18 साल की ज्योति एक छात्रा है और बिहार में रहती है।
लम्बे बैंगन और खीरे?
कल रात की बारिश के बाद सुबह बहुत सुहानी थी। बारिश से नहाई प्रकृति बेहद आकर्षक लग रही थी, ठीक वैसी ही जैसे एक लड़की नहाकर निकलती है। मैं भी नहा धोकर सब्जी लाने निकली थी। सुबह सुबह काफी सब्जी वालों की भीड़ थी। इसी बीच मेरी मुलाकात सीमा भाभी से हो गई। वे भी सब्जी खरीदने निकली थी। मैं जब सब्जी खरीद रही थी, इसी बीच मैंने कुछ सुना।
सीमा भाभी को लेकर दो सब्ज़ी वालियों में खुसफुसाहट हुई। ‘आज भाभी ने बड़े लंबे बैंगन लिए हैं और साथ में लंबा खीरा भी है।’ मुझे ये बात सुनकर थोड़ा अजीब सा लगा कि सब्जी तो सब्जी होती है। अब इसमें मैथ्स को क्यों घुसाना? खैर इस उधेड़बुन के साथ मैं घर आ गई।
दिन ऐसे ही बीतने लगे लेकिन मन में ये बात बैठ गई थी कि सब्जियों का लंबी होने से क्या कनेक्शन है? मेरे पास उस वक्त अपना पर्सनल फोन भी नहीं था, जहां गूगल सर्च करके तुरंत पता कर लूं और इतनी हिम्मत भी नहीं थी कि किसी से फोन मांगकर सर्च कर लूं लेकिन इतना तो लग रहा था कि जिस चुटीले अंदाज में वो शब्द कहे गए हैं, इसके पीछे जरूर कोई अतरंगी बात है। मैं अपने सवालों की लिस्ट के साथ ऐसे ही सोच में पड़ी थी।
शहर वाली दोस्त
इसी बीच पता चला कि मेरे पड़ोस में रहने वाली दीदी गर्मी की छुट्टियों में वापस आईं हैं। उनके घर का नाम छबीली है। मैं और दीदी एक दूसरे से कई सारी बातें शेयर किया करते थे लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए वे बाहर चली गईं और हमारा संपर्क टूट गया था। कभी कभी उनकी मां से उनका हाल चाल पता चल जाता है लेकिन बात किए हुए कई साल गुजर गए थे। हमारे बीच उम्र की दीवार केवल शब्दों में है। ऐसे हम बिलकुल सहेलियां हैं क्योंकि एक दो साल का फर्क हम दोनों के मिलते ही मिट जाता है।
उनके आने की बात सुनकर मैं बहुत उत्साहित थी इसलिए उनके आते ही शाम के वक्त उनसे मिलने पहुंच गई। चूंकि वो पहली बार अपने कॉलेज की छुट्टियों में वापस आईं थीं इसलिए बहुत कुछ सुनना और सुनाना भी था। जैसे ही हम दोनों मिले ऐसा लगा किसी ने मनोरम संगीत छेड़ दिया हो। हम दोनों छत पर बैठ गए और इधर उधर की खूब बातें करने लगे।
इसी बीच मैंने उनसे पूछा, ‘अच्छा छबीली दी, एक बात कई दिनों से मन में है। आपसे ही पूछ सकती हूं क्योंकि किसी से शेयर नहीं कर सकती।’
"हां, बोलो ना ज्योति।" उनसे सहमति मिलते हुए ही मैंने कहा, ‘आपको पता है, उस दिन मैं सब्जी लेने गई थी, तो वहीं सीमा भाभी आईं थी। वो सब्जी खरीद रही थी कि तभी पीछे से दो सब्ज़ी बेचने वाली औरतों ने बोला, ‘भाभी ने लंबे बैंगन और खीरा खरीदा है।’ और फिर वह ज़ोर से हंस पड़ी ।अब एक बात समझ नहीं आ रही कि अब लड़कियों के सब्जी खरीदने से भी दिक्कत होने लगी।"
छबीली दी ने हंसते हुए कहा, ‘अरे नहीं। इसका मतलब कुछ और है। हालांकि बहुत लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती है लेकिन बहुत सी लड़कियां इन् लम्बी सब्ज़ियों को अपने आप को मज़ा देने के लिए लेती हैं।’
सच का सामना!
मैं एकटक देख रही थी। उन्होंने कहना शुरू किया। ‘बहुत सी महिलाएं उन्हें सेक्स टॉय के रूप में इस्तेमाल करती हैं! हस्तमैथुन करने के लिए उनकी योनि में डालते हैं। यह बहुत सामान्य है। मेरे हॉस्टल की कई लड़कियां भी इनका इस्तेमाल करती हैं। बहुत से लोग अपने आप को सेक्सुअली संतुष्ट करने के लिए सब्ज़ियों का इसका इस्तेमाल करते हैं। रुक मैं तुझे दिखाती हूं। ये देख।’
इसके बाद उन्होंने मुझे अपना फोन दिखाया, जिसमें कुछ विडियोज और तस्वीरें थी। वहां केले के जरिए पुरुषों के निजी अंग को दर्शाया गया था। तो कहीं संतरे के जरिए महिलाओं के निजी अंगों को। छबीली दी ने मुस्कुराते हुए आगे कहा, ‘उस दिन सीमा भाभी जो बैंगन और खीरा खरीद रही थी, इसका मतलब भी वही था। शायद इसलिए ही किसी ने ये कॉमेंट किया होगा।’
‘ओह! तो सीमा भाभी शायद इस काम के लिए उनका इस्तेमाल कर रही होंगी!' मैंने कहा।
'हमे क्या पता। हो सकता है कि सब्जी वाली ऐसा ही सोचते हों। सच तो सीमा भाभी ही बता सकती हैं। तुम उससे पूछना चाहती हो?'
'नहीं!’ मैंने चिल्लाया और फिर हम दोनों ने हसंते हुए अपनी चाय खत्म की।
तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।
क्या आपके पास भी ऐसी कोई कहानी है? कोई सवाल? हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें या हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें। हम Instagram, YouTube और Twitter पे भी हैं!