‘‘यह एक कभी न खत्म होने वाली लड़ाई है’’, अपने माता-पिता द्वारा निरंतर शादी के दबाव को झेलती अमृता का ये मानना है।
वो और उनके प्रेमी अविनाश दोनों 27 वर्षीय हैं और वो अभी शादी के लिए थोड़ा और इंतजार करना चाहते हैं। वो दिल्ली में साथ रहते हैं और फैशन उद्योग में पूर्ण कालिक नौकरी करते हैं।
‘‘उन्हें ये जान कर झटका लगा कि हम दोनों साथ रहते हैं’’, उनका कहना है, ‘‘मैं उन्हें व्यावहारिक तर्क के जरिए समझाने की कोशिश करती हें। साथ रहने से हम पैसों की बचत कर पाते हैं और यदी हम साथ ना भी रहते तो हम ज्यादातर वक्त एक साथ ही गुजर रहे होते। वो इस बात से बहुत खुश तो नहीं है लेकिन शायद उनके पास इसे स्वीकार करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।’’
क्योंकि दोनों के ही परिवार दिल्ली से काफी दूर रहते हैं, उन्हें एक घर में रहने का मौका मिलता है। ‘‘यदी मेरा परिवार दिल्ली में ही रहता तो मेरे पास उनके साथ रहने के सिवा दूसरा विकल्प ही नहीं था’’, अमृता कहती हैं।
‘‘मेरे बड़े भाई से हमें काफी मदद मिली। वो अविनाश से मिले और उन्होंने मेरे माता-पिता को यह विश्वास दिलाया कि वह एक विश्वसनीय लड़का है और मैं दिल्ली में अकेले रहने की बजाय उसके साथ रहकर ज्यादा सुरक्षित हूं।’’
दबाव
अमृता ने अपने इस रिश्ते के बारे में अपने माता पिता को बताने के एक साल बाद अविनाश के साथ रहना शुरू किया था। शुरुआत में उनके लिए यह स्वीकार करना बहुत ही मुश्किल था। अविनाश के परिवार की भी लगभग समान स्थिति थी।
ये दोनों पिछले पांच साल से साथ हैं। समय के साथ साथ शादी करने के लिए दबाव भी बढ़ रहा है। ‘‘हम निश्चित रूप से शादी करना चाहते हैं, लेकिन सही समय आने पर।’’ अमृता कहती हैं, ‘‘अभी हम दूसरी जरूरी चीजों पर ही ध्यान केन्द्रीत करना चाहते हैं। हम दोनों ने ही अपने करियर में कुछ लक्ष्य निर्धारित किए हैं। हमारे माता-पिता यह बात नहीं समझ पाते। उनका कहना है कि ये सब शादी के बाद भी किया जा सकता है।’’
सच पर नकाब
असमति के चलते अमृता और अविनाश एक दूसरे के परिवार से मिल नहीं पाये हैं। ‘‘मेरे बहुत से रिश्तेदार वहां रहते हैं और वो इस रिश्ते के बारे में अभी तक नहीं जानते। इस कारण मेरा अविनाश को घर ले जाना संभव नहीं है,’’ अमृता कहती हैं।
दिल्ली में भी, दोनों को कभी कभी साथ रहने के सच पर नकाब डालना पड़ता है। ‘‘उदाहरण के तौर पर मेरी घरेलू काम करने वाली महिला। वो शायद सोचती है कि हम दोनों विवाहित हैं। यही हाल हमारे मकानमालिक का है। जब हम यह घर किराये पर लेने के लिए तैयार हो गये तो परिवार के बुजुर्गवार महिला ने हमसे पूछा कि हमारी शादी को कितने साल हो गये हैं? जब मैंने उन्हें बताया की हमारी शादी नहीं हुई है तो उनके चेहरे के भाव बदल गये। लेकिन शायद हम उन्हें पसंद आये इसीलिए सौभाग्यवश उन्होंने इस बात का बतंगड़ नहीं बनाया।’’
शारीरिक अंतरंगता
प्रेमी युगल और उनके माता-पिता के बीच एक अध्याय अनछूआ रहता है। ‘‘हम उनसे शारीरिक अंतरंगता के बारे में चर्चा नहीं करते। और जब वो दिल्ली आकर हमारे साथ रहते हैं तो मैं और अविनाश अलग कमरों में सोते हैं’’ वो मुस्कुराती हैं: ‘‘वो इस बात को स्वीकार नहीं करना चाहते या इससे अनजान हैं, मैं नहीं जानती।’’
फोटो: फ्लिक्र/साद अख्तर