28 साल की बानी दिल्ली में नौकरी करती है।
‘मुझे किस करोगे?’
हम दोनों तकरीबन तीस साल के होने वाले हैं और एक डेटिंग ऐप से मिले थे और दो महीने से फोन पर बात कर रहे थे। हमारी नौकरी अलग-अलग शहरों में है। दिल्ली, जहाँ मैं रहती हूँ, में आर्यन का घर और परिवार है, इसलिए हमारे मिलने का चांस तो पक्का था और हम दोनों इस घड़ी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे।
जब आर्यन को घर जाने के लिए एक हफ्ते की छुट्टी मिली तो हम पहली बार पिछले जून में मिले। एक लंबी शाम साथ बितायी और बहुत सारी बातें की हमने। हम दोनों एक दूसरे की और बहुत ज़्यादा आकर्षित महसूस कर रहे थे।मुझे आर्यन को पास की एक सड़क पर ले जाना था जहाँ से वह एक टैक्सी पकड़ता। जैसे ही हम वहां पहुंचे, मेरे दिल में उससे कुछ पूछने का मन किया। ‘क्या तुम मुझे किस करना चाहोगे?’ मैंने आखिर कह ही डाला।
आर्यन हैरान तो हुआ लेकिन आसानी से मान गया क्योंकि वह भी किस करना चाहता था। लेकिन हम कहां जाएंगे? घर तो जा नहीं सकते थे। मेरे भाई की कार, जिसे मैं साथ लायी थी, हमारे पास एकमात्र निजी जगह थी। हमने कार को शहर के जंगल जैसे इलाके से होकर गुजरने वाली पास की सड़क की ओर ले जाने का फैसला किया।
किस तो मज़ेदार थी पर….
हमने एक ऐसी जगह कार को पार्क किया जो सेफ लग रही थी। हम दोनों अपनी अपनी सीट पर बैठे थे और और फिर हमने धीरे से एक दुसरे को किस किया। बहुत ही रोमांटिक किस था पर हमारा मन अभी भरा नहीं था। हमारे हाथ एक दुसरे के शरीर को छू रहे थे। सब कुछ बहुत ही अच्छा लग रहा था।
मैं एक सेकंड के लिए पीछे हुई ताकि मैं ठीक से उसके करीब आ सकूँ, लेकिन तभी मेरी नज़र कार के रियर व्यू शीशे में पढी। मैंने एक नीले साइरन वाली पुलिस की गाड़ी देखी। हम दोनों ने झट से फैसला लिया की हमें यहाँ से जितनी जल्दी हो सके भागना है।
इस खतरनाक सिचुएशन से बचने के लिए मैंने अपनी कार को गोली की स्पीड से दौड़ाया, तभी पुलिस ने अपना सायरन बजाया और पीछा करना शुरू कर दिया। हम दोनों चुप थे लेकिन हमे पता था की पुलिस हमारा क्या हश्र करने वाली है। हमारे देश में हम जैसे युवा, बिन-ब्याहे प्रेमी जोड़ो को पुलिस अक्सर उत्पीड़न का शिकार बनाती है।
मुझे फिल्म ‘मसान’ (जो मैंने सिनेमा हॉल में दो बार देखी थी) याद आ गई, जो पुलिस द्वारा एक युवा, अविवाहित जोड़े को परेशान करने के साथ शुरू होती है, जो एक होटल के कमरे में एक-दूसरे के साथ सेक्स करने गए थे। मुझे पता था कि मेरे परिवार को तुरंत सतर्क कर दिया जाएगा। और मुझे समझाना होगा कि हम कार में क्या कर रहे थे।
28 साल की उम्र में, मेरी यौन इच्छाएं मेरे परिवार के लिए बिलकुल मायने नहीं रखती थी। यह सब सोचते-सोचते चारों ओर का जंगल तेजी से गुजर रहा था और हमारी कार आगे सड़क के अंधेरे को भेद रही थी।
पुलिस द्वारा पीछा
रास्ता ख़तम होने का नाम नहीं ले रहा था। पुलिस डटी रही और दो बार अपनी वैन का सायरन बजाया। अचानक मेरा ध्यान हटा जब सड़क पर एक डिवाइडर दिखाई दिया तो मैंने घबराहट में गलत साइड पर गाडी चला दी और एक मोटरसाइकिल सवार से टकराते टकराते बची।
पीसीआर वैन ने हमें घेर लिया, हमें फिर से सायरन बजाकर रुकने का इशारा किया - अब चौथी बार। भागने का कोई मतलब नहीं था। यह बेतुका था, लेकिन हम अपराधियों की तरह महसूस कर रहे थे, जबकि हम पूरी तरह से कानून का पालन करने वाले नागरिक थे (यदि हम उस शाम ओवर-स्पीड ड्राइविंग को छोड़ दें)।
पुलिस ने हमारी कार के करीब 15 फीट पीछे अपनी वैन लगा दी। हमने कार के शीशे नीचे करके बैठने का फैसला किया। एक पुलिसकर्मी बाहर निकला और आर्यन के पीछे की खिड़की पर दस्तक दी और वापस अपनी वैन के पास अपनी जगह पर चला गया।
हमने एक-दूसरे को डटे रहने और बाहर न निकलने की ताकत दी। हमे डर था की अगर हम बाहर निकले तो कहीं ऐसा न हो कि हम और भी बदतर स्थिति में फंस जाएं। मैंने खुली खिड़की से अपना हाथ बाहर निकाला और धड़कते दिल से इशारा किया 'क्या बात है?'।
यह हमारी ज़िन्दगी के शायद सबसे लम्बे दो मिनट थे। पुलिसवालों ने हमारी गाड़ी को एक नज़र से स्कैन किया फिर आपस में बात की। लेकिन उनका को एक्शन लेने का इरादा नहीं लग रहा था। शायद उन्हें किसी और कि तलाश थी। हम दोनों ने मौके को भांपते हुए वहाँ से जल्दी निकलने का फैसला किया। मैंने कार का इंजन चालू किया और कार को थोड़ा आगे बढ़ाया। पुलिसकर्मी अपनी पोजीशन पर डटे रहे। मैंने स्पीड थोड़ी और बढ़ा दी।
डरा देने वाली खामोशी
लगभग 100 मीटर के बाद, मैंने तेज़ स्पीड पकड़ी और पांच मिनट तक चुपचाप कार चलाती रही। आर्यन ने इस जंगल से बाहर निकलने का रास्ता तलाशने की कोशिश की लेकिन मोबाइल डेटा सिग्नल खो गया।
हम उसी सड़क पर चलते रहे और पांच मिनट के बाद, जंगल की सड़क और पुलिस पीछे छूट गई। हम उस समय तो खतरे से बाहर थे भले ही कार नंबर के माध्यम से बाद में हमें ट्रैक किया जा सकता था। हमारी सांस में सांस आयी और हम कुछ और आगे चले।
जब कुछ देर के बाद मैंने कार बंद की तो मैं पूरी तरह से कांप रही थी।मैं यह सोच सोच के डर रही थी की आज क्या हो सकता था। आर्यन में मेरा हाथ अपने हाथ में लिया और मुझे अच्छा महसूस करने के लिए मेरे हाथ को सहलाया। ‘अब ठीक है सब’, उसने कहा।
वो शाम हम कभी नहीं भूल पाएंगे। इस घटना के बाद हम एक दुसरे से और जुड़ गए और इस याद को हमेशा के लिए अपने दिलो दिमाग में बसा लिया।
तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।नाम बदल दिए गए हैं।
आपके पास भी कोई ऐसी हे कहानी हैं तो लिखिए हमें। कोई सवाल? हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें या हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें। हम Instagram, YouTube और Twitter पे भी हैं!