cheating in love
Shutterstock/Intellistudies

मेरा बॉयफ्रेंड मेरे पैसे लेकर चंपत हो गया

द्वारा Kiran Jogendra मार्च 16, 09:41 बजे
अरुण ने स्नेहा से जो पैसे उधार मांगें थे, वह कोई छोटी रकम नहीं थी, इसके बावजूद स्नेहा उसे मना नहीं कर पायी। वह अरुण से बेहद प्यार करती थी और किसी भी तरह उसकी मदद करना चाहती थी। इसके लिए स्नेहा ने किसी और से पैसे उधार लेकर अरुण को दिया। लेकिन आगे जो हुआ उसने स्नेहा की ज़िंदगी बदल दी। उन्होंने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपनी कहानी साझा की।

* 23 वर्षीय स्नेहा दिल्ली से स्नातकोत्तर हैं।

नया नया प्यार

मैं एक डेटिंग ऐप के जरिए अरुण से मिली थी। हम दोनों की पसंद एक दूसरे से काफी मिलती जुलती थी- जैसे शास्त्रीय संगीत और चाइनीज फूड हम दोनों को पसंद था और यहां तक कि कला औऱ फोटोग्राफी में भी हम दोनों की गहरी दिलचस्पी थी। मुझे दिन में उसके साथ समय बिताने और रात में उससे फोन पर बातें करना अच्छा लगने लगा।

महज़ दो ही महीनों में मुझे लगने लगा कि अरुण से बेहतर प्रेमी मुझे मिल नहीं सकता। मैं उस पर जी भर प्यार लुटाती थी और वह भी मेरे पीछे भागता था। यह सब मुझे बहुत अच्छा लगता था।

अचानक एक दिन

एक दिन हम दोनों कॉफी शॉप में बैठे थे, अरुण ने मुझसे कहा कि वह उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए बाहर जाना चाहता है लेकिन उसके पास इतने पैसे नहीं है कि वह अपनी पसंद के कोर्स के लिए आवेदन कर सके। उसने मुझसे अचानक पूछा कि क्या तुम मुझे पचास हजार रुपये दे सकती हो।

उसकी बातें सुनकर मुझे बहुत हैरानी हुई। लेकिन मैं यह दिखाना चाहती थी कि मैं उससे बहुत प्यार करती हूं और उसकी मदद कर सकती हूं। इसलिए मैंने उसे मना नहीं किया। यह बहुत बड़ी रकम थी। इसलिए मैंने पैसों का इंतजाम करने के लिए उससे कुछ समय मांगा। उसने भी मुझे जल्द ही पैसे लौटाने का वादा किया।

धोखे का शिकार 

मेरे बैंक खाते में भी उतने पैसे नहीं थे, जितने की उसे ज़रूरत थी। मैंने अपने कई दोस्तों को फोन किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कई दिनों तक ऐसे ही चलता रहा। इस बीच, अरुण लगातार फोन करके मुझसे पूछता रहा कि पैसों का इंतजाम कब तक होगा। जैसे जैसे दिन बीतने लगे मैं उसकी मदद करने के लिए बेताब रहने लगी।

मुझे कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा था इसलिए मैंने अपनी मौसी से बात की जो मेरे बहुत करीब हैं। मैंने उनसे अरुण के बारे में सबकुछ बता दिया और वो पैसे देने के लिए तैयार हो गईं। 

बहुत व्यस्त

मैं अगली सुबह अरुण से मिली। उसने पैसे लेने के बाद मुझे गले लगाया और कहा कि वह इसे जल्द लौटा देगा। उसे ख़ुश देखकर मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था। हालांकि, अगले ही हफ्ते में अरुण का व्यवहार अचानक बदल गया। अब वह इतना व्यस्त रहने लगा कि उसके पास मेरे लिए समय ही नहीं होता था। वह मेरे फोन और मैसेज की भी अनदेखी करने लगा।

वह अक्सर अपने बुरे बर्ताव के लिए माफ़ी मांगता था लेकिन जल्द ही यह सब भी बंद हो गया। हम दोनों छोटी-छोटी बातों पर झगड़ने लगे। मुझे लगने लगा था कि मेरी गलती न होने के बावजूद मुझे ही उससे माफ़ी मांगनी पड़ती थी। यह सिलसिला चार महीने तक चलता रहा। मुझे अरुण के बर्ताव से वास्तव में बहुत निराश हुई लेकिन मैं कुछ कर भी नहीं पा रही थी।

शादी

इसी बीच मेरी मौसी मुझे फोन करके अपने पैसे वापस मांगने लगी। उन्होंने कहा कि उन्हें पैसों की बहुत ज़रूरत है और अगर मैंने पैसे जल्दी नहीं लौटाये तो वह मेरी मां को सब कुछ बता देंगी। मैं अपनी मां को परेशान नहीं करना चाहती थी।

मैंने अरुण को फोन करके पैसे वापस करने के लिए कहा, लेकिन उसने यह कहते हुए मेरा फोन काट दिया कि वह व्यस्त है। अगले दो दिनों तक उनका मोबाइल स्विच ऑफ रहा। मैंने उसकी दोस्त निशा को फोन किया। उसने मुझे बताया कि अरुण कुछ ही दिनों में अपनी प्रेमिका से शादी करने वाला है। मुझे बेहद गुस्सा आया और अपना पैसा वापस लेने के लिए मैंने कुछ न कुछ करने का निर्णय लिया।

ज़रूरत में दोस्त काम आये 

मैंने निशा को पूरी कहानी बताई और अपने अन्य दोस्तों से भी मदद ली। अगले दिन हम सब अरुण के घर गए। वहां उसके सभी रिश्तेदार शादी के उत्सव का आनंद ले रहे थे। हमें देखते ही वे रुक गए। मैंने एक गहरी साँस ली और उसके परिवार को पूरी बात बताई, कि वह मुझसे पैसे उधार लेने के बाद कैसे मेरी अनदेखी कर रहा है।

उन्होंने अरुण को फोन किया। उसे सामने देखकर मेरी आंखों में नफ़रत की ज्वाला भड़क उठी। उसने मुझ पर झूठ बोलने का आरोप लगाया लेकिन मेरे सभी दोस्तों ने मेरा पक्ष लिया। अरुण ने आखिरकार अपनी ग़लती स्वीकार की और कहा कि उसने सारा पैसा खर्च कर दिया है।

उसकी माँ ने मुझे शांत कराया और बोलीं कि इस वक्त वह मुझे सिर्फ पांच हजार रुपये दे सकती हैं। मैंने कुछ नहीं कहा। उन्होंने बाकी पैसे जल्द लौटाने का वादा किया। हम थोड़ी सी उम्मीद लेकर वहां से वापस लौट आये।

ज़्यादा उम्मीद नहीं है

इस घटना को छह महीने हो चुके हैं। उनकी माँ बीच बीच में मुझे सिर्फ 2000 या 3000 रुपये दिये थे। अरुण शादी के बाद दिल्ली से बाहर रहने लगा है और उसने मेरा नंबर भी ब्लॉक कर दिया है ताकि मैं उसे फोन न कर सकूं। अब मैं एक स्कूल में पढ़ाती हूं और अपने मासिक वेतन से मौसी के उधार पैसे लौटा रही हूं। मैंने सारी उम्मीद खो दी है।

यह लेख पहली बार 10 मई, 2019 को प्रकाशित हुआ था।

गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।

क्या प्यार के बीच में पैसों का लेनदेन सही है? नीचे टिप्पणी करें या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें। यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।

Do you have a story in Hindi (Hindi kahani) to share? For any story in Hindi, please write to us below in the comment section. For more stories in Hindi (Hindi Kahaniya), click here

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>