सर्जरी से उस महिला का हाईमन दोबारा सिल तो दिया जाएगा लेकिन फ़िर भी इससे यह सुनिश्चित नहीं होगा कि वो जब अगली बार सम्भोग करेगी तो उसकी योनि से ख़ून निकलेगाI वैसे तो यह मानसिकता कि जब भी कोई महिला पहली बार सेक्स करती है तो उसका ख़ून निकलता है, अपने आप में ही एक गलत धारणा हैI
आम धारणा तो यही है कि जो जिन महिलाओं का हाईमन बरकरार है वो वर्जिन हैंI जबकि सच यह है कि पहली बार सेक्स के दौरान लगभग आधी से ज़्यादा महिलाओं की योनि से खून नहीं आताI इसका यह मतलब नहीं निकाला जा सकता कि उनका कौमार्या भंग हो चुका है क्यूंकि सेक्स के अलावा ऐसी कई और वजह हैं जो हाईमन के टूटने का कारण हो सकती हैंI जैसे व्यायाम, खेल कूद, कोई चोट, यहाँ तक कि कई बार टैम्पोन के इस्तेमाल से भी हाईमन टूट सकता हैI तो इसलिए यह सुनने में ही हास्यप्रद लगता है कि हमारे समाज में हाईमन को लेकर इतना हो-हल्ला किया जाता है जबकि वास्तव में हाईमन के होने या ना होने से इस बात का कोई सम्बन्ध नहीं है कि वो महिला वर्जिन है या नहींI।
वैसे तो महिलाओं का यह सर्जरी करवाने का एकमात्र उद्देश्य अपनी 'खोई विर्जिनिटी' को वापस पाना होता है लेकिन अगर उन्हें लगता है कि इसके कुछ और फ़ायदे भी होंगे तो उनका यह सोचना गलत हैI देखा जाए तो यह केवल एक प्रक्रिया है जिसमे हाईमन को दोबारा सिल कर उसे कस दिया जाता हैI
इस सर्जरी से शरीर को कोई भी लाभ नहीं पहुंचता हैI परिशिष्ट (अपेंडिक्स) की तरह ही एक हाईमन का महिला के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ताI
ऐसा भी नहीं है कि सेक्स के दौरान खून निकलवाने का एकमात्र तरीका हाईमन का पुनर्निर्माण ही हैI बाज़ार में ऐसी गोलियां भी उपलब्द्ध हैं जो रक्तस्राव में मदद करती हैं। लेकिन ज़रा सोचिये कि क्या आप इसलिए गोली खाएंगी कि आपका खून निकले? आमतौर पर लोग खून रोकने के लिए गोलियां खाते हैंI यह हमें एक महत्त्वपूर्ण बात भी बताता है - अगर हम कुछ वैज्ञानिक तथ्यों पर गौर करें तो उससे हमारी सोच में बदलाव आ सकता हैI शायद अपनी सोच में बदलाव लाना सर्जरी से बेहतर विकल्प होगा! हाईमन के बारे में सोचने से अच्छा यह होगा कि हम लोगों को यह एहसास हो कि कौमार्यता को इतना गंभीरता से लेना ठीक नहीं है क्यूंकि इससे किसी के भी सेक्स जीवन पर कोई असर नहीं पड़ताI ना तो यह कामुक सुख को बढ़ाता है और ना ही इससे उसमे कोई कमी होती हैI तो हम लोगों को यह निर्णय एक महिला पर ही छोड़ देना चाहिए कि वो अपने शरीर के साथ क्या करना चाहती हैI
वैसे तो इस सर्जरी के अधिकतर साइड इफेक्ट्स जैसे संभावित संक्रमण, दर्द या जलन होना अल्पकालिक होते हैं और समय के साथ ठीक हो जाते हैं लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में, योनि छेद पतला होने जैसी दीर्घकालिक जटिलताएं हो जाती हैं जिस वजह से भविष्य में सेक्स करना बेहद मुश्किल या लगभग असंभव भी हो सकता हैI
दुनिया के कई हिस्सों में हाईमन पुनर्निर्माण सर्जरी गैर-कानूनी हैंI हालांकि आप इसे भारत में करवा सकते हैं लेकिन मध्य पूर्व और खाड़ी के कई देशों में यह प्रतिबंधित हैं। विडंबना देखिये, यह वही देश हैं जहाँ पहली बार सेक्स के दौरान एक महिला का रक्तस्राव दूसरी संस्कृतियों की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर इसके कानूनी पहलु को नज़रअंदाज़ भी कर दिया जाए तो भी हर कोई इसे नैतिक रूप से भी सही नहीं मानताI
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लेखक के बारे में: मुंबई के हरीश पेडाप्रोलू एक लेखक और अकादमिक है। वह पिछले 6 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह शोध करने के साथ साथ, विगत 5 वर्षों से विश्वविद्यालय स्तर पर दर्शनशास्त्र भी पढ़ा रहे हैं। उनसे लिंक्डइन, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर संपर्क किया जा सकता है।