हार्मोन क्या करते हैं?
टेस्टोस्टेरोन को मेल सेक्स हार्मोन कहा जाता है और एस्ट्रोजन (जिसे ओएस्ट्रोजन भी कहा जाता है) महिलाओं के शरीर में पाया जाने वाला हार्मोन है। लेकिन ये दोनों हार्मोन महिला और पुरुष दोनों के शरीर में होते हैं! टेस्टोस्टेरोन बालों, हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है और सेक्स करने की इच्छा को बढ़ाता है। एस्ट्रोजन भी सेक्स की इच्छा को बढ़ाता है लेकिन मानसिक स्वास्थ्य और घाव भरने जैसे अन्य शारीरिक कार्यों को भी प्रभावित करता है।
वैज्ञानिकों का मानना था कि सेक्स और हस्तमैथुन करने और पोर्न देखने से सेक्स हार्मोन का स्तर सामान्य रूप से कम होता है। लेकिन यह सच नहीं है! हालांकि इसमें कुछ समय के लिए कमी हो सकती है, लेकिन नियमित वर्कआउट करने से लंबे समय तक हार्मोन के स्तर पर कोई असर नहीं पड़ता है। हालांकि मोटापा, हाई ब्लडप्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियां इस हार्मोन को प्रभावित कर सकती हैं!
हार्मोन क्या नहीं करते?
वैज्ञानिकों का मानना था कि उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम जाता है, इसलिए उन्होंने यह अनुमान लगाया कि हार्मोन सप्लीमेंट देकर कमजोर होती यौन क्षमता और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है। बाद में उन्होंने समझा कि यह महज दिमाग का वहम है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन की तीन प्रतिशत से भी कम समस्याएं टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी के कारण होती हैं। व्यक्ति को एक ऐसा हार्मोन देना जो उसकी यौन इच्छा को तो बढ़ाये लेकिन उत्तेजित होने की समस्या को ठीक ना कर पाए तो यह ठीक नहीं है!
इसके अलावा, टेस्टोस्टेरोन की अधिक मात्रा लेने पर कार्डियोवैस्कुलर और प्रोस्टेट रोग हो सकता है। आइए इसका सामना करें, झुर्रियाँ दिखाई देना इन बीमारियों की तुलना में इतनी बुरी भी नहीं हैं, है कि नहीं?
प्यार और हार्मोन
प्यार करने और बच्चे पैदा करने से पुरुषों और महिलाओं दोनों में हार्मोन का स्तर बदल जाता है! जब महिलाएं प्यार करती हैं, तो उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है लेकिन उनके शरीर में कम एस्ट्रोजन बनता है। पुरुषों में, यह दूसरी तरह से होता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह लिंगों के बीच के अंतर को कम करने, उन्हें अधिक अनुकूल बनाने का प्रकृति का तरीका है। यौन इच्छा में हार्मोन का स्तर लगभग एक से तीन साल में अपनी सामान्य स्थिति में लौट आता है। यानी अगर रिश्ता इतना लंबा चलता है तो!
जब महिलाएं बच्चे को जन्म देती हैं, तो उनके एस्ट्रोजन का स्तर गिर जाता है। इसके कारण उन्हें डिप्रेशन की समस्या हो सकती है जो हार्मोन के स्तर को रिस्टोर करने के बाद ही खत्म होती है। दूसरी ओर पिता के शरीर में में सामान्य से कम टेस्टोस्टेरोन बनता है: जिसके कारण वह अपने नवजात शिशु की अधिक देखभाल और प्यार करता है।
क्या आप इसे सूंघ सकते हैं?
माना जाता है कि जब कोई महिला ओवुलेट कर रही होती है तो पुरुष इसे सूंघ सकते हैं। वैज्ञानिक स्टडी में पाया गया कि जब पुरुषों ने ओवुलेटिंग महिलाओं की शर्ट को सूंघा तो उनमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर 37 प्रतिशत तक बढ़ गया।
लेकिन हम अभी भी नहीं कह सकते हैं कि हार्मोन का यह बढ़ा स्तर ओवुलेटिंग महिला के प्रति पुरुष के व्यवहार को बदलने के लिए पर्याप्त है। क्योंकि सच तो यह भी है कि महीने के इस समय में महिलाएं ज्यादा इश्कमिजाज होती हैं। तो क्या यह महिलाओं के बढ़े हुए एस्ट्रोजन के स्तर या पुरुष टेस्टोस्टेरोन के कारण होता है, हम नहीं जानते। लेकिन यह बेशक महीने का वह समय होता है जब आप किसी महिला से इश्क करना चाहें तो आप निराश नहीं होंगे!
टेस्टोस्टेरोन पर निर्भरता?
सही खुराक लेने पर टेस्टोस्टेरोन एक अच्छा हार्मोन है। यह मांसपेशियों के विकास में मदद करता है और आपकी यौन इच्छाओं को बढ़ाता है। लेकिन आपका टेस्टोस्टेरोन जितना अधिक होगा, इसका मनचाहा प्रभाव उतना ही कम होगा। इसका स्तर अधिक होने पर, चाहे वह प्राकृतिक हो या कृत्रिम, आपके व्यवहार को हिंसक बना सकता है। और सिर्फ पुरुषों में नहीं बल्कि दूसरे लिंग में भी!
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