Menstrual Hygiene
Shutterstock/Africa Studio

मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों का इस्तेमाल करते समय रखें इन बातों का ध्यान

द्वारा Akshita Nagpal जनवरी 15, 01:05 बजे
मासिक धर्म के दौरान खून को सोखने के लिए आमतौर पर कपड़ा, कपड़े के पैड, सैनिटरी नैपकिन, टैम्पोन और मासिक धर्म कप का इस्तेमाल किया जाता है। महिलाएं अपनी सुविधा और किफ़ायत के अनुसार माहवारी से जुड़े उत्पादों का चुनाव करती हैं। हालांकि इनमें से सभी को संक्रमण और बैक्टीरिया से मुक्त रखने के लिए अच्छी तरह से साफ करने की ज़रूरत पड़ती है।

कपड़ा या कपड़े का पैड

भारत में 62 प्रतिशत से भी ज्यादा महिलाएं मासिक धर्म के दौरान खून के बहाव को सोखने के लिए कपड़े का इस्तेमाल करती हैं। ज़्यादातर महिलाएं अपने आसपास मेंस्ट्रुअल हाइजीन प्रोडक्ट उपलब्ध न होने या इन्हें खरीदने में सक्षम न होने के कारण कपड़े का ही इस्तेमाल करना बेहतर समझती हैं। हालांकि मासिक धर्म के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करना पर्यावरण के लिहाज़ से अच्छा होता है क्योंकि इससे अपशिष्ट या कचरा उत्पन्न नहीं होता है। लेकिन कपड़े का इस्तेमाल करने पर योनि के आसपास की त्वचा के गीलेपन को सुखाना और उन्हें संक्रमण से बचाना सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि रक्तस्राव के दौरान योनि के आसपास की त्वचा  में नमी आ जाती है और शरीर की गर्माहट पाकर यहां बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।

मिस मेन्सेज की डायरी

माहवारी में इस्तेमाल किये जाने वाले कपड़े को रोज़ बदलना चाहिए। इसके अतिरिक्त टॉयलेट जाने के बाद जननांगों को अच्छी तरह से धोकर उन्हें पोछ लेना चाहिए ताकि मासिक धर्म का कपड़ा गीला होने से बच जाए। पीरियड्स के दौरान कपड़े का इस्तेमाल करने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे डिटर्जेंट या कीटाणुनाशक से साफ करके और धूप में अच्छी तरह सूखाकर ही इस्तेमाल करें।

सैनिटरी नैपकिन

मासिक धर्म के दौरान सैनिटरी नैपकिन को हर चार से छह घंटे बाद बदलना चाहिए, तब भी जब ब्लीडिंग बहुत हल्की हो। मासिक धर्म के खून को सोखने वाले पैड में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं क्योंकि पैड में इस्तेमाल होने वाले केमिकल मासिक धर्म के खून के साथ बहुत तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं। इस पैड को लंबे समय तक पहने रहने से त्वचा पर रैशेज और संक्रमण भी हो सकते हैं।

हर बार टॉयलेट जाने के बाद जननांगों को अच्छी तरह से धोकर पोछ लेना चाहिए ताकि सैनिटरी नैपकिन गीला ना हो।

टैम्पोन

टैम्पोन एक डिस्पोजेबल मेंस्ट्रुअल हाइजीन प्रोडक्ट है। मासिक धर्म के दौरान खून को सोखने के लिए इसे योनि के अंदर लगाया जाता है। टैम्पोन से जुड़ा धागा योनि से बाहर लटका रहता है जिससे इसे आसानी से खींचकर बाहर निकाला जा सके। ज्यादातर महिलाएं मासिक धर्म के दौरान त्वचा में जलन और खुजली से बचने के लिए सैनिटरी नैपकिन की बजाय टैम्पोन का इस्तेमाल करती हैं, टैम्पोन खून को पूरी तरह सोख लेता है और खून को योनि से बाहर नहीं आने देता है। पीरियड के दौरान तैराकी करने वाली महिलाएं भी टैम्पोन का इस्तेमाल करती हैं। टैम्पोन को योनि के अंदर सही तरह से लगाने पर यह बाहर नहीं निकलता है और पीरियड के दौरान भी आराम से तैराकी की जा सकती है। जो लड़कियां मासिक धर्म के दौरान खेलों में भाग लेती हैं या व्यायाम करती हैं ,टैम्पोन उनके लिए बहुत मददगार है।

लेकिन टैम्पोन को भी हर चार से छह घंटे के बाद बदलने की आवश्यकता होती है। इसलिए इसे बदलकर दूसरा टैम्पोन इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है तो और जल्दी टैम्पोन बदल लें।

टैम्पोन को पूरी रात लगाकर नहीं रखना चाहिए क्योंकि ज्यादा देर तक लगाने से टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम(टीसीएस) हो सकता है। अधिक खून सोखने की क्षमता की किस्मों वाले टैम्पोन के इस्तेमाल से टीसीएस होने का ख़तरा ज्यादा होता है।

इसके अलावा यह भी ध्यान रखना चाहिए की टॉयलेट जाते समय टैम्पोन का धागा गीला ना होने पाए। टैम्पोन के धागे को हाथ में पकड़कर टॉयलेट का इस्तेमाल करना चाहिए और यह संभव न हो तो टैम्पोन निकालकर टॉयलेट करें।

मासिक धर्म कप

मासिक धर्म कप एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है। यह मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन से बना होता है और इसे योनि के अंदर लगाया जाता है। यह कप माहवारी वाले खून को सोखता नहीं है बल्कि इसे इकट्ठा करता है। सैनिटरी पैड या टैम्पोन की तरह मासिक धर्म कप के इस्तेमाल में किसी तरह का कचरा  नहीं होता है और इसे फेंका नहीं जाता है। योनि में सही तरीके से लगाने पर यह अपने आप बाहर नहीं निकलता है। मासिक धर्म के दौरान एक्सरसाइज करने वाली या खेलकूद में भाग लेने वाली लड़कियां भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

माहवारी के दौरान मासिक धर्म कप को लगाने से पहले और निकालने के बाद 10 या 20 मिनट तक इसे पानी में उबालें ताकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं। पीरियड के दौरान मासिक धर्म कप को लंबे समय तक लगाया रखा जा सकता है हालांकि यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि ब्लीडिंग कितनी हो रही है। कप को योनि से बाहर निकालने के बाद इसे खाली करके अच्छी तरह से साफ करके दोबारा लगाया जा सकता है। रात में भी इस कप को लगाकर सोना पूरी तरह से सुरक्षित है।

मेंस्ट्रुअल कप भर जाने पर इसे टॉयलेट में जाकर खाली कर देना चाहिए और पानी से धोकर दोबारा इस्तेमाल करना चाहिए। आमतौर पर मेंस्ट्रुअल कप के साथ इसे साफ करने के लिए पेपर सोप भी आता है। हर बार इस्तेमाल करने के बाद पेपर सोप से इसे धोना चाहिए। टॉयलेट के दौरान इसे लगाए रखने से कोई परेशानी नहीं होती है।

मेंस्ट्रुअल हाइजीन प्रोडक्ट इस्तेमाल करने के बाद डिस्पोज करना

मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किये जाने वाले कपड़े को दोबारा भी इस्तेमाल किया जा सकता है इसलिए जब कपड़ा खून से गीला हो जाए तो इसे साफ करके सुखा लेना चाहिए। सैनिटरी नैपकिन और टैम्पोन को किसी पेपर में लपेटकर ही डस्टबिन में डालना चाहिए। इन्हें टॉयलेट में नहीं बहाना चाहिए अन्यथा वह जाम हो सकता है।

मासिक धर्म कप को लंबी अवधि अर्थात् दस सालों तक इस्तेमाल किया जा सकता है। मासिक धर्म के दौरान कप भर जाने पर इसे खाली और अच्छी तरह से साफ करके दोबारा लगाया जा सकता है। इसके अलावा हर मासिक चक्र में इसे लगाने से पहले और लगाने के बाद पानी में उबालकर साफ कर लेना चाहिए।

मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों का प्रयोग करने के पहले और बाद में अपने हाथों को भी साबुन से अच्छी तरह साफ करें।

लव मैटर्स और मिस मेंसेस, #NoMoreLimits वर्ल्ड मेनस्ट्रूअल हाइजीन डे (28 मई) के मौके पर सभी महिलाओं के लिए खुशहाल और सुरक्षित पीरियड की कामना करते हैं

मासिक धर्म स्वच्छता से जुड़े कुछ और मुख्य तथ्य

क्या आप माहवारी के दौरान साफ़ सफाई को लेकर कुछ सवाल पूछना चाहती हैं? नीचे टिप्पणी करिये या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें। यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।


क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>