अगर आप काफ़ी समय से यौन रूप से सक्रिय हैं, तो हो सकता है कि आप पहले से ही फ्लेवर्ड कॉन्डम के बारे में जानते हों। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फ्लेवर्ड कॉन्डम बनाये क्यों गए या इतने अधिक पॉपुलर क्यों हैं? क्या ये सुरक्षित हैं? क्या रेगुलर कॉन्डम की तरह ये भी उतनी ही सुरक्षा प्रदान करते हैं? क्या इनका इस्तेमाल करते समय कुछ ख़ास बातों का ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है? यहां हम आपके सभी सवालों का जवाब देंगे, ताकि आप सुरक्षा और सेहत से समझौता किए बिना सेक्स का खूब आनंद ले सकें।
फ्लेवर्ड कॉन्डम क्या हैं?
फ्लेवर्ड कॉन्डम रेगुलर लैटेक्स कॉन्डम का एक वेरिएंट है, जिसमें ल्यूब्रिकेंट में फ्लेवर मिलाकर उस पर कोटिंग की जाती है। डॉटेड, रिब्ड या टेक्सचर्ड वेरिएंट की तरह, फ्लेवर्ड कॉन्डम का मकसद सुरक्षा से समझौता किए बिना सेक्स को अधिक मजेदार और आनंददायक बनाना है।
आमतौर पर, इस किस्म के कॉन्डम का इस्तेमाल दोनों पार्टनर के लिए ओरल सेक्स को सुरक्षित और अधिक मजेदार बनाने के लिए किया गया था। एक ख़ास बात: चूकि ओरल सेक्स से अनचाही प्रेगनेंसी नहीं होती है, लेकिन यौन रोगों का खतरा बना रहता है। इसलिए आपको हमेशा कॉन्डम या डेंटल डैम जैसी बैरियर विधि का इस्तेमाल करके ही सुरक्षित ओरल सेक्स करना चाहिए।
यह सच है कि ओरल सेक्स फोरप्ले का मुख्य हिस्सा है और कई सारे कपल्स ये करना पसंद करते हैं लेकिन बहुत से लोग अपने पार्टनर के लिंग का स्वाद और गंध पसंद नहीं करते हैं। फ्लेवर्ड कॉन्डम की हल्की सुगंध इस गंध और स्वाद की समस्या को दूर करने में मदद करती है।
फ्लेवर्ड कॉन्डम को ओरल सेक्स को सुरक्षित और अधिक मजेदार बनाने के लिए ही बाजार में उतारा गया है, लेकिन इसके लिए बस इतना ही काफी नहीं है। ये पेनेट्रेटिव सेक्स के दौरान सुरक्षा के बेहतरीन विकल्प माने जाते हैं। हालांकि, सभी फ्लेवर्ड कॉन्डम लिंग-योनि संभोग के लिए सुरक्षित नहीं हैं।
फ्लेवर्ड कॉन्डम के प्रकार और कीमत
फ्लेवर्ड कॉन्डम फार्मेसी, सुपरमार्केट और दवा की दुकानों पर आसानी से उपलब्ध हैं। हालाँकि आप जो कॉन्डम इस्तेमाल करते हैं, उसके ब्रांड के आधार पर कीमतों में मामूली अंतर हो सकता है। फ्लेवर्ड कॉन्डम की कीमत आमतौर पर रेगुलर या टेक्सचर्ड कॉन्डम से अधिक नहीं होती है। आप इस कॉन्डम को डॉक्टर के ऑफिस, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र और परिवार नियोजन क्लीनिक में मुफ्त मिलने वाले कॉन्डम की तरह नहीं पा सकते हैं।
यदि आप और आपका पार्टनर फ्लेवर्ड कॉन्डम आज़माने के बारे में सोच रहे है, तो नीचे दिए गए विकल्पों में से आप अपना मनचाहा फ्लेवर चुन सकते हैं:
- स्ट्रॉबेरी
- चॉकलेट
- पाइनएपल
- ऑरेंज
- वनीला
- ग्रेप
- मिंट
- बनाना
- चेरी
- एलो
- एपल
- बटरस्कॉच
- कोला
- जैस्मिन
- पिना कोलाडा
- काला-खट्टा
- पान
- बबल-गम
जोखिम और सावधानियां
आमतौर पर हर तरह के कॉन्डम के इस्तेमाल के दौरान टूटने, फिसलने, फटने, अनचाही प्रेगनेंसी, एसटीआई और लैटेक्स से एलर्जी जैसा सामान्य जोखिम होता है। फ्लेवर्ड कॉन्डम इससे अलग नहीं है। पेनिट्रेटिव सेक्स के लिए फ्लेवर्ड कॉन्डम हमेशा सुरक्षित विकल्प नहीं है।
कॉन्डम में ये फ्लेवर आमतौर पर ल्यूब में ग्लिसरीन (ग्लिसरॉल) मिलाने से आता है। इसके अलावा, इन कॉन्डम में मीठे स्वाद के लिए ग्लूकोज या शुगर बेस्ड ल्यूब का उपयोग किया जाता है।
योनि के अंदर जाने पर इस कॉन्डम की ग्लिसरॉल/ग्लूकोज की मात्रा योनि के पीएच स्तर को प्रभावित कर सकती है, जिससे आपको यीस्ट इंफेक्शन और कुछ मामलों में, थ्रश (योनि में छाले) का खतरा हो सकता है। पेनेट्रेटिव सेक्स के लिए फ्लेवर्ड कॉन्डम का उपयोग करने से पहले, लेबल को पढ़ें और उसमें बताए गए विशेष निर्देश / सावधानियों पर ध्यान दें।
सेक्स के दौरान अपने मजे को बढ़ाने के लिए नए-नए तरीके ढूंढना अच्छा आइडिया है, लेकिन इसे सावधानी के साथ करना चाहिए। अपने पार्टनर के साथ अपनी इच्छाओं और फैंटेसी पर बात करें और यौन जीवन को अधिक बेहतर बनाने के लिए क्या करें और क्या न करें, इस बारे में अपने पार्टनर की राय भी जानें।
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आरुषि चौधरी एक फ्रीलैंस पत्रकार और लेखिका हैं, जिन्हें पुणे मिरर और हिंदुस्तान टाइम्स जैसे प्रिंट प्रकाशनों में 5 साल का अनुभव है, और उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रिंट प्रकाशनों के लिए लगभग एक दशक का लेखन किया है - द ट्रिब्यून, बीआर इंटरनेशनल पत्रिका, मेक माय ट्रिप , किलर फीचर्स, द मनी टाइम्स, और होम रिव्यू, कुछ नाम हैं। इतने सालों में उन्होंने जिन चीजों के बारे में लिखा है, उनमें से मनोविज्ञान के प्रिज्म के माध्यम से प्यार और रिश्तों की खोज करना उन्हें सबसे ज्यादा उत्साहित करता है। लेखन उनका पहला है। आप आरुषि को यहां ट्विटर पर पा सकते हैं।