Shutterstock/Milind Arvind Ketkar

मेरी 'हॉफ गर्लफ्रेंड'

Submitted by Arpit Chhikara on मंगल, 01/15/2019 - 02:09 बजे
दिल्ली में रहने वाले 26 वर्षीय सार्थक पेशे से उद्यमी हैं। उन्होंने लव मैटर्स इंडिया को अपनी और मेघा की कहानी सुनाते हुए बताया कि कैसे बिना किसी कटिबद्धता की डोर से बंधे उनके और मेघा के संबंध आज भी बेहतर बने हुए हैं।

साथ हैं लेकिन कोई वादा नहीं

जिस दिन मैंने बिज़नसमैन बनने का फ़ैसला किया उस दिन मैंने यह भी तय कर लिया था कि मैं अपने स्टार्टअप को अपना सौ प्रतिशत दूंगा। मैं जानता था कि यदि कोई लड़की मेरी जिंदगी में आई तो भी मैं उसे अन्य प्रेमी प्रेमिकाओं की तरह उतना समय नहीं दे पाऊंगा। मेरा स्टार्टअप काफी अच्छा चल रहा था लेकिन मुझे एक पार्टनर की ज़रूरत थी, वो भी बिना कमिटमेंट वाले पार्टनर की।

किसी रिश्ते को निभाना एक मुश्किल काम है लेकिन अकेले रहना तो उससे भी ज़्यादा मुश्किल। 26 की उम्र में भी मेरी अपनी दुनिया में कोई लड़की नहीं थी, शादी की तो मैं सोच भी नहीं सकता था। लेकिन मैं ऐसे अकेले नहीं जीना चाहता था। वीकेंड पर बंद कमरे में नेटफ्लिक्स देखते हुए मैं ख़ुद को यही समझा रहा था। मेरे ज़हन में सिर्फ़ एक ही बात आ रही थी कि क्या कोई लड़की भी ऐसा ही सोचती होगीI

संयोग से वह मिल भी गई

इसी बीच दिल्ली में एक बिजनेस ट्रिप के दौरान मेरी मुलाकात मेघा से हुई। मेघा जवान और खूबसूरत लड़की थी। जिस फर्म के मालिक के साथ मेरी मीटिंग थी, मेघा उसी फर्म में इंटर्न थी। वह कुछ कागज़ात के प्रिंटआउट लेने में मेरी मदद कर रही थी और तभी हमारी थोड़ी सी बात हुई।

इस छोटी मुलाकात में मैंने उसे अपने स्टार्टअप के बारे में बताया और वह मेरी बातों को पूरी दिलचस्पी से सुन रही थी। मीटिंग खत्म होने के बाद मैंने उसे मेरी मदद करने के लिए धन्यवाद कहा और अपना विजिटिंग कार्ड दिया। अगली ही सुबह जब उसने मुझे पहला मैसेज भेजा तो मुझे बहुत अच्छा लगा।

इसके बाद हम एक दूसरे को मैसेज करने लगे। हम अक्सर काम और रोजमर्रा के जीवन के बारे में बातें करते थे। अब हम फोन पर भी बात करने लगे और जल्द ही दोस्त भी बन गए।

कंडोम है क्या?

दो महीने बाद दिल्ली में उसकी इंटर्नशिप ख़त्म हुई और वह कुछ काम के सिलसिले में बैंगलोर आयी। चूंकि हम दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे और मैं वहां अकेला रहता था इसलिए मैंने मेघा को अपने साथ रहने के लिए कहा। वह मेरे खाली पड़े गेस्ट रूम में रहने के लिए तैयार हो गई और मैं उसका साथ पाकर ख़ुश हो गया।

रोज़ाना साथ में नाश्ता और डिनर करने से हम एक दूसरे को काफी अच्छे से जानने लगे। वीकेंड की शाम को बालकनी में हम दोनों चाय पी रहे थे, इसी दौरान मैंने मेघा को बताया कि मैंने कभी सेक्स ही नहीं किया है।

यह बताने के बाद मुझे लगा कि वह मेरे बारे में जाने क्या सोचेगी लेकिन उसने पूछा ‘तुम्हारे पास अभी कंडोम है कि नहीं’। मेरे पास सच में कंडोम नहीं था। उसने मुझे जल्दी से कंडोम लाने के लिए कहा और उस शाम हम दोनों ने पहली बार सेक्स किया

काम सुख

वह दूसरी लड़की थी जिसके साथ मैंने शारीरिक संबंध बनाया था और जब मेघा ने मेरे शरीर को छूआ तो मैं ख़ुशी से पागल हो गया। अगले दिन मैंने मेघा से कहा कि मैं किसी लड़की को गर्लफ्रेंड नहीं बनाना चाहता। उसने कहा कि वह भी किसी की गर्लफ्रेंड नहीं बनना चाहती है। जब तक हम दोनों साथ रहे, मैंने कंडोम का एक बड़ा पैकेट  लाकर अपने वार्डरोब के ऊपर रख दिया ताकि खाना बनाने वाली आंटी इसे देख न सके।

बंगलौर में काम खत्म होने के बाद मेघा दिल्ली वापस आ गई। इसके बाद हमारी बात सिर्फ़ फोन और वीडियो कॉल के ज़रिये ही हो पाती थी। वीडियो कॉल पर उसके चेहरे को देखकर मुझे सुकून मिलता था और जब मैं थक जाता या ऊब जाता तो इस बात की तसल्ली थी कि मेरे पास बात करने के लिए कोई है।

हम रोज एक दूसरे से बात नहीं करते थे, तब भी कहीं न कहीं एक सुकून था। हम एक दूसरे के साथी बन गए थे लेकिन हमारे बीच जीवनभर साथी बने रहने का कोई वादा नहीं था।

रिश्ते को नाम देना ज़रूरी नहीं

एक दूसरे से हमदर्दी रखना और यौन संबंध बनाना अब सिर्फ एक सपना नहीं था बल्कि हम इसे जी रहे थे। हम एक दूसरे से हजारों किलोमीटर दूर रहते हैं इसलिए हर हफ्ते मिलने की कोई टेंशन नहीं है। लेकिन जब कभी हम छुट्टी में मिलते हैं तब हम दोनों सेक्स ज़रूर करते हैं, जो काफी सुकून भरा है।

इसके साथ ही मार्केटिंग से जुड़ी किताबों पर उसकी सलाह लेना और अपने काम के बारे में बताने से काफ़ी मदद मिलती है। हम दोनों जो भी कर रहे हैं उससे बहुत ख़ुश हैं। हमारे बीच जो भी है हमने उसे कोई नाम नहीं दिया। हमारे रिश्ते में किसी के ऊपर कोई बोझ नहीं है और हम सामाजिक उम्मीदों से मुक्त हैं।

*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।

क्या आप भी नए ज़माने वाले रिश्तों से जुड़ी कोई कहानी हमें बताना चाहते हैं? नीचे कमेंट करिये या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें। यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।


Do you have a love story in hindi? Comment below. 

लेखक के बारे में: अर्पित छिकारा को पढ़ना, लिखना, चित्रकारी करना और पॉडकास्ट सुनते हुए लंबी सैर करना पसंद है। एस आर एच आर से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखने के अलावा, वह वैकल्पिक शिक्षा क्षेत्र में भी काम करते हैं। उनको इंस्टाग्राम पर भी संपर्क कर सकते हैं।