It's not the size but how you do it that matters
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साइज नहीं बल्कि कैसे करते हैं, ये मायने रखता है

द्वारा SaumyaLM मई 16, 04:07 बजे
लड़कों के लिए पेनिस का साइज बहुत मायने रखता है क्योंकि उनके लिए यह उनकी मर्दांगी को दिखाने वाला होता है। कभी-कभी लड़के इस बात के लिए इतने गंभीर हो जाते हैं कि वे अपने लव लाइफ को इंज्वॉय ही नहीं कर पाते। कुछ ऐसा ही विक्रम और स्नेहा के साथ हुआ। आइए जानते हैं, उनकी कहानी..

विक्रम और स्नेहा की लव मैरेज हुई थी। वे दोनों करीब चार साल से लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप में थे इसलिए मुलाकात ना के बराबर होती थी लेकिन एक-दूसरे से जुड़े रहने के लिए वे वीडियो कॉल्स, फोन कॉल्स का सहारा लेते थे। अब दूरी को कम करने के लिए इन्हीं की मदद तो ली जा सकती है। 

और इंतज़ार खत्म हुआ 

फाइनली चार साल के लंबे इंतजार के बाद विक्रम और स्नेहा शादी के अटूट बंधन में बंध गए। यह उनके लिए वाकई सबसे सुखद पल था। खासकर स्नेहा इस पल के लिए खासी उत्साहित थी क्योंकि कभी-कभी जब किसी फेस्टिवल पर ऑफिस में उसकी कलीग्स अपने पार्टनर्स के साथ आती, तो स्नेहा का मन मचल उठता कि काश, मैं भी विक्रम के साथ रह पाती। अब उसकी यह कसक पूरी हो गई थी। 

लेकिन विक्रम के चेहरे की हवाईयां उड़ी हुई थी। ना जाने उसके मन में कैसा तूफान था, जो शांत ही नहीं हो रहा था। स्नेहा को पहले तो समझ नहीं आया लेकिन जब विक्रम स्नेहा के पास बैठने में, स्नेहा के छूने को नकारने लगा, तो स्नेहा को शक होने लगा कि आखिर बात क्या है.. एक तो चार साल बाद दोनों हमेशा के लिए साथ थे, तो फिर ऐसा क्या हो रहा है, जो विक्रम ऐसे कर रहा है। 

अचानक स्नेहा को पूरानी बातें याद आनी लगी, जब स्नेहा विक्रम के करीब जाने की कोशिश करती थी, तो विक्रम थोड़ा असहज हो जाता था लेकिन वो बात कुछ और थी और आज की बात कुछ और है, क्योंकि आज हमारी सुहागरात है, तो आज भला ऐसा क्यों हो रहा है। 

कुछ रोक रहा है मुझे

स्नेहा ने विक्रम की हथेलियों को थामते हुए पूछा, मैंने आज तक नहीं पूछा कि तुम ऐसा बिहेव क्यों करने लगते हो? पहले मुझे लगता था कि तुम्हें इंटिमेट होने में अजीब लगता है इसलिए मैं कुछ बोलती नहीं थी मगर पहले तुम इतना घबराते भी तो नहीं थे लेकिन आज की बात कुछ अलग सी लग रही है। तुम मुझे बता सकते हो, अब मैं तुम्हारी बेटर हाफ हूं। इतना हक तो बनता है ना!”

विक्रम ने कहा, “नहीं, ऐसा नहीं है कि मैं इंटिमेट नहीं होना चाहता। मगर मैं कर नहीं पा रहा हूं। स्नेहा मेरा पेनिस बहुत छोटा है!” इतना कहकर वो पीछे मुड़ गया और उसके चेहरे की रंगत बदल गई क्योंकि जिस राज़ को वो इतनी देर से छुपा रहा था, अब वो राज़ खुल गया था। 


रॉकेट चाहिए या पेनिस

लेकिन स्नेहा को उसकी बात सुनकर हंसी आने लगी। अब तो उसने विक्रम को पीछे से पकड़ लिया और उसके पेनिस को सहलाने लगी ताकि वो और खड़ा हो सके। कुछ देर बात जब विक्रम हल्की आंहे भरने लगा, तो स्नेहा ने इशारा करते हुए दिखाया कि “देखो, कहां छोटा है, बल्कि इतना लंबा तो है। अब क्या तुम्हें चांद पर जाने के लिए रॉकेट चाहिए या मेरे अंदर आने के लिए ये पेनिस ही काफी है!” 

एक रिसर्च यह भी कहता है की लड़के अपने पेनिस के साइज के बारे में ज़्यादा सोचते हैं, जबकि लड़कियां इसके बारे में अक्सर बेफिक्र होती हैं।  

कैसे करते हैं, यह जरूरी है

इतना सुनने के बाद विक्रम थोड़ा सहज हुआ लेकिन उसने कहा, मुझे लगता था कि मेरे पेनिस का साइज बहुत छोटा है क्योंकि मैंने सुना है कि पेनिस का साइज कम से कम 7-8 इंच होनी चाहिए। स्नेहा को हंसी आ गई। उसने हंसते हुए कहा, “अच्छा बताओ किस स्केल से साइज नापा था?” 

विक्रम कुछ भी नहीं बोल पाया। इस पर स्नेहा ने उसे समझाते हुए कहा, “पेनिस की नॉर्मल लंबाई 4.7 - 5.9 inch/ 12 - 17 सेंटीमीटर ही होती है और लगभग इसी साइज का कंडोम भी आता है। अब तुम क्या चाहते हो कि हम हर बार बिना कंडोम के सेक्स करें…इतनी जल्दी है, तुम्हें पापा बनने की!”

तो ध्यान से सुनो- रिसर्च बताता है कि पेनिस का साइज मैटर नहीं करता बल्कि प्यार मैटर करता है, सुना है ना- लव मैटर्स! महिलाओं में योनि का केवल बाहरी 1/3 हिस्सा (लगभग दो इंच) ही सेक्स का अनुभव कर सकता है इसलिए, एक महिला के लिए यह वास्तव में मायने नहीं रखता है कि पेनिस कितनी गहराई तक पहुंचता है इसलिए, यदि एक खड़ा लिंग दो इंच भी लंबा है, जो आमतौर पर ज्यादातर पुरुषों के मामले में होता है, तो यह उसकी महिला को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त है। यह सिर्फ साइज नहीं है, बल्कि जो तुम्हारे पास है, उसका तुम क्या करते हो, यह मायने रखता है।

साथ ही रिसर्च बताती है कि पुरुषों में भी लिंग का केवल अगला भाग (Glans Penis) ही सेक्स या छुअन के प्रति संवेदनशील होता है। तो, पुरुष साथी की खुशी भी लिंग की पूरी लंबाई पर निर्भर नहीं करती, बल्कि लिंग यानी कि पेनिस की 'संवेदनशीलता' यानी कि sensitivity पर निर्भर करती है। 

इतना सुनने के बाद विक्रम को ऐसा लगा, कि किसे ने उसे नयी शक्ति दे दी हो। स्नेहा ने उसे बताया कि एक दिन जब मैंने तुम्हारा फोन युपीआई करने के लिए लिया था, तो तुम्हारा गुगल सर्च देख लिया था- how to increase penis size..और उसी दिन मुझे मामला समझ आ गया था। 

विक्रम ने उसे गले से लगाते हुए कहा, अब आगे का मामला सेट करे, तो स्नेहा ने कहा, “पहले लाइट तो ऑफ कर लो, कहीं तुम्हारा पेनिस ना खो जाए, छोटा है ना!”






 

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