तो जाहिर है की कम से कम देखने में तो वो एक दूजे के लिए जैसी जोड़ी बिलकुल नहीं लगती।
लेकिन उनका कहना है की उनकी शारीरक बनावट का उनकी सेक्स केमिस्ट्री पर कोई असर नहीं है। अपने बेडरूम के सच उन्होंने लव मैटर्स के साथ शेयर किये।
वंदना : मैं 22 साल की हूँ और मेरा बॉयफ्रेंड 24 का। हम काफी समय पहले मिले थे जब हम स्कूल में थे।
सौरभ : मैं 1.68 मीटर लम्बा हूँ और मेरा वजन 55 किलो है। वंदना लगभग मेरे जितनी लम्बी है लेकिन 90 किलो की है।
वंदना : बहुत सी लड़कियां मेरे बॉय फ्रेंड की तरफ आकर्षित रहती हैं क्यूंकि उनके शरीर की बनावट बिलकुल छरहरी है और उन्हें खेलकूद में काफी रूचि है। मेरे शरीर की बनावट थोड़ी भरी भरकम है। मेरा वजन थोडा ज्यादा है लेकिन भगवान् की कृपा से मेरा फिगर काफी अच्छा है।
सौरभ : हम 10 आकार वाली जोड़ी नहीं हैं, लेकिन हमें 18 आकार वाला कहा जा सकता है क्यूंकि वंदना उम्र और नीचे से गोल है लेकिन उसकी कमर का आकार बहुत अच्छा है।
वंदना : मेरे बॉयफ्रेंड के शरीर का सबसे आकर्षक हिस्सा? उसके नितम्ब। उनका आकर मुझे बहुत आकर्षित करता है! मेरा सबसे सेक्सी हिस्सा मेरे स्तन हैं।
सौरभ : मेरी आंखें मेरे शरीर का सबसे सेक्सी हिस्सा हैं। मेरी गर्लफ्रेंड के शरीर का सबसे सेक्सी अंश है उनके नितम्ब।
10 बिस्तर पर!
सौरभ : मैं अपने सेक्स जीवन से बिलकुल संतुष्ट और खुश हूँ। मुझे सब कुछ पसंद हैं। बिस्तर पर हम दोनों जंगली जानवर बन जाते हैं। उसके मोटापे से मुझे कोई तकलीफ महसूस नहीं होती। ज़रूरी है वो करना जिस से दोनों को अच्छा लगे।
वंदना : दो लोगों के बीच की केमिस्ट्री सबसे ज़रूरी है। मैं अपने सेक्स जीवन से पूरी तरह खुश हूँ। उसके पतले या मेरे मोटे होने का हम पर कोई फर्क नहीं पड़ता। अच्छी बात ये है की हम एक दुसरे की ज़रूरतें समझते हैं और हर चीज़ के बारे में खुल कर बात कर सकते हैं। बातचीत अच्छे रिश्ते के लिए बहुत ज़रूरी है।
सौरभ : सेक्स की फेवरेट पोजीशन? मुझे डोगी स्टाइल सबसे ज्यादा पसंद है और वंदना को मेरे ऊपर होना सबसे ज्यादा अच्छा लगता है।
वंदना : मुझे अलग अलग प्रयोग पसंद हैं। डोगी सतयले या उनके उप्पर होना मुझे अच्छा लगता है।
सौरभ : हमने अपनी उम्र के हिसाब से काफी प्रयोग किये हैं। अलग अलग पोजीशन और अलग अलग जगह पर सेक्स करके। जैसे की पार्क, समुद्र के किनारे इत्यादि।
वंदना : क्या रूप रंग रिश्ते में मायने रखते हैं? लोग अक्सर कहते हैं की ये काफी महत्व रखता है। लेकिन हर व्यक्ति की अपनी सोच है। सच ये है की मेरे लिए ये ज्यादा महत्व नहीं रखता। मेरे लिए उस व्यक्ति का व्यव्हार और पर्सनालिटी ज्यादा जरुरी है। जैसे की उसका मेरे परिवार और दोस्तन के प्रति व्यव्हार कैसा है...
सौरभ : लुक्स मेरे लिए कोई ख़ास मायने नहीं रखते। मेरे लिए फीलिंग्स का महत्व ज्यादा है। आप किसी बहुत हसीं व्यक्ति के साथ हो सकते हैं, लेकिन यदि आपका सेक्स मज़ेदार नहीं है, आपके बीच बातचीत नहीं है तो उसके सुन्दर होने के बावजूद भी आप दोनों में कोई केमिस्ट्री नहीं हो पायेगी।
वंदना : मेरी बात का निष्कर्ष यही है की रूप रंग ही सबकुछ नहीं है।
सौरभ : सबसे ज़रूरी है की आपका साथी आपका सच्छा दोस्त हो, आपके सुख और दुःख का का पार्टनर फिर चाहे वो मोटा हो या पतला। अगर आपसी केमिस्ट्री नहीं है तो बाकि सब वैसे ही बेकार है।
वंदना और सौरभ नाम असली नहीं हैं।
हमें अपनी प्यार, सेक्स और रिश्तों से जुडी कहानिया बताइए।
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