हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं और यही वो पल होते हैं जब आपको लगता है कि आपके रिश्ते और आपके साथी ने आपको बदल दिया हैI जब सब कुछ अच्छा चल रहा होता है तो आप अपने आपको एक बेहतर इंसान के रूप में बदला हुआ पाते हैं लेकिन अगर रिश्ते में कई समस्याएं उत्पन्न हो गयी हों तो आपको लगता है कि आपके अंदर हुए बदलावों से आपको नुकसान पहुंचा हैI
किसी रिश्ते में रहने से आपके अंदर होने वाले बदलावों के चार प्रकार होते हैं - दो सकरात्मक और दो नकारात्मकI
- खुद का विकास
आप अपने बारे में सकारात्मक तरीके से सोचना शुरू कर देते हैं - उदाहरण के तौर पर आपका आत्मविश्वास बढ़ सकता हैI यह तब हो सकता है जब आपके साथी की आदतें आपको प्रभावित करना शुरू कर देती हैं और आप दोनों कई चीज़ें साथ में कर रहे होते हैंI - आत्म-छंटाई
यह भी एक सकरात्मक बदलाव हैI इसका अर्थ है कि अपनी उन आदतों को बदल देना जो आपके व्यक्तित्व को नुकसान पहुंचा रही हैंI हो सकता है कि यह बदलाव स्वेच्छा से हुआ हो, लेकिन यह भी हो सकता है कि यह एक स्वस्थ रिश्ते में रहने का स्वाभाविक परिणाम होI - खुद को सिकोड़ना
अब हम नकारात्मक बदलावों की बात करते हैंI इसका अर्थ है अपने जीवन में मौजूद सकरात्मक चीज़ों को खो देना, जैसे कोई ऐसा शौक जो आपके लिए बेहद महत्त्वपूर्ण था लेकिन अपने साथी के आने के बाद आपने उसे करना बंद कर दिया हैI - स्वभाव में मिलावट
यह तब होता है जब आपके अंदर कुछ ऐसे नकारात्मक लक्षण नज़र आने लगते हैं जो पहले नहीं थेI उदाहरण के तौर पर जब आप अपने साथी के साथ होते हैं तो आप ऐसा व्यवहार करते हैं जो आपको पसंद नहीं है लेकिन कुछ समय गुज़रने के बाद वो व्यवहार आपके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाता हैI
यह सुनकर आश्चर्य नहीं होता कि किसी रिश्ते की वजह से लोगों में होने वाले बदलाव कई चीज़ों को प्रभावित करते हैं जैसे आपका आत्मसम्मान और आपका भावात्मक स्वास्थ्यI लेकिन क्या वो बदलाव उस रिश्ते को भी प्रभावित करते हैं? कैसा लगता है यह जानकर कि आप एक अलग इंसान बन चुके हैं और कैसे यह एहसास आपके साथी के साथ आपके रिश्ते को प्रभावित करता हैI
इस सवाल का जवाब जानने के लिए अमरीकी शोधकर्ताओं ने 200 ऐसे लोगों को बुलाया जो किसी ना किसी रिश्ते में थेI उनसे पूछा गया कि अपने साथी के साथ रिश्ता जोड़ने के बाद उनमें किस तरह के बदलाव आये हैं और उन बदलावों से उनके रिश्ते पर क्या असर पड़ा हैI शोधकर्ता जानना चाहते थे कि क्या वो लोग एक कटिबद्ध रिश्ते में हैं और क्या वे अपने रिश्ते से संतुष्ट हैंI शोधकर्ताओं में यह जानने की भी उत्सुकता थी कि उनके रिश्ते में लोगों का रवैया क्या थाI क्या उन्होंने कभी ब्रेकअप के बारे में सोचा था? और वो अपने साथी के लिए कितना बलिदान कर सकते थे?
फायदा या नुकसान?
अगर आप ऐसे रिश्ते में हैं जिसकी वजह से आपके अंदर सकारात्मक बदलाव आये हैं तो संभावना यही है कि आप अपने साथी के साथ खुश हैं और उसके प्रति वचनबद्ध भीI उसी प्रकार अगर आपको यह लगता है कि आपका व्यवहार बदतर के लिए बदल गया है तो इसका आपके रिश्ते पर भी बेहद खराब असर पड़ेगाI
अगर आपके रिश्ते की वजह से आपके अंदर सकारात्मक बदलाव आये हैं तो निस्संदेह आप आप ऐसे कदम उठाना चाहेंगे जो आपके बंधन को और मज़बूती प्रदान करेंगेI और रिसर्च ने भी इसी बात की पुष्टि कीI जो लोग अपने अंदर आये हुए बदलावों से खुश थे वे अपने साथी के लिए कुछ भी करने को तैयार थे - वे उनका ज़्यादा ख्याल रखते थे, उन्हें आसानी से माफ़ कर देते थे और उनके लिए हर तरह का त्याग करने को भी तैयार थेI
दूसरी ओर जिन लोगों को यह लगता था कि उनके साथी की वजह से उनके अंदर ऐसे बदलाव आये हैं जिनसे उनके व्यक्तित्व और छवि को नुकसान पहुंचा है तो उनका बर्ताव जोखिम भरा हो सकता है - जैसे बदले की भावना रखना या फ़िर दूसरे लड़के या लड़की के साथ नया रिश्ता शुरू करना, यह भी पता चला इस रिसर्च सेI
तो क्या सन्देश देती है यह रिसर्च? यही कि आपका रिश्ता आपको बदल सकता है! और यह बदलाव आपके और आपके साथी के बीच के सम्बन्ध को प्रभावित करते हैंI अगर आप पीछे हट कर इस बार पर गौर करें कि आपके अंदर कौनसे सकरात्मक और नकारात्मक बदलाव आये हैं और उन बदलावों से आपके रिश्ते पर क्या असर पड़ा है तो यह बात आपके रिश्ते के लिए खासी मददगार साबित हो सकती हैI
सन्दर्भ:
व्हेन “वी” चेंजिज “मी”: द टू-डायमेंशनल मॉडल ऑफ़ रिलेशनल सेल्फ-चेंज एंड रिलेशनशिप ऑउटकम्सI (2015) जॉर्नल ऑफ़ सोशल एंड पर्सनल रिलेशनशिप्स 32(7):857-78
तो आपके साथी ने आपको किस रूप में बदला है? अच्छे या बुरे? अगर अपने रिश्ते के बारे में बात करना चाहते हैं तो हमारे फोरम जस्ट पूछो का हिस्सा बनेंI