Lovers in bed
Shutterstock / Marina Svetlova

क्यों कुछ लोगों एक से अधिक सेक्स-साथियों की तलाश होती है

द्वारा Sarah Moses अक्टूबर 18, 08:21 बजे
कुछ लोग क्यूँ एक से अधिक व्यक्ति के साथ सम्बन्ध रखते हैं जबकि कुछ एक के साथ ही संतुष्ट होते हैं? मस्तिष्क विज्ञान के ताज़ातरीन अध्यन से पता चलता है सेक्स साथी की संख्या की चाह के मामले में हम अलग अलग कैसे होते हैं।

एक से अधिक सेक्स पार्टनर होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों को एक से अधिक व्यक्तियों के साथ सेक्स करने से ज़्यादा आत्मविश्वास मिलता है और वे खुद को अधिक आकर्षक मानते हैं। कुछ के साथ ऐसा शराब या किसी और नशे के प्रभाव में हो जाता है क्योंकि नशे में उनका आत्मसंयम कुछ कम हो जाता है और संयम खोने की वजह से वो उस समय वफ़ादारी को भूल सकते हैं।

वैसे ऐसा तो केवल पुरुषों के साथ ही होता है ना? हो सकता है। मानव विकास का विज्ञान भी इसी और इशारा करता है कि अधिक से अधिक लोगों के साथ सेक्स करना पुरुषों की प्राकर्तिक प्रवर्ति होती है ताकि बच्चों के ज़रिये उनके जीन्स आगे बढ़ सकें।

यह प्रवृत्ति की बात है

लेकिन एक मिनट... निस्संदेह कुछ ऐसी महिलाएं भी होती हैं जो एक से अधिक पुरुषों के साथ सेक्स करने के लिए लालायित रहती हैं और कई ऐसे लोग भी होते हैं जिनके संयम का शराब या किसी और नशे से कोई लेना देना नहीं होता और वो किसी के भी साथ यौन सम्बन्ध बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैंI कहीं इसका मतलब यह तो नहीं कि कुछ लोगों के लिए ज़्यादा प्रेमियों की चाह रखना उनकी प्रवृत्ति में होता है?

यह वो बात थी जिसने अमरीकी वैज्ञानिकों की उस टीम को सोचने पर मजबूर कर दियाI उनका तर्क यह था कि कुछ लोगों के मस्तिष्क कामुक संकेतो के प्रति ज़्यादा संवेदनशील होते हैं I और यही वजह होती है ऐसे लोगों के ज़्यादा कामोत्तेजित होने की और उनके निरंतर नए सेक्स साथियों की तलाश करने कीI

शोधकर्ताओं को अपनी इस रिसर्च के लिए केवल 60 महिला और पुरुष ही मिल पायेंI पहले उनको ईमानदारी से यह बताना था कि पिछले एक साल में उन्होंने कितने लोगों के साथ यौन सम्बन्ध स्थापित किये, उसके बाद उन्हें 225 तस्वीरों का एक सेट दिखाया गयाI

कुछ तस्वीरों में कुछ भी कामुक नहीं था जबकि कुछ हल्की कामोत्तेजक थी, जैसे नग्न पुरुष और महिलाएंI बाकी पूर्णतया सेक्सी थी (ऐसी तस्वीरों के बारे में सोचिये जिनसे यह स्पष्ट है कि दो लोग सेक्स कर रहे हैं)I जहाँ एक ओर प्रतिभागी तस्वीरो पर नज़र डाल रहे थे वही दूसरी ओर शोधकर्ता यह आंक रहे थे कि उन तस्वीरों का देखने वालो के मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ रहा हैI

अति सेक्स संवेदनशील

रिसर्च ने दर्शाया कि कामुक तस्वीरों को देखकर सहभागियों के दिमाग की बत्ती जल उठी। तस्वीर जितनी अधिक कामुक थी, विद्युत गतिविधि भी उतनी ही सक्रिय।

लेकिन क्या मस्तिष्क की इस गतिविधि का सेक्स साथियों की संख्या के साथ कोई सम्बन्ध हो सकता है? अगर जवाब एक शब्द में देना हो तो - हाँ।

जिन लोगों के एक से अधिक सेक्स पार्टनर थे, उनके मस्तिष्क की गतिविधियाँ हलकी कामुक तस्वीरों से ही सक्रिय हो रही थीI इसका निष्कर्ष यही था कि ये महिला और पुरुष सेक्स के मामले में अति संवेदनशील थे और इन्हें सेक्स उत्तेजना औरों के मुकाबले और आसानी से हो जाती थी और इसलिए ये निरंतर नए सेक्स साथी की तलाश करते रहते हैं।

जिन लोगों के सेक्स साथी कम थे, उनके मस्तिष्क की हलचल इन कामुक तस्वीरों को देखकर इतनी ज़्यादा नहीं थी, और शायद उन्हें ये तसवीरें कुछ खास उत्तेजित नहीं कर पायीं।

और जहाँ तक बात अधिक सेक्स करना पुरुषों की प्रवर्ति की है और सेक्स संवेदनशीलता के मामले में महिला और पुरुषों के बीच अंतर की है, तो सच ये है कि इसमें कोई अंतर नहीं है। महिला और पुरुषों की प्रतिक्रिया में कोई अंतर नहीं देखा गया। अंतर सिर्फ व्यक्ति विशेष का था। बात सिर्फ इतनी है कि कुछ लोगों के दिमाग पर सेक्स औरों से ज़्यादा सवार रहता है।

Source: Late positive potential to explicit sexual images associated with the number of sexual intercourse partners, Prause N, Steele VR, Staley C, Sabatinelli

क्या आपको लगता है कि आपके मन मस्तिष्क पर भी सेक्स सवार रहता है? नीचे कमेंट करें या फेसबुक के ज़रिये हमसे संपर्क करें!

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