23 वर्षीय श्रेया राय (परिवर्तित नाम) पत्रकार हैं और नोएडा में रहती हैंI
किसी ने मुझसे पुछा "एक टूटे रिश्ते में कोई अच्छी बात क्या हो सकती है"? लेकिन मेरे पुराने रिश्ते ने मुझे अपने बारे में एक सबसे महत्त्वपूर्ण बात सिखाई थीI
छोटी-छोटी ख़ास बातें
शुरुआत कुछ ख़ास नहीं थीI ना कोई रोमांटिक प्रपोजल था और ना ही उसने मेरे लिए कोई बॉलीवुड का गाना गाया थाI पहली बार जब हम एक कमरे में मिले तो मेरा तो उस पर ध्यान तक नहीं गया थाI लेकिन उसने मुझ पर ध्यान दिया था- जो वो अगले दो सालों तक देता रहाI
जब हम दूसरी बार मिले तो मेरा ध्यान उसके माथे की पेशानी पर पड़ती रेखाओं पर गया, जब वो किसी गहरी सोच में होता तो उसके माथे पर तीन समानांतर रेखाएं पड़ती थीI वो हँसता था तो उसकी आँखों में एक चमक सी आ जाती थी, मेरा ध्यान इस पर भी गयाI और मेरा ध्यान इस बात पर भी गया कि कैसे वो कभी भी अपना बैग दोनों कंधो पर नहीं डालता थाI मुझे नहीं पता कि कारण क्या था लेकिन यह सब देखकर मैं खीज उठी थीI
यह लेख वैलेंटाइन्स डे के ऊपर हमारे अभियान का हिस्सा हैI