आंटी जी कहती हैं, बेटा जी भगवान् का शुक्र है कि दूसरे लोग हमारे दिमाग के अंदर नहीं घुस पातेI हैं ना?
क्या इससे कोई फ़र्क़ पड़ता है?
बेटा जी कहने को तो बात सिर्फ़ तेरे दिमाग में ही है तो इससे किसी को क्या नुक्सान हो सकता हैI लेकिन पुत्तर हमारे जीवन में हर बात के दो पहलु होते हैं और इसी तरह इस बात का भी हैI
कल्पनाएं करना मज़ेदार हो सकता हैI एक स्तर पर यह ठीक भी है। असल में कभी-कभी किसी के यौन जीवन को इससे फ़ायदा भी हो जाता हैI दूसरी ओर, इससे आपके रिश्ते में अनुचित हस्तक्षेप भी हो सकता हैI
कुछ ज़्यादा करीब
तेरे मामले का सबसे बड़ा मुद्दा है कि तेरी कल्पना की हीरोइन तेरे आसपास ही मौजूद हैंI अब कोई बॉलीवुड या हॉलीवुड की स्टार-वार होती तो समस्या नहीं थीI लेकिन साली, तेरी बीवी की दोस्त, यह सब 'वास्तविक जीवन' के लोग हैं। यह सब वो महिलाएं हैं जिनसे आप रोज़मर्रा मिलते रहते हैंI
वैसे तू कह रहा है कि तेरे मन में बाद में ऐसे कोई ख्याल नहीं आते लेकिन सच तो यह है कि उन दोनों के प्रति तू यौन रूप से आकर्षित हो चुका हैI अपने दिमाग में ही सही लेकिन तूने उन दोनों को अपने सेक्स के साथी के रूप में देखना शुरू कर दिया हैI अब यह उतना भी 'हानिरहित' नहीं है जितना तुझे लग रहा हैI
थोड़ा सा फ़र्क़
कुछ लोग यौन संबंध के दौरान अन्य लोगों के बारे में सोचने भर को भी बेवफाई या धोखे के रूप में देखते हैं। कुछ लोगों का यह अपमानजनक भी लगता है - "क्या मुझे में कोई कमी है"? जबकि कुछ ऐसे भी हैं जिन्हे लगता है कि उनका 'इस्तेमाल' किया जा रहा हैI अब बेटा उनके ऐसा सोचने में कुछ गलत भी नहीं है नाI
दूसरी ओर, यह भी हो सकता है कि कुछ साथियों को इस की भनक भी नहीं लग पाती और अगर लग भी जाए तो उन्हें इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ताI हो सकता है स्वेच्छा से वो इसे प्रोत्साहित भी करेंI अब बात तो वही है ना, जब तक किसी को नुकसान नहीं पहुँच रहा तब तक सब ठीक हैI
गरम मसाले का तड़का
अब बात यह है कि करना क्या हैI शुरुआत के लिए तू अपने यौन जीवन में और सक्रिय होने की कोशिश कर, अपनी बीवी के साथI तुम दोनों सेक्स में रोलप्ले कर सकते हो, कुछ फ़िल्मी दृश्यों की नक़ल कर सकते हों और कुछ कामोत्तेजक पदार्थ जैसे मोमबत्तियां, स्ट्रॉबेरी और मखमल की चद्दरों का इस्तेमाल कर सकते होंI ऐसा करने से तुम दोनों का सेक्स मज़ेदार होता जाएगा और शायद तुझे 'किसी और' की ज़रुरत ना पड़ेI
अपने सेक्स जीवन में ज़रा गरम मसाले का तड़का लगा पुत्तर - इसका मतलब यह नहीं है कि अपने बैडरूम में तू खाना पकाना शुरू कर देI मेरा मतलब है कि कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो शरीर पर इस्तेमाल करने से कामुकता बढ़ाते हैं जैसे चॉकलेट, आइसक्रीम, शहद इत्यादि। लेकिन इन्हें अपने शरीर पर लगाने से पहले थोड़ी सावधानी बरतें - उनमे नहाना नहीं है, यह याद रखें!
अंत में सहेलियों और सालियों की जगह ऐसे लोगों के बारे में सोचने की कोशिश करो जिनसे तेरा पाला पड़ने के आसार कम हो - जैसे कोई अभिनेत्री या राह चलती कोई महिलाI ठीक है ना?
सेक्स और किसी भी रिश्ते का सबसे महत्त्वपूर्ण नियम है कि दूसरे साथी को कोई नुकसान या चोट नहीं पहुंचनी चाहिए - ना तो शारीरिक रूप से और ना ही भावनात्मक रूप से। जब तक दोनों साथियों की सहमति हो और उन्हें किसी चीज़ से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता तब तक सब कुछ ठीक है और सब कुछ जायज़ हैI
हम अपने बैडरूम, किचन या घर के किसी भी कोने में अपने साथी के साथ क्या करते हैं इसके लिए हमें किसी से भी सलाह मश्वरा करने की कोई ज़रुरत नहीं हैI बस आपके साथी को पता होना चाहिएI
*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गए हैं और तस्वीर के लिए मॉडल का इस्तेमाल हुआ हैI
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