"वो समलैंगिक है लेकिन वो यह बात मानता नहीं है - वो महिलाओं के साथ डेट करना तब बंद करेगा जब वो इस सच को खुलकर स्वीकारेगा।" "उसे सिर्फ ज़यादा सेक्स चाहिए, फिर वो चाहे महिला के साथ हो या पुरुष के साथ।" दुर्भाग्यवश, जब लोगों कि सेक्सुअलिटी के बारे में बात होती है तो कुछ इस प्रकार मी टिप्पणियां सामने आती हैं।
सेक्सुअल रुझान के बारे में आपकी क्या राय है? क्या आपको भी बाइसेक्सुअल होना गे (समलैंगिक) और स्ट्रैट (विषमलिंगी) होने के बीच का असमंजस लगता है? अमरीका कि एक यूनिवर्सिटी के 1500 छात्रों पर किये एक सर्वे के द्वारा रिसर्चकर्ताओं ने बाईसेक्सुअलिटी के बारे में उनकी ईमानदार राय जानने का प्रयास किया।
कलंकित
15 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनके अनुसार बाईसेक्सुअलिटी शारीरक रुझान के मायने से गलत चीज़ है। बहुत से लोगों के विचार ऐसे लोगों के प्रति नकारात्मक थे जो महिला और पुरुष दोनों कि और आकर्षण महसूस करते हैं।
बाइसेक्सुअल लोगों को कलंकित करने के प्रश्न पर तरह-तरह कि राय सामने आयी। सर्वे में यह पाया गया कि हालाँकि समलैंगिक लोग विषमलिंगी लोगों के मुक़ाबले ज़यादा खिले विचार वाले थे, लेकिन वो द्विलिंगी लोगों जितने सकारात्मक सोच वाले नहीं थे।
अकेले और दुःखी
द्विलिंगी लोगों कि तरफ नकारात्मक प्रतिक्रियाएं और भेदभाव विषमलिंगी और समलैंगिक लोगों से, बहुत दुःखदायी हो सकती हैं। अगर अपने दोस्त, परिवार वाले, साथी-संगी आपके यौन रुझान को लेकर सवाल उठाये, तो आप खुल कर उनके सामने कभी अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर सकते।
और अगर आप अपनी ज़िंदगी के इस ज़रूरी हिस्से कि बात किसी से ना कर पाये तो यह आपके शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। क्यूंकि अपने यौन रुझान को छुपाना एक तरह अपने आपको सबसे अलग और अकेला कर देता है और दुःखी कर देता है। और इस उदासी एक चलते कई बार लोग शराब, ड्रग्स या असुरक्षित सेक्स कि तरफ भी रुख कर लेते हैं, ऐसा रिसर्च में पाया गया है।
क्या पुरुष और अंहिला दोनों कि तरफ आकर्षित होना सही है? यहाँ लिखिए या फेसबुक पर हो रही चर्चा में हिस्सा लीजिये।