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बेटा शादी कर लो: पंडित जी ने कहा, अभी नहीं!

द्वारा Roli Mahajan अप्रैल 22, 09:24 पूर्वान्ह
हमारे देश में अधिकतर माता-पिता अपने बच्चों की शादी का सलाह मशवरा अपनी पहचान के किसी पंडित से ही करते हैंI लेकिन जब हिमानी के पिता उसकी शादी की बात करने अपने पारिवारिक पंडित से मिलने गए तो उन्होंने बड़ी अजीब बात कर दीI

*30 वर्षीय हिमानी एक कॉर्पोरेट वकील हैं और दिल्ली में रहती हैं

हाथ पीले कब करोगी

जब  मैं 27 साल की थी तो मैंने बैंगलोर में मास्टर्स करने के लिए दिल्ली से जाने का फैसला किया। मेरे पिता समझ नहीं पा रहे थे कि जब मेरी उम्र की बाकी सभी लडकियां शादी और बच्चे कर के अपनी-अपनी गृहस्थी में व्यस्त हो गयी थी तो मैं आगे क्यों पढ़ना चाहती थीI भले ही मेरे पिता ने मेरे हर फैसले में मेरा हमेशा साथ दिया था लेकिन शायद इस बार वो ऐसा नहीं कर पा रहे थेI

कानूनी पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं पिछले चार साल से काम कर रही थीI वैसे तो सब कुछ ठीक था लेकिन मैं जानती थी कि अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए मुझे और पढ़ने की ज़रूरत हैI ऐसा नहीं था कि मैं शादी नहीं करना चाहती थी लेकिन मुझे यह लग रहा था कि अभी सही समय नहीं हैI लेकिन मेरे रिश्तेदारों की मेरी शादी और भविष्य के ऊपर लगातार टिप्पणियों ने मेरे पिता को परेशान कर दिया थाI

'जीजाजी हमें कब हिमानी की शादी के लड्डू खाने को मिलेंगे?, तो फ़िर हिमानी की शादी के लिए नए कपड़े कब सिलवाने हैं?' इन बातों से परेशान होकर एक दिन मेरे पिता ने वही किया जो हमारे देश के अधिकतर माता-पिता करते - वो मेरी शादी के सिलसिले में बात करने हमारे पारिवारिक पंडित से मिलने चले गएI

ज़माना बदल गया है

पंडित जी से मिल कर आने के बाद मेरे पिता ने मुझे अपने कमरे में बुलायाI मुझे लग रहा था कि आज तो पक्का पिताजी से बहस हो जाएगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआI कमाल की बात यह कि हमारे पंडित जी ने वो कर दिखाया को कोई और नहीं कर सकता था।

उन्होंने मेरे पिता से कहा, 'आपको अपनी बेटी के लिए कोई लड़का नहीं मिला है। और आप चाहते हैं कि आपकी बेटी जिससे भी शादी करे उसे वो पसंद होI हैं ना? तो फ़िर आप उसे आगे पढाई के लिए जाने दें क्यूंकि वही वो जगह है जहाँ उसे उसकी उम्र के और उसकी पसंद के लड़के मिलने की ज़्यादा संभावना हैI 'देखिये जजमान, अब ज़माना बदल गया है!'

आप लोगो को शायद विश्वास ना हो कि जो बात मैं अपने पिता को ना जाने कितने समय से और कितने तरीको से बताने की कोशिश कर रही वो उन्हें पंडित जी की वजह से एक मिनट में ही समझ आ गयीI हैं ना कमाल?

शादी कब कर रही हो बेटा

मैं मास्टर्स की पढाई करने बैंगलोर गयी और क्या गज़ब का समय गुज़ाराI मैंने कई नए दोस्त बनाये और एक दो बार प्यार भी हुआ लेकिन ऐसा कोई नहीं मिला जिसे मैं अपने पिता से मिलवा सकूँI दूसरी ओर शायद मेरे पिता को भी कोई 'अच्छा' लड़का नहीं मिला क्यूंकि अगले दो साल में एक भी बार मुझे यह सुनने को नहीं मिला. 'शादी-कब-करनी-है-बेटा'I

जब आपके पिता आपको डेटिंग करने को कहें

मैं दिल्ली वापस आयी तो मेरी चचेरी बहन की शादी हो रही थी जो मुझसे उम्र में काफ़ी छोटी थीI बेचारे पापा की बेचैनी फ़िर से बढ़नी शुरू हो गयी थीI मैं जानती हूँ कि मेरे पिता मुझे शादी के लिए इसलिए कहते हैं क्यूंकि उन्हें पता है कि मुझे भी किसी के साथ रिश्ते में रहना अच्छा लगता हैI मैं भी अब शादी लिए तैयार महसूस करती हूँ लेकिन कोई ढंग का लड़का भी तो मिलना चाहिएI ऐसा नहीं है कि मैं रिश्तों में नहीं रही हूँ, बस कभी बात आगे ही नहीं बढ़ीI

तो इस जनवरी पिताजी ने एक बार फ़िर पंडित जी का दरवाज़ा खटखटाया और घबराये हुए वापस आयेI

मुझे यह तो नहीं पता कि पिताजी और पंडित जी के बीच में क्या बात हुई लेकिन शादी की बात अगले दो-तीन दिन तक नहीं हुईI मैं पिताजी और पंडित जी के बीच क्या बात हुई थी यह जानने के लिए बैचैन हो रही थीI इसी बीच एक दिन पिता जी ने कॉन्फ्रेंस कॉल पर मुझे और मेरे भाई को कहा, तुम दोनों को और लोगों को डेट करना चाहिए, और लोगों से मिलना चाहिएI तुम दोनों अभी जवान हो, सच्चा प्यार ढूंढने में समय लगता है इसलिए तुम दोनों को कोई जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिएी'

अब यह तो कुछ ज़्यादा ही हो रहा था मुझे समझ नहीं आ रहा था कि माजरा क्या हैI मैंने अपनी मासी से पूछा तो असल बात सामने आयीI

प्यार में समय लगता है

एक हफ़्ते बाद हमें पता चला कि जब पिताजी इस बार पंडित जी से मिलने गए तो वो एक वृद्ध जोड़े से बात कर रहे थेI वो दोनों भी अपनी बेटी की शादी जल्दी करवाना चाहते थे और इसलिए उन्होंने ज़बरदस्ती उसकी शादी अपनी पसंद के लड़के से करवादीI लेकिन वो लड़का पहले से ही किसी और लड़की से एक रिश्ते में थाI इस वजह से वो शादी टिक नहीं पायी और एक साल के अंदर ही दोनों का तलाक़ हो गयाI उसके बाद से उनकी लड़की डिप्रेशन में हैI

इससे पहले  मेरे पिता मेरी शादी के बारे में बात कर पाते, पंडित जी ने उन्हें कहा, ‘आपको इसीलिए कहता हूँ, बच्चों को फ्रीडम और टाइम दीजिये लव के लिएI बिटिया को इतना पढ़ाया है, कुछ तो सोचेगी और समझेगी शादी करने से पहलेI वो तो है भी इतनी प्यारीI अपनी पसंद से करेगी तो ऐसी नौबत नहीं आएगी

लगता है कि उस दिन के बाद से पिता जी ने पंडित जी से और कोई सवाल नहीं पूछाI

पंडित जी ने एक बार फ़िर मुझे बचा लिया थाI मैं अभी भी सिंगल हूँ और बहुत खुश हूँI मुझे इस बात की भी खुशी है कि मेरे पिता भी इस बात इस बात से संतुष्ट है कि जब एक सही लड़का मिलेगा मैं शादी कर लूंगीI

* गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गए हैं और तस्वीर के लिए एक मॉडल का इस्तेमाल हुआ हैI

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