Flirting women
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क्या अधिकांश महिलायें द्विलैंगिक होती हैं?

द्वारा Sarah Moses दिसंबर 15, 08:20 पूर्वान्ह
कितनी महिलाएं दूसरी महिलाओं की तरफ शारीरिक आकर्षण महसूस करती हैं: (1) कुछ (2) अधिकांश (3) सभी ? एक ताज़ातरीन रिसर्च सच को सामने लेकर आई है।

विषमलिंगी लड़कियों को लड़के पसंद होते हैं, समलैंगिक लड़कियों को लड़कियां और द्विलैंगिक लड़कियों को दोनों। है ना? सच यह है कि हाल ही में हुआ एक अध्ययन यह दर्शाता है कि महिलाओं की लैंगिकता इससे कहीं ज्यादा जटिल है।

अगर लेस्बियन( समलैंगिक महिलाएं) की बात की जाये तो उनका रुझान सरल है- लड़कियां आकर्षक होती हैं और पुरुष नहीं और द्विलिंगी महिलाओं को पुरुष और महिला दोनों अच्छे लगते हैंI जटिलता आती है विषमलिंगी महिलाओं के मामले में क्यूंकि पुरुषों के साथ सम्बन्ध होते हुए भी अपने आप को विषमलिंगी समझने वाली अधिकतर महिलाएं दूसरी महिलाओं के लिए शारीरिक आकर्षण महसूस करती हैं।

उत्तेजन का माप

हम ये कैसे कह सकते हैं? एक अमरीकी वैज्ञानिक समूह ने इस सम्बन्ध में रिसर्च की है। 345 महिलाओं को अलग अलग तरह की पोर्न फिल्में दिखाई गयीं और उनके उत्तेजन स्तर को मापा गया। इस उत्तेजन को मापने के लिए दो तरीके अपनाये गए, पहला था महिलाओं की आँखों के भाव और दूसरा जननांग।

आंख के पुतले के आकार में बदलाव से उत्तेजन के स्तर को मापा गया और योनि के अन्दर हलकी सलाई से जननांग का उत्तेजन मापा गया। इन महिलाओं को ऐसे विडियो दिखाए गए जिनमे लोग हस्तमैथुन या सेक्स कर रहे थे,इन विडियो में दो लड़कियां थीं या दो पुरुष या फिर केवल महिला या पुरुष।

सात लैंगिकता

इस सर्वे में भाग लेने से पहले महिलाओं से उनकी लैंगिकता के बारे में पुछा गया था और इसका जवाब चुनने के लिए उनके पास कई विकल्प थे जैसे कि विषमलिंगी, समलैंगिक या इन के बीच कुछ।

एक बात जो शोधकर्ता जानना चाहते थे वो थी इन महिलाओं की खुद की लैंगिकता के बारे में राय और क्या इनका उत्तेजन उस राय से मेल खाता था या नहीं। और जो सच सामने आया वो ये था कि विषमलिंगी महिलाओं के मामले में ऐसा नहीं था। शोधकर्ताओं ने पाया कि विषमलिंगी महिलाएं दरअसल महिला और पुरुष दोनों के विडियो देख कर उत्तेजित हो गयीं थीं। जबकि लेसबियन महिलायें केवल महिलाओं के विडियो देखकर ही शारीरिक उत्तेजन महसूस कर रही थीं

इस मामले में लेस्बियन महिलाओं का शारीरक उत्तेजन पुरुषों जैसा था। जो उन्हें पसंद था उसी को देखकर उन्हें शारीरिक उत्तेजना हुई।

सेक्स विविधता

तो ये विषमलिंगी महिलाएं, जो महिलाओं को देखकर उत्तेजित होती हैं, क्या ये द्विलैंगिक नहीं हैं? और अगर इन्हें दोनों लिंग के लोग आकर्षक लगते हैं तो फिर ये पुरुष साथी तक सीमित क्यूँ रहती हैं? शायद इसलिए क्यूंकि उत्तेजना एक बात है और सेक्स रुझान दूसरी- कम से कम ये बात इस सर्वे में शामिल हुई बहुत सी महिलाओं पर तो लागू होती ही है।

उनके लिए उनके साथी के आकर्षक लगने में महिला या पुरुष होना शायद कम किरदार निभाता है।

सेक्स रुझान का सम्बन्ध सामाजिक और संस्कृतिक हो सकता है। जिस तरह के संबंधों में महिला पहले से रही है, उसकी शिक्षा का स्तर, उसका धर्म इत्यादि इस बात पर प्रभाव डाल सकता है कि उसे कौन आकर्षक लगता है और वह खुद को किस लैंगिक समूह का हिस्सा समझती है।

लेकिन यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि इस सर्वे में केवल औसत लिया गया। ऐसी विषमलिंगी महिलायें भी थीं जो केवल महिला या केवल पुरुष की ओर अधिक आकर्षित हुंई या ऐसी लेस्बियन महिलाएं भी थीं जिन्हें दोनों ही को देख कर कोई उत्तेजना महसूस नहीं हुई। एक बात तो तय है- जब बात लैंगिकता की आती है तो महिलाएं और पुरुष एक दुसरे से काफी अलग कहे जा सकते हैं।

स्त्रोत: सेक्शुअल अराउज़ल एंड मस्कुलिनिटी-फेमिनिटी ऑफ़ वोमेन, 2015, जेरूल्फ रैगर, रिच सी सेविन-विलियम्स, मेरेडिथ एल. शिवेर्स, जे. माइकल बेली

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