अलैंगिक रुझान
अलैंगिकता भी एक तरह का यौनिक अभिविन्यास हैI जैसे कि लोग द्विलैंगिक, समलैंगिक या विषमलैंगिक हो सकते हैं, उसी तरह से वो अलैंगिक भी हो सकते हैंI अलैंगिक होने का मतलब है कि आपको दूसरो के प्रति किसी भी तरह का यौन आकर्षण नहीं होता और अगर होता भी है तो नाम मात्र काI
अगर आप सेक्स इसलिए नहीं कर रहे क्योंकि आप संयम बरत रहे हैं तो आप अलैंगिकों की श्रेणी में नहीं आ जायेंगे, ये दो अलग बातें हैंI
अलैंगिकता भी उतनी ही सामान्य है जितना कि समलैंगिकता, द्विलैंगिकता और विषम लिंग कामुकताI अलैंगिक लोगों को भी प्यार हो सकता है और उनके भी रूमानी रिश्ते हो सकते हैं- बस उनकी सेक्स में रूचि कम होती हैI
अलैंगिकता कोई विकल्प नहीं है!
अलैंगिकों को, जिन्हें एसिस भी कहा जाता है, अक्सर लोग इसलिए गलत समझते हैं क्योंकि उनकी सेक्स में बहुत कम दिलचस्पी होती हैI लोगों को लगता है कि ये जानबूझकर सेक्स से दूर भागते हैं, जो कि सही नहीं हैI
बाकी लोगों कि तरह ही सब अलैंगिक व्यक्ति एक सामान नहीं होतेI कुछ लोगों को उत्तेजना होती है, कुछ को नहींI कुछ आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन करते हैं तो कुछ कभी-कभी सम्भोग कर लेते हैं तो कुछ को इसके नाम से ही चिढ़ होती हैI
इस विडियो को देख कर जाने कि क्या कहना है लोगों का इस बारे मेंI
अलैंगिकता के बारे में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार नीचे लिखें या फेसबुक के ज़रिये हमें बताएंI अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमारे चर्चा मंच का हिस्सा भी बन सकते हैंI