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Shutterstock/Roman Samborskyi/Person in the photo is a model

ऑनलाइन डेटिंग में सहमति: जानें क्या हैं इसके मायने

टीना और पार्थ महामारी में लॉकडाउन के दौरान एक डेटिंग साइट पर जुड़े और धीरे-धीरे दोनों में खूब बातचीत होने लगी। महीनों तक एक-दूसरे को ऑनलाइन डेट करने के बाद दोनों ने मिलने का फैसला किया। मिलने से ठीक पहले, पार्थ ने टीना को अपने गुप्तांगों की एक फोटो भेजी और पूछा, 'क्या तुम इसे और करीब से देखना चाहोगी?'। टीना बिल्कुल घबरा गई और उसे हर जगह से ब्लॉक कर दिया। उसके साथ क्या गलत हुआ?

बेशक, टीना मिलने नहीं गई। उसने न केवल बातचीत बंद कर दी बल्कि पार्थ से पूरी तरह दूर हो गई। पार्थ को समझ नहीं आया कि जिसके साथ सब कुछ ठीक चल रहा है, अचानक उससे इतनी दूरी कैसे हो गई। वे इतने समय से शरारत भरी बातें कर रहे थे, तो उस एक फोटो से ऐसा क्या गड़बड़ हो गया, उसे इस चीज़ का अंदाज़ा भी नहीं था कि टीना की  सहमति की परवाह ना करना ही मुख्य वजह है।

हमारे देश में सदियों से पॉप संस्कृति, सिनेमा और सामाजिक ताने बाने में 'उसकी ना में है हां' (उसकी ना में हां) माना जाता है, सहमति और सीमा की अक्सर परवाह नहीं की जाती है। भले ही जनरेशन जेड वाले पिछली पीढ़ियों की अपेक्षा सहमति और सम्मान को बेहतर ढंग से समझ रहे हैं फिर भी अभी सुधार की बहुत गुंजाइश बाकी है। खासतौर से, ऑनलाइन डेटिंग के मामले में भ्रम बना रह सकता है।

अगर आप ऐसे अजीब इंसान नहीं बनना चाहते जो ऑनलाइन डेटिंग के दौरान कसमें खाता है, वादे लेता है तो आइए हम आपको सिखाएंगे कि ऑनलाइन डेटिंग में सहमति के क्या मायने हैं और आप कैसे इसकी अवहेलना करने से बच सकते हैं।

ऑनलाइन दुनिया में सहमति

सहमति शब्द का डिक्शनरी अर्थ "कुछ करने की अनुमति या कुछ करने के लिए समझौता" है। डेटिंग की दुनिया में, वास्तविक जीवन में या ऑनलाइन वर्ल्ड में भी इसका स्पष्ट रूप से यही अर्थ है। हालांकि, ऑनलाइन सेटिंग में व्यक्ति की सहमति है या नहीं, इसे डिकोड करना हमेशा इतना आसान नहीं होता है।

बेशक, एक स्पष्ट 'हां' का मतलब है कि वे चीजों को आगे बढ़ाने के लिए सहमत हैं, और 'नहीं' रुकने का संकेत है। लेकिन 'हां' और 'नहीं' के बीच के ग्रे एरिया का क्या? क्या 'शायद' का मतलब है कि आगे बढ़ने के लिए आपको दूसरे व्यक्ति ने सहमति दे दी है? क्या स्पष्ट रूप से 'नहीं' कहने का अर्थ 'हां' है? और सबसे जरूरी बात यह है कि सहमति लेने का सही तरीका क्या है?

मोटी मोटी बात ये हैं कि आपको ऑनलाइन संबंधों में आगे कदम बढ़ाने से पहले हमेशा कुछ सवालों से सहमति मांगनी चाहिए, जैसे ‘क्या तुम इससे सहज हो?’ या ‘क्या तुम वीडियो कॉल पे सेक्स करना चाहते हो?’ या ‘तुम्हें ये या वो करने में कैसा महसूस होता है?’

जब तक दूसरा व्यक्ति 'हां, मैं करूंगा' कहकर जवाब नहीं देता, अपने प्रस्ताव पर रोक लगा दें। आइए ऑनलाइन डेटिंग के विभिन्न चरणों में कुछ परिदृश्यों को जानें ताकि आपको यह समझने में मदद मिल सके कि सहमति की परवाह न करने का क्या मतलब है और इससे कैसे बचा जाए:

रिश्ते की शुरुआत

क्या करें: डेटिंग ऐप के चैट ऑप्शन पर उनसे बातचीत करके उनकी सहमति के बारे में जानने की कोशिश करें।

क्या न करें: शुरूआत में ही सीधे टेक्स्ट मैसेज करने के लिए न कहें, बिना सामने वाली की अनुमति के फोन  नंबरों का आदान-प्रदान या सोशल मीडिया पर इनबॉक्स में मेसेज न करें।

बातचीत का दौर 

क्या करें: दूसरे व्यक्ति में रुचि लें, इस पर ज्यादा ध्यान ना दें कि बातचीत आगे कहां तक जाएगी, इसकी बजाय उन्हें अधिक से अधिक जानने की कोशिश करें।

क्या ना करें: अगर रिश्ता खत्म होने लगा है और पहले की तरह अब आपके मैसेज का जवाब उतने उत्साह से जल्दी नहीं दिया जा रहा है तो उन्हें मैसेज पर मैसेज ना करें। इशारे को समझें और उनसे संपर्क करने का प्रयास करना बंद करें।

हो सकता है कि उन्होंने यह न कहा हो कि 'मुझे अब आपसे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं है' लेकिन उनकी चुप्पी बस यही कह रही है। इसे नजरअंदाज कर आप इस संबंध को आगे ले जाने में उनकी सहमति की अवहेलना कर रहे हैं।

चलो मिलते हैं

क्या करें: यदि आप काफी समय से एक दूसरे से बात कर रहे हैं और वह आप में दिलचस्पी दिखा रहा है, तो फिर व्यक्तिगत रूप से मिलने का सुझाव दें। हालांकि, यह जरूरी है कि आप पूछें, ना की सीधे अपना प्लान बताएं। हमेशा 'क्या आप मिलना चाहेंगे?' बोलें न कि 'मैं आपको देखना चाहता हूं'।

क्या ना करें: यदि दूसरा व्यक्ति यह नहीं कहता है, 'हां, चलो मिलते हैं', तो उस पर दबाव न बनाएं। 'नहीं, मुझे नहीं लगता कि मैं मिल सकता हूं' या 'मुझे नहीं लगता कि अभी यह ठीक रहेगा’' का मतलब यह नहीं है कि उन्हें तब तक परेशान करते रहें जब तक कि वे मान न जाएं और 'हां' न कह दें।

जब चीज़ें मनमुताबिक हो रही हों 

क्या करें: यदि रिश्तों में गर्माहट आ रही है और चीजें आगे बढ़ रही हैं और आप सेक्सटिंग के रोमांचक दुनिया में प्रवेश कर रहे हैं, तो यह जरूरी है कि जोश में होश न खोएं। यदि आप कुछ नया करने की कोशिश करना चाहते हैं (जैसे नंगी फोटो भेजना या मांगना) तो दूसरे व्यक्ति से स्पष्ट सहमति मांगें।

क्या न करें: सीधे अपने जननांगों की फोटो भेजकर उन्हें चौंका न दें। इसमें आपकी तारीफ तो होगी नहीं, उल्टा शायद बातचीत बंद हो सकती है जिससे आप दोनों की इच्छाओं का अंत हो सकता है। इसे यौन उत्पीड़न के बराबर माना जाता है।

जाहिर है कि जब ऑनलाइन डेटिंग में सहमति की बात आती है, तो 'हां' के अलावा किसी भी और चीज को आगे बढ़ने के लिए हरी झंडी नहीं माना जा सकता है। चुप रहना या टालमटोल करना सहमति न देने का एक तरीका है, और इसे इस बात का इशारा नहीं माना जाना चाहिए कि यदि आप परेशान करते हैं और जिद करते हैं तो दूसरा व्यक्ति आपके पास आएगा। सहमति का सबसे महत्वपूर्ण नियम, चाहे वह ऑनलाइन हो या वास्तविक दुनिया में, दोनों पक्षों पर स्पष्ट सीमाएं स्थापित करना और उनका सम्मान करना है।

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आरुषि चौधरी एक फ्रीलैंस पत्रकार और लेखिका हैं, जिन्हें पुणे मिरर और हिंदुस्तान टाइम्स जैसे प्रिंट प्रकाशनों में 5 साल का अनुभव है, और उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रिंट प्रकाशनों के लिए लगभग एक दशक का लेखन किया है - द ट्रिब्यून, बीआर इंटरनेशनल पत्रिका, मेक माय ट्रिप , किलर फीचर्स, द मनी टाइम्स, और होम रिव्यू, कुछ नाम हैं। इतने सालों में उन्होंने जिन चीजों के बारे में लिखा है, उनमें से मनोविज्ञान के प्रिज्म के माध्यम से प्यार और रिश्तों की खोज करना उन्हें सबसे ज्यादा उत्साहित करता है। लेखन उनका पहला है। आप आरुषि को यहां ट्विटर पर पा सकते हैं।

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