मिथक: मैं अठरा बरस का, तू तीस की?
पूर्व में किये गए शोध से यह तो तय हो चुका है कि पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर 18 के बाद अपने शिखर पर पहुँच चुका होता हैI जबकि महिलाओं में यह थोड़ा देर से होता हैI उनके लिए 30 के बाद वाले शुरुआती कुछ साल उनके जीवन के सबसे कामुक साल होते हैंI वैसे कामुकता कब सबसे अधिक होती है यह बात 1953 में सेक्स अनुसंधान के अग्रणी, अल्बर्ट किन्से द्वारा की गयी एक रिसर्च के बाद लोकप्रिय होनी शुरू हुई थीI उनका सिद्धांत इस तथ्य पर आधारित था कि महिलाओं ने 30 के बाद ज़्यादा ओर्गास्म होना बताया थाI मानव शरीर में हार्मोन की गिनती भी करें तो भी इसी बात की पुष्टि होने के संकेत मिलते हैंI
लेकिन किनसे के अलावा और भी लोग हैं जिन्होंने इस पर रिसर्च की हैI हाल ही में एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन के हवाले से यह बात सामने आयी है कि 58 प्रतिशत महिलाओं ने कहा है कि उनकी कामेच्छा 18-24 के बीच सबसे ज्यादा थी।
मिथक: 'कामुक शिखर' का अर्थ है कि सेक्स से मिलने वाला आनंद
कामुक शिखर पहुँचने की उम्र चाहे जो भी हो, एक बात निश्चित है - हम सेक्स से मिलने वाले आनंद को कामुकता के स्तर से परिभाषित नहीं कर सकते हैं, क्योंकि सेक्स मनोवैज्ञानिक भी है और सेक्स से प्राप्त आनंद केवल आपके शरीर में उछलने वाले हार्मोनो पर आधारित नहीं है! कई विशेषज्ञ 'जननांग शिखर' को कामुक शिखर से अलग रखना चाहते हैं क्यूंकि उनके विचार से कामुकता केवल शारीरिक नहीं होतीI इसका सम्बन्ध दिलों-दिमाग से भी हैI
यौन सुख कितना ज़्यादा होगा या कम, इसके कई कारण हो सकते हैंI सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपने साथी के साथ कितने सहज हैं, आप कितने स्वस्थ हैं और भावनात्मक रूप से कितने परिपक्व हैंI
मिथक: कामुक शिखर मतलब शानदार यौन प्रदर्शन
यह एक और गलत धारणा है कि कामुक शिखर इस बात की गारंटी है कि यौन प्रदर्शन भी शानदार होगाI यह तो आपके अनुभव और आप अपने साथी के साथ कितने सहज हैं, इस पर निर्भर करता हैI ऐसा बहुत कम लोगों के साथ होता है कि वे शुरुआती सालों में ही इसमें महारत हासिल कर लेते हैंI
इस बात की संभावना है कि एक 35 वर्षीय पुरुष जिसका टेस्टोस्टेरोन स्तर एक 18 साल के लड़के की तुलना में कम होगा, सेक्स में उससे बेहतर होगा क्यूंकि उसके पास उस लड़के की तुलना में अनुभव कहीं ज़्यादा होगा!
मिथक: दिखने में सुन्दर तो बिस्तर में सेक्सी
ज़रूरी नहीं की यह सही होI अपने बारे में अच्छा महसूस करना असल में अच्छा दिखने से कहीं ज़्यादा महत्त्वपूर्ण हैI आपका अपने शरीर के बारे में सहज होना अत्यंत आवश्यक है और कई लोग ऐसा नहीं कर पातेI अगर आप अपने शरीर के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं तो निश्चित रूप से सेक्स की गुणवत्ता इससे बढ़ेगीI
सिर्फ़ अच्छा दिखना ही काफ़ी नहीं है - परिपक्वता, अनुभव, आपसी सहमति, और यौन इच्छाओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण से आपका सेक्स जीवन दिन प्रतिदिन बेहतर होता जाएगा!
मिथक: आपका आकर्षण इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौनसी उम्र में ज़्यादा सेक्सी महसूस करते हैं
वैसे अभी तक किसी भी शोध में कामुक शिखर और आकर्षण के बीच किसी भी तरह के सम्बन्ध होने की पुष्टि नहीं हुई हैI विभिन्न अध्ययनों में उच्चतम आकर्षण होने के लिए अलग-अलग उम्र बताई गयी हैंI वैसे यो कुछ लोगों का यही मानना है आप की उम्र जितनी कम होगी आप उतने ही आकर्षक दिखेंगेI
यदि ये निष्कर्ष सही हैं, तो इसका मतलब तो यही हुआ कि 30 के बाद के शुरुआती कुछ सालों का महिलाओं में कामुकता के सर्वोच्च स्तर पर रहने के साथ कोई सम्बन्ध नहीं हैI उदाहरण के लिए, एक और सर्वेक्षण, के अनुसार पुरुषों और महिलाएं दोनों ही 30 के बाद के सालों में सबसे अच्छे दिखते हैंI इससे तो यही स्पष्ट होता है कि शारीरिक आकर्षण को उम्र से जोड़ने का कोई ठोस पैमाना नहीं हैI और अगर है भी तो वो शायद यह नहीं बता पायेगा कि लोग किस उम्र में अधिक सुंदर महसूस करते हैं, जो शारीरिक सुंदरता से अधिक महत्वपूर्ण है!
तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है
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लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।