यह शर्मा क्यों?
अनुराग पुत्तर, हैप्पी न्यू ईयर तेनु भी! खैर, मैं नए साल के संकल्प में विश्वास नहीं रखती! मैं हर दिन संकल्प करती हूँ! पर अब आपने पूछ ही लिया है तो मैं बताती हूँ मैं इस नए साल में क्या चाहती हूँ।
लेकिन जल्दी क्या है! उससे पहले, मैं आपको एक छोटी सी कहानी सुनती हूँ। हमारे एक पाठक ने मुझे कुछ समय पहले लिखा था। माहवारी के दौरान उन्हें बहुत तेज दर्द हो रहा था। लेकिन वह डॉक्टर के पास जाने में डर और शर्मिंदगी महसूस कर रही थी!
वह सोचती रही, 'लोग क्या कहेंगे?' मैं शादीशुदा भी नहीं हूँ, स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास क्यों जाऊं?' उसकी हालत खराब होती गई और एक दिन उन्हें अस्पताल जाना पड़ा! लंबे इलाज के बाद अब वह ठीक है। पर मैं आपको ये सब क्यों बता रही हूँ?
पुत्तर जी, आप जानते हैं डॉक्टरों ने उनसे क्या कहा? अगर वह पहले आ जाती तो उसे इतना कष्ट नहीं उठाना पड़ता। लेकिन अपने शर्म, झिझक और लोग क्या कहेंगे एटीट्यूड की वजह से वह तड़पती रही।
जस्ट पूछो - हमारे डिस्कशन बोर्ड फोरम - पर भी मुझे ऐसे कई प्रश्न मिलते हैं, जहाँ हमारे पाठक मुझसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन, फोरस्किन में दर्द, प्रजनन संबंधी मुद्दों, हस्तमैथुन, देर से मासिक धर्म या यहाँ तक कि गर्भपात जैसे विभिन्न मुद्दों के लिए दवाएँ माँगते रहते हैं! जब मैं उन्हें डॉक्टर के पास जाने के लिए कहती हूँ (क्योंकि कुछ समस्याओं की जाँच केवल डॉक्टर द्वारा की जानी चाहिए), तो वे हिचकिचाते हैं।
संकोच क्यों करते हो? यह तुम्हारा शरीर है। डॉक्टर आपकी मदद के लिए हैं। आपकी मदद करना उनका काम है। तो शर्मिंदा क्यों होना? जिस व्यक्ति का यौन स्वास्थ्य अच्छा होता है उसका मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा होने की संभावना सबसे अधिक होती है।
निडर बनो, मेरे जैसा बनो
तो इस वर्ष के लिए मेरी बस यही कामना है - कि आप सभी अपने शरीर, अपने शरीर के अंगों और यौन स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर सारी शर्म और झिझक को छोड़ दें। बिंदास बनें। मुझे देखो! क्या मैंने कभी आपके सवालों के जवाब देने में ज़रा भी झिझक महसूस की है? आप में से बहुत से लोग मुझसे किसी भी विषय पर सवाल पूछते हैं और मैं हमेशा विस्तार से जवाब देती हूँ। आप सोच सकते हैं, 'क्या मैं पहले से ही इतनी बोल्ड थी'?
अनुराग पुत्तर, मुझे याद भी नहीं कि मैंने कब सेक्स के बारे में इतनी बातें करना शुरू किया। और कब तेरी आंटी जी अपनी झिझक छोड़कर खुलकर सेक्स के बारे में बात करने लगी! पहले थोड़ा अजीब लगता था पर अब मुझे खुद पर गर्व होता है।
आपकी आंटी का आदर्श है, 'हम तो मोहब्बत करेगा, दुनिया से नहीं डरेगा'! और क्या आप एक बात जानते हैं बेटा - पुत्तर जो बातें समाज के लिए बेहया थी वो मेरे लिए आसान इसलिए हो गयी थी क्योंकि मुझे मेरी लव मैटर्स इंडिया की टीम का समर्थन था, जो समझती थी कि सेक्स के बारे में बात करना कितना महत्वपूर्ण है। भले ही हम में से कई लोग खुले में सेक्स के बारे में बात नहीं कर पाते हों, लेकिन हम आपकी समस्याओं पर आपस में बिना किसी निर्णय या डर के चर्चा करते हैं।
बेटा, सेक्स के बारे में खुलकर बात करना या अच्छे, समान और सुरक्षित सेक्स की माँग करना कोई गंदी बात नहीं है। यह ना सिर्फ़ आप दोनों का निजी मामला है बल्कि यह आपकी पहचान भी है। लेकिन बेटा सेक्स में कुछ नैतिक मुद्दे भी जुड़े हैंI यहाँ सबसे ज़रूरी है सहमति।
प्रश्न पूछें
तो सभी लड़के और लड़कियों - विशेष रूप से लड़कियों - अब कवर के पीछे फुसफुसाकर बात करना बंद। अब समय है आवाज़ उठाकर सवाल करने का। अगर आपको कुछ बात करनी है, तो बोलें। अगर आपको सलाह चाहिए, तो तलाश करें। अगर आपको कुछ पूछना है, तो पूछें! नए साल में मैं आप सभी से यही चाहती हूँ!
आप बस पूछिए और मैं उस बारे में ज़रूर बात करुँगी - जैसे और जिस तरह से आप सुनना चाहते हैं। बस हमे अपने माहौल का थोड़ा ध्यान रखना होगा - आखिर हर कोई आपकी तरह समझदार नहीं होता ना। लेकिन लव मैटर्स में हम आपके सभी सवालों के जवाब देंगे।
बेटा जी - आज भी लड़कियाँ पीरियड्स के बारे में बात करने में शर्माती हैं और लड़कों को मास्टरबेशन करने में शर्म आती है। आप ही बताओ कोई सेंस है इस बात की? आइए एक साथ मिलें और इन मुद्दों को खुलकर सामने लाएँ, चर्चा करें, समझें और हल करें, एक बार और हमेशा के लिए।
मज़ा मायने रखता है
इस नए साल में मैं आप सभी का इस पेज और जस्ट पूछो फोरम पर स्वागत करना चाहती हूँ। मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि यह बहुत रोमांचक होने वाला है - और और भी, तुम साथ दो। और कौन जानता है कि हम इस साल आमने-सामने मिल सकते हैं!
हालांकि, मैं आपसे एक वादा करती हूँ - आप लव मैटर्स इंडिया की अपनी दैनिक खुराक को बनाए रखें और मैं तथ्यों को मज़ेदार रखूँगी, मंज़ूर?
तो मेरे सभी बेटाजन - मेरे पुत्तर जी, मेरे बेटाजी - आप में से प्रत्येक - लड़का / लड़की, थोड़ा लड़का, बहुत सारी लड़की और कोई भी लिंग या झुकाव - आप जो भी हों - आपकी आंटी जी सभी से बात करने के लिए तैयार हैं।
मेरे साथ गाओ, 'सेक्स दीया गल्लाँ, करांगे नाल नाल बै के, हाथ विच हाथ पा के'... एक बार फिर..., 'सेक्स दीया गल्लाँ...'
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