसा हो गया ना बेटा, तो इस चक्कर को रोकना मुश्किल होता हैI और अगर परिणाम बुरा हुआ तो यह हमेशा दिल में कांटे की तरह चुभता है। यह कुछ ऐसा हो जाता है कि ना तो आपको कहते बनता है ना सहते बनता है।
दे दो और वापस ले लो
मैं तुझे कुछ नियम बता रही हूं, तू चाहे तो इन पर कर सकती है। क्या तुम दोनों ने ऐसा कुछ सोचा है? उसे पैसों की ज़रूरत क्यों है? अगर वह किसी मुसीबत में है और तुझे इस बारे में पता है कि उसके पास पर्याप्त पैसे नहीं है, तब तो तुझे बिलकुल उसकी मदद करनी चाहिएI तुम दोनों एक साथ हो और ऐसी स्थिति आने पर तू भी तो उससे यही उम्मीद रखेगीI हैं ना?
लेकिन अगर कोई और बात है और उसके बारे में तुझे मालूम नहीं है तो मैं यही कहूंगी कि पहले पता कर लो। वास्तव में, उसे ख़ुद तुम्हें बताना चाहिए और अपनी प्लानिंग में शामिल करना चाहिए। इसके बाद ही तुम्हें पैसे उधार देना चाहिए लेकिन इसे वापस ज़रूर ले लेना।
यदि तूने उसे पैसे देने का फ़ैसला किया है तो उसे लोन के रूप में दो और पूछो कि पैसे कब तक वापस लौटाएगा। कुछ दिन बाद फिर याद दिलाओ और फिर इंतज़ार करो। अगर नियत तारीख पर पैसे नहीं मिलते हैं तो समझो कुछ गड़बड़ है।
बेटा श्वेता, एक बात और पूछना चाहूंगी, क्या यह उसका रोज़ का काम है? मतलब अगर वह ज़रूरत पड़ने पर पैसे मांगता है और फिर लौटा देता हो तो चलो फिर कोई बात नहीं। लेकिन अगर वह आये दिन पैसे की मांग करता है तब तो बेटा मैं यही कहूंगी कि पक्का कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है।
शादी हुई या नहीं?
अब इस मामले में लोगों की अलग अलग राय हो सकती हैं लेकिन वास्तव में यदि आपकी शादी हो गई है तो यहां नियम बदल जाते हैं - जानती हो क्यों? क्योंकि वहां किसी एक चीज़ जैसे कि घर या गाड़ी आदि के लिए दोनों ही पैसा लगाते हैं।
अगर वह आपसे किसी ऐसी चीज़ के लिए पैसा मांग रहा है, जो आप दोनों के लिए ज़रूरी है तो फ़िर इसमें आपका योगदान ज़रूर होना चाहिए। अब यहां पर नियम अलग हो सकते हैं क्योंकि उसे पैसे लौटने ही नहीं हैं.
हालाँकि, यदि आप लिव इन या पार्टनरशिप में हैं तो यह संभव नहीं है। यहां ब्रेकअप के बाद आप अपने पार्टनर से यह नहीं कह सकते कि फलां सामान खरीदने में मैंने जो पैसे लगाए थे उसे वापस करो।
दिमाग लगाओ
दूसरी बात, उसके पास पैसे की कमी क्यों है? अगर ऐसा कुछ है तो उसकी आर्थिक स्थिति पर सवाल उठाओ? क्या वह यह सब सोचता है कि कैसे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाया जाए ? तुम भी उसके लिए इस बारे में कुछ सोच सकती हो।
तुम लड़कियां एक और बेवकूफ़ी यह करती हो कि किसी और से उधार लेकर प्रेमी को पैसे दे देती हैं। तुम्हे क्या लगता है तुमने बड़ा महान काम कर दिया? प्यार में लड़कियां कभी-कभी पागल और मूर्ख हो ही जाती हैं।
श्वेता, और मेरी सभी बेटियों, सच कहती हूं सच का पता लगाना बेहद ज़रूरी है। प्यार और रिश्तों या दोस्ती यारी में पैसा एक ख़तरनाक चीज हो सकती है। इसलिए शुरू से ही इसे अपने बीच ना आने दो।
यदि तुम्हें उधार देना है, तो दिमाग लगाओ और अपने पार्टनर की भावनात्मक बातों को अपने ऊपर हावी मत होने दो। ऐसा कुछ मत होने दो जिससे अपने पैसे वापस मांगने पर हिचक हो और उसे लगे कि तुम्हें उस पर भरोसा ही नहीं है... यही सही तरीका है।
*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं ।
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