*अथर्व दिल्ली कि एक आईटी फर्म में प्रोग्राम मैनेजर के रूप में काम करता है।
सहकर्मी से कुछ ज़्यादा
शुभी - बीस साल कि चुलबुली लेकिन थोड़ी शर्मीली लड़की थी जो मेरे ऑफिस में काम करती थीI हालाँकि हम दोनों के विभाग अलग थेI हमें वहां काम करते दो साल हो गए थे लेकिन कभी कोई ख़ास बातचीत नहीं हुई थीI वैसे कभी कभार फेसबुक पर एक दूसरे की तसवीरें ज़रूर पसंद कर दिया करते थेI
एक दिन जब मैं काम में व्यस्त था, तो वो अचानक मेरी डेस्क पर आकर मुझसे बात करने लगीI मैं उससे बात तो कर रहा था लेकिन लेकिन मेरा दिमाग बार बार उसके व्यवहार में अचानक आये इस बदलाव के बारे में सोचे जा रहा थाI
उसने इससे पहले कभी मेरे पास आकर बात नहीं की थीI हमें बात करते हुए भोजन का समय हो गया था तो हम दोनों ने भोजन भी साथ ही कर लियाI सोने पे सुहागा तब हुआ जब वो भोजन के बाद मेरे लिए कॉफ़ी भी ले आयीI मुझे साफ़-साफ़ दिख रहा था कि मेरे आसपास काम करने वाले बाकी लड़को की 'कितनी सुलग' रही हैI जब हम घर के लिए निकले तो उसने मुझे गले लगाकर अलविदा कहाI अब मुझे पूरा विश्वास हो गया था कि कुछ तो गड़बड़ हैI
सेक्स चाहिए
हम दोनों की बातें बढ़ी तो हम दोनों एक दूसरे के बारे में और जानने लगेI अब मुझे पता चल गया था कि उसे सड़क यात्रएं, अच्छी कॉफी और मिठाइयां पसंद हैंI उसे भी पता चल गया था कि मैं अपनी बाइक और शगुन से कितना प्यार करता हैI और यह भी कि मेरे मंगेतर शगुन अभी अमरीका में रहती है और हम दोनों जल्द ही शादी करने वाले हैंI
हम दोनों ने एक दूसरे को घर छोड़ना और लेना शुरू कर दिया थाI स्थिति को और अच्छे से समझने के लिए एक दिन मैंने उसे ऑफिस के पास वाले बार में मिलने का न्योता दे दियाI व्हिस्की के तीन ड्रिंक्स के बाद हम दोनों एक दूसरे को अपने जीवन के बारे में और खुल कर बताने के मूड में आ गए थेI
उसके बाद जो हुआ उसका मुझे कतई अंदाज़ा नहीं थाI उसने मुझे बताया कि वो मेरे साथ सेक्स करना चाहती हैI निस्संदेह यह सुनकर मैं सकते में आ गया थाI आज जब पीछे मुड़कर देखता हूँ तो एहसास होता है कि शायद मेरी तत्काल प्रतिक्रिया कुछ ज़्यादा ही कठोर थीI
मैंने उससे कहा, 'कि जिस बॉयफ्रेंड के साथ फेसबुक पर फ़ोटो लगाती हो उसके साथ सेक्स क्यों नहीं करती?' मेरा प्रश्न सुनने के बाद उसने ज़ोर हँसना शुरू कर दिया और कहा कि वो अभी तक वर्जिन हैI मुझे उसके वर्जिन होने में कोई समस्या नहीं थी, लेकिन मैं तीन साल से अधिक समय से रिश्ते में था और मुझे उम्मीद नहीं थी कि उसका यह जवाब होगाI
कैरियर के लिए सेक्स
उसका कहना था कि उसका बॉयफ्रेंड वैसे तो बड़ा अच्छा था और उन दोनों के बीच किस भी हुआ था लेकिन उसे सेक्स में दिलचस्पी नहीं थी। वो जल्द ही उसे छोड़ने का मन भी बना चुकी थीI
एक सवाल मेरे मन में बहुत देर से कुलबुला रहा था और आखिरकार मैंने उसे पूछ ही डालाI "आखिर मैं ही क्यों"? उसका कहना था कि वो एक 'अनुभवी साथी' की तलाश थी और उसे मुझसे बेहतर विकल्प कोई और नहीं नज़र आयाI मैं स्कूल से यौन रूप से सक्रिय था। 29 की उम्र तक आते आते तो मैं सेक्स और अन्य क्रियाओं में खासा पारंगत हो चुका थाI मुझे प्रवेशित सेक्स और मौखिक सेक्स के अलावा विभिन्न गर्भनिरोधकों और उनके इस्तेमाल की विधि की भी विस्तृत जानकारी हो चुकी थीI जो भी महिला मेरे साथ रह चुकी थी वो मुझसे हमेशा संतुष्ट रहती थीI मैं वो हर संभव प्रयास करता था कि उन महिलाओं की पहचान गुप्त रहे जिससे उनकी मान मर्यादा पर कोई नुक्सान ना पहुंचेI
मुझे एहसास हुआ कि ऑफिस में जो बातें होती थी उससे उसे समझ आ गया था कि मैं उसके लिए उपयुक्त साथी हूँ मुझे लगा कि मुझे भी अब इस बात को आगे बढ़ाना चाहिए वैसे भी शुभी और मैं काफ़ी समय से दोस्त थे और मुझे कभी भी यह नहीं लगा कि सेक्स के लिए मेरा इस्तेमाल हो रहा हैI
साफ़ इरादे
भविष्य में किसी भी पेचीदगी से बचने के लिए मैंने अपने इरादे शुरू में ही साफ़ कर दिए थेI मैंने उसे बता दिया था कि अगले छः महीने में मेरी शादी होने वाली है इसलिए यह सम्बन्ध सिर्फ़ और सिर्फ़ एक यौन सम्बन्ध रहेगा वो भी एक अल्पावधि के लिए और बिना किसी भावात्मक लगाव केI उसकी प्रतिक्रया देख कर मुझे विश्वास हो गया कि वो भी इस आयोजन से खुश और संतुष्ट हैI
हम दोनों ने सड़क के रास्ते दिल्ली से ऋषिकेश जाने का निर्णय लियाI हमने इस बारे में ना तो किसी दोस्त को बताया और ना ही ट्रिप के दौरान कोई तसवीरें लीI
हम आये तो सेक्स करने के लिए थे लेकिन ऐसा नहीं था कि हम वहां पहुंचते ही शुरू हो गएI हमने पहली रात एक होटल के कमरे में बिताई जहाँ हमने एक दूसरे के शरीरों को जानने समझने का मौक़ा दियाI हमने उस रात केवल फोरप्ले और किस वगैरह कियाI
'वो दिन'
दूसरे दिन भी शुभी संकोच में लग रही थी इसलिए हमने होटल के अंदर रहकर फ़िल्म देखने का फैसला कियाI शाम को हम दोनों खाना खाने बाहर गए और ढेर सारी बातें कीI वापस आते-आते शुभी बहुत अच्छे मूड में आ गयी थीI उसे ऐसा देखकर मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा थाI
कमरे में घुसते ही उसने मुझे अपनी और खींच कर ज़ोर से किस कर दियाI उसकी की हुई इस पहल से मेरे आश्चर्य और खुशी का ठिकाना ना थाI कुछ ही मिनटों में हम दोनों एक दूसरे को निर्वस्त्र कर चुके थे और एक दूसरे को बेतहाशा चूम रहे थेI उसका पूरा शरीर काँप रहा था लेकिन मुझे एहसास हो गया था की अब वो पूरी तरह से सहज हो चुकी हैI मैं चाहता था कि शुभी के लिए यह अनुभव बेहद सुखद और सहज हो इसलिए मैंने पहले मुख मैथुन किया और एक लुब्रिकेटेड कंडोम भी पहनाI
वापस आने के बाद हमने एक बार और सेक्स कियाI चूंकि मेरे शादी निकट थी इसलिए हमने यह 'सेक्स वाली दोस्ती' को खत्म करने का फैसला किया और दोबारा पहले जैसे दोस्त बन गएI हम अभी भी एक ही ऑफिस में काम करते हैंI उसने जब अपने बॉयफ्रेंड के साथ रिश्ता तोड़ा तो मैंने उसे टिंडर आजमाने की सलाह दीI
हम अभी भी फेसबुक पर एक-दूसरे की तस्वीरें पसंद करते हैं और हाल ही में मेरी शादी की तस्वीर पर उसने मुझे मेरे शुभ विवाहित जीवन के लिए 'शुभकामनाएं' भी दी थीI
*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गए हैं और तस्वीर के लिए मॉडल का इस्तेमाल हुआ हैI
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लेखक के बारे में: अर्पित छिकारा को पढ़ना, लिखना, चित्रकारी करना और पॉडकास्ट सुनते हुए लंबी सैर करना पसंद है। एस आर एच आर से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखने के अलावा, वह वैकल्पिक शिक्षा क्षेत्र में भी काम करते हैं। उनको इंस्टाग्राम पर भी संपर्क कर सकते हैं।