आंटी जी कहती हैं... प्राची पुत्तर अगर तुझे सेक्स करना अच्छा लगता है तो इसमें शर्माना कैसा? कई महिलाओं को सेक्स पसंद होता है लेकिन वो यह बोल नहीं पातीI मैं तो तेरी दाद देना चाहूंगी कि ना सिर्फ़ तू इन भावनाओं को समझ रही है बल्कि तुझ में इतनी हिम्मत भी है कि इतने बड़े मंच पर आकर उस बारे में बात भी कर रही हैI शाबाश पुत्तर!
मैं सेक्सी हूँ और मुझे पता है!
बेटा जी मैं समझ सकती हूँ कि इस बारे में बात करना तेरे लिए कितना मुश्किल होगाI आखिर कितने लोग, खासकर महिलाएं, सेक्स के बारे में अपनी भावनाएं लोगों के सामने व्यक्त कर पाते हैं?
मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि तू इस सच्चाई से मुंह मोड़ कर भाग नहीं रही है, इस पर कोई पर्दा डालने की कोशिश नहीं कर रही है बल्कि इस बारे में बात कर रही हैI बेटा इसके लिए तो तुझे आंटी जी की स्पेशल झप्पी मिलनी चाहिएI
सेक्स का हमारे जीवन में एक अहम् महत्त्व है और हमें इस बारे में अपने दोस्तों से ज़रूर बात करनी चाहिएI वैसे ही, जैसे हम अनगिनत और चीज़ों के बारे में उनसे बात करते हैं I
इसमें झिझक कैसी?
क्या तू यह सोच रही है कि तेरे दोस्त क्या सोचेंगे? क्या अतीत में कुछ ऐसा घटा है जिससे तू उनसे बात करने में झिझक रही है? बेटा ऐसे दोस्त ही किस काम के जिनसे बात करने शर्म आती होI मेरा यह मतलब नहीं है कि तू अपने दोस्त बदल दे, बस मैं इतना कह रही हूँ कि सेक्स के बारे में क्यों और किससे बात करनी है, इस बारे में तुझे गौर से सोचना चाहिएI
पुत्तर यह एक निजी मामला है- कोई जनहित में जारी सूचना थोड़ी है! तो तुझे इस बारे में उन लोगों से बात करनी चाहिए जिन पर तुझे पूरा भरोसा हो और जिनसे बात करने में तू सहज हो और यह दोनों नियम तेरे दोस्तों पर भी लागू होते हैंI
सेक्स उनके लिए भी एक निजी मामला है और शायद इस बारे में वो तुझसे बात ना करना चाहे, और तुझे भी उनकी भावनाओं की कद्र करनी चाहिएI
लेकिन अगर तू उनकी प्रतिक्रया जाने बिना ही सोच कर बैठी है कि वो तेरे बारे में क्या सोचेंगे, तो पुत्तर यह परेशानी की बात हैI हो सकता है कि तेरी तरह उन्हें भी यह सोच खाई जा रही हो कि जाने उनके दोस्त क्या सोचेंगेI पर बेटा किसी को तो बिल्ली के गले में घंटी बांधनी ही पड़ेगी, तो क्यों ना यह नेक काम तू ही कर ले? कोशिश तो कर पुत्तर!
आंटी जी, पर कैसे?
अब बाकी बातों के लिए भी तो जब मन करता है तब बात करते हूँ ना? तो फ़िर सेक्स के बारे में बात करने के लिए किसी ख़ास समय और जगह की ज़रुरत क्यों पड़नी चाहिए? तूने अपनी पिछली डेट के बारे में भी तो अपनी किसी दोस्त को बताया होगा ना? तो बस उसी बात को आगे बढ़ाकर उस दिन हुए चुम्बन के बारे में ही तो बात करनी हैI आसान है पुत्तरI
अगर तू अपना अनुभव बता कर बात नहीं शुरू करना चाहते तो तू किसी फ़िल्म में देखें या किताब में पढ़े एक कामोत्तेजक दृश्य के बारे में भी बात कर सकती हैI
अगर तुझे लगे कि तेरी दोस्त या दोस्तों की प्रतिक्रियाएं अजीब हैं या उन्हें सुनकर तू असहज महसूस कर रही है तो तू अपनी बात बदल भी सकती हैI कई बार लोग सिर्फ़ इसलिए ऐसी प्रतिक्रियाएं देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनसे ऐसी ही प्रतिक्रिया की उम्मीद होती है, खासकर तब जब उनके आसपास और लोग भी होते हैंI
मेरे ख्याल से तो अच्छा होगा कि तुझे शुरुआत में एक ही दोस्त से बात करनी चाहिए, वो जिस पर तुझे सबसे ज़्यादा भरोसा होI बेटा तुझे भी इस पर ध्यान देने की ज़रुरत है कि कहीं तेरी बातों से तेरे दोस्तों को तो असुविधा नहीं हो रहीI हो सकता है कि शुरुआत में तुझे ऐसा लगे कि सेक्स के सन्दर्भ में तेरे कुछ दोस्तों के विचार तेरे विचारों से मेल ना खाते होI अगर ऐसा हो तो तुझे भी उन्हें तुझे समझने के और मौके देने होंगे क्योंकि ज़रूरी नहीं कि जितना हिम्मत तूने दिखाई है वो सभी में होI
जा पुत्तर, आगे बढ़!
जाने से पहले पुत्तर तुझे एक महत्त्वपूर्ण बात बताना चाहूंगीI बेटा सेक्स के बारे में तेरे विचार तेरे खुद के हैं और तुझे उनको किसी के भी साथ साझा करने की कोई ज़रुरत नहीं है, खासकर तब, जब तू ऐसा नहीं चाहती या उससे तुझे असुविधा महसूस होती होI लेकिन अगर तुझे लगता है कि तुझे यह करना चाहिए तो पुत्तर मैं तेरे साथ हूँ, बस शुरुआत छोटे-छोटे क़दमों से करनाI
तेरा फैसला जो भी हो पुत्तर लेकिन एक बार अपनी आंटी जी की तरफ़ से अपनी पीठ ज़रूर थपथपा लेनाI मैं उम्मीद करती हूँ कि तू अपने शरीर और अपने रिश्तों के बारे में हमेशा ही इतनी स्वछन्द रहेगी और उनके बारे में बात करने में तुझे हमेशा खुशी होगीI
महिला दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें!
लेखक की गोपनीयता बनाये रखने के लिए तस्वीर में एक मॉडल का इस्तेमाल किया गया हैI
क्या सेक्स के बारे में बात करने में आपको झिझक होती है? अपने विचार नीचे लिखकर या फेसबुक के ज़रिये हमसे साझा करेंI अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो हमारे चर्चा मंच का हिस्सा ज़रूर बनेंI
आंटी जी कहती हैं... प्राची पुत्तर अगर तुझे सेक्स करना अच्छा लगता है तो इसमें शर्माना कैसा? कई महिलाओं को सेक्स पसंद होता है लेकिन वो यह बोल नहीं पातीI मैं तो तेरी दाद देना चाहूंगी कि ना सिर्फ़ तू इन भावनाओं को समझ रही है बल्कि तुझ में इतनी हिम्मत भी है कि इतने बड़े मंच पर आकर उस बारे में बात भी कर रही हैI शाबाश पुत्तर!
मैं सेक्सी हूँ और मुझे पता है!
बेटा जी मैं समझ सकती हूँ कि इस बारे में बात करना तेरे लिए कितना मुश्किल होगाI आखिर कितने लोग, खासकर महिलाएं, सेक्स के बारे में अपनी भावनाएं लोगों के सामने व्यक्त कर पाते हैं?
मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि तू इस सच्चाई से मुंह मोड़ कर भाग नहीं रही है, इस पर कोई पर्दा डालने की कोशिश नहीं कर रही है बल्कि इस बारे में बात कर रही हैI बेटा इसके लिए तो तुझे आंटी जी की स्पेशल झप्पी मिलनी चाहिएI
सेक्स का हमारे जीवन में एक अहम् महत्त्व है और हमें इस बारे में अपने दोस्तों से ज़रूर बात करनी चाहिएI वैसे ही, जैसे हम अनगिनत और चीज़ों के बारे में उनसे बात करते हैं I
इसमें झिझक कैसी?
क्या तू यह सोच रही है कि तेरे दोस्त क्या सोचेंगे? क्या अतीत में कुछ ऐसा घटा है जिससे तू उनसे बात करने में झिझक रही है? बेटा ऐसे दोस्त ही किस काम के जिनसे बात करने शर्म आती होI मेरा यह मतलब नहीं है कि तू अपने दोस्त बदल दे, बस मैं इतना कह रही हूँ कि सेक्स के बारे में क्यों और किससे बात करनी है, इस बारे में तुझे गौर से सोचना चाहिएI
पुत्तर यह एक निजी मामला है- कोई जनहित में जारी सूचना थोड़ी है! तो तुझे इस बारे में उन लोगों से बात करनी चाहिए जिन पर तुझे पूरा भरोसा हो और जिनसे बात करने में तू सहज हो और यह दोनों नियम तेरे दोस्तों पर भी लागू होते हैंI
सेक्स उनके लिए भी एक निजी मामला है और शायद इस बारे में वो तुझसे बात ना करना चाहे, और तुझे भी उनकी भावनाओं की कद्र करनी चाहिएI
लेकिन अगर तू उनकी प्रतिक्रया जाने बिना ही सोच कर बैठी है कि वो तेरे बारे में क्या सोचेंगे, तो पुत्तर यह परेशानी की बात हैI हो सकता है कि तेरी तरह उन्हें भी यह सोच खाई जा रही हो कि जाने उनके दोस्त क्या सोचेंगेI पर बेटा किसी को तो बिल्ली के गले में घंटी बांधनी ही पड़ेगी, तो क्यों ना यह नेक काम तू ही कर ले? कोशिश तो कर पुत्तर!
आंटी जी, पर कैसे?
अब बाकी बातों के लिए भी तो जब मन करता है तब बात करते हूँ ना? तो फ़िर सेक्स के बारे में बात करने के लिए किसी ख़ास समय और जगह की ज़रुरत क्यों पड़नी चाहिए? तूने अपनी पिछली डेट के बारे में भी तो अपनी किसी दोस्त को बताया होगा ना? तो बस उसी बात को आगे बढ़ाकर उस दिन हुए चुम्बन के बारे में ही तो बात करनी हैI आसान है पुत्तरI
अगर तू अपना अनुभव बता कर बात नहीं शुरू करना चाहते तो तू किसी फ़िल्म में देखें या किताब में पढ़े एक कामोत्तेजक दृश्य के बारे में भी बात कर सकती हैI
अगर तुझे लगे कि तेरी दोस्त या दोस्तों की प्रतिक्रियाएं अजीब हैं या उन्हें सुनकर तू असहज महसूस कर रही है तो तू अपनी बात बदल भी सकती हैI कई बार लोग सिर्फ़ इसलिए ऐसी प्रतिक्रियाएं देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनसे ऐसी ही प्रतिक्रिया की उम्मीद होती है, खासकर तब जब उनके आसपास और लोग भी होते हैंI
मेरे ख्याल से तो अच्छा होगा कि तुझे शुरुआत में एक ही दोस्त से बात करनी चाहिए, वो जिस पर तुझे सबसे ज़्यादा भरोसा होI बेटा तुझे भी इस पर ध्यान देने की ज़रुरत है कि कहीं तेरी बातों से तेरे दोस्तों को तो असुविधा नहीं हो रहीI हो सकता है कि शुरुआत में तुझे ऐसा लगे कि सेक्स के सन्दर्भ में तेरे कुछ दोस्तों के विचार तेरे विचारों से मेल ना खाते होI अगर ऐसा हो तो तुझे भी उन्हें तुझे समझने के और मौके देने होंगे क्योंकि ज़रूरी नहीं कि जितना हिम्मत तूने दिखाई है वो सभी में होI
जा पुत्तर, आगे बढ़!
जाने से पहले पुत्तर तुझे एक महत्त्वपूर्ण बात बताना चाहूंगीI बेटा सेक्स के बारे में तेरे विचार तेरे खुद के हैं और तुझे उनको किसी के भी साथ साझा करने की कोई ज़रुरत नहीं है, खासकर तब, जब तू ऐसा नहीं चाहती या उससे तुझे असुविधा महसूस होती होI लेकिन अगर तुझे लगता है कि तुझे यह करना चाहिए तो पुत्तर मैं तेरे साथ हूँ, बस शुरुआत छोटे-छोटे क़दमों से करनाI
तेरा फैसला जो भी हो पुत्तर लेकिन एक बार अपनी आंटी जी की तरफ़ से अपनी पीठ ज़रूर थपथपा लेनाI मैं उम्मीद करती हूँ कि तू अपने शरीर और अपने रिश्तों के बारे में हमेशा ही इतनी स्वछन्द रहेगी और उनके बारे में बात करने में तुझे हमेशा खुशी होगीI
महिला दिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें!
लेखक की गोपनीयता बनाये रखने के लिए तस्वीर में एक मॉडल का इस्तेमाल किया गया हैI
क्या सेक्स के बारे में बात करने में आपको झिझक होती है? अपने विचार नीचे लिखकर या फेसबुक के ज़रिये हमसे साझा करेंI अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो हमारे चर्चा मंच का हिस्सा ज़रूर बनेंI