यदि आप महिला कॉन्डम लेने जा रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप उनका सही उपयोग करने के लिए कुछ बातें ध्यान में रख लें :
- फीमेल कॉन्डम को आपके साथी के साथ यौन संपर्क के किसी भी रूप में योनि के अंदर डालना चाहिए । इसमें ओरल सेक्स और सेक्स टॉय का उपयोग जैसे वाइब्रेटर और डिल्डो (यदि दो लोग मिल कर इसको उपयोग कर रहे हैं) भी शामिल हैं।
- केवल आईएस / आईएसओ मोहर के साथ आने वाले कॉन्डम का उपयोग करें। यह सुनिश्चितता की एक मुहर है जिससे आप बेफिक्र हो सकते हैं की आपका कॉन्डम अच्छी क्वालिटी का है और आपको कोई नुक्सान पहुंचाएगा।
- ध्यान रखें कि जब आप पैकेट से निकालते हैं तो कॉन्डम फटे नहीं।
- पेनिट्रेशन के दौरान इस बात का अतिरिक्त ध्यान रखें कि लिंग /पेनिस कॉन्डम के अंदर जा रहा है कि नहीं। यदि कॉन्डम के बाहर और योनि के किनारे तक प्रवेश होता है, तो आप असुरक्षित यौन संबंध रख रहे हैं।
- भले ही आंतरिक कॉन्डम लुब्रिकेटेड हों, अगर आप इसे डालते समय असुविधा का अनुभव करते हैं या आमतौर पर योनि में डालने के दौरान असहजता होती है, तो कुछ चिकनाई का उपयोग करके इसे काफी दूर तक स्लाइड करें ताकि यह लगा रहे।
- कभी-कभी कॉन्डम योनि के अंदर बहुत दूर तक जा सकता है। जब ऐसा होता है, तो आपके साथी का स्पर्म आपकी योनि की दीवारों के संपर्क में आ जाएगा और सुरक्षा कम हो जाएगी। अंगूठे तक की दूरी पहुँच जाने पर आपको कॉन्डम को आगे डालना बंद कर देना चाहिए, कंडोम का लगभग एक इंच आपकी योनि के बाहर होना चाहिए।
- सेक्स के बाद, बॉडी फ्लूइड के मिश्रित होने की संभावना हो सकती है इसलिए कंडोम को तुरंत हटा दें।
- जलन या चकत्ते के खतरे को कम करने के लिए, लेटेक्स के बजाय पॉलीयुरेथेन या नाइट्राइल से बने महिला कंडोम का उपयोग करें।
- पुरुष और स्त्री कंडोम को एक साथ प्रयोग न करे, क्योंकि फिर यह टूट सकता है और इसका प्रभाव कम हो सकता है
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