आंटी जी कहती हैं... ओह्ह हो पुत्तर क्या सवाल पूछा हैI देख बेटा दिक्कत तो है, तभी तो तू पूछ रहा है, है ना? चल इस बारे में बात आते हैं!
सीधी बात
तो बेटा जी सबसे पहले एक बात साफ़ कर देते हैं कि लड़की है तो नाबालिग, हैं ना! इसका मतलब वो अभी अवयस्क है और अगर तुम दोनों सेक्स करते हो तो तू जेल भी जा सकता हैI चाहे सेक्स उसकी रज़ामंदी से हुआ हो! मैं मानती हूँ कि आजकल बहुत सी लड़कियां जो 16 साल से छोटी होती हैं वो सेक्स कर लेती हैं और कोई जेल नहीं जाता लेकिन बेटा क़ानून तो यही कहता है, चाहे अच्छा लगे या बुरा!
अब बात करते हैं सही-गलत कीI ओये पुत्तर कुड़ी सिर्फ 16 साल की हैI यह भी कोई उम्र है रिश्ता जोड़ने की? क्या उसे इसका मतलब भी पता है? बेटा, प्यार एक बहुत खूबसूरत एहसास है लेकिन मज़ा तभी है जब यह दोनों को बराबर हो, तब नहीं जब एक तो प्यार में गोते खा रहा हो और दूसरे को समझ ही नहीं आ रहा हो कि क्या हो रहा है I यह तो बात नहीं बनी, बेटाI
लोग सम्पति नहीं होते
निस्संदेह वो तेरे साथ खुश हैI तू हमेशा उसका ख्याल जो रखता है I जब हम प्यार में होते हैं तो अपने साथी का मार्गदर्शन करते हैं क्यूंकि हम उनका भला चाहते हैं और तू भी यही कर रहा है और इसमें कुछ गलत भी नहीं है! पर क्या वो भी तेरा ख्याल रखती है? क्या वो भी तेरी ज़िंदगी में वही किरदार निभाती है जो तू उसकी ज़िंदगी में निभा रहा है? क्या तू भी उससे सलाह और मदद लेता है?
सोच कि तेरी कंपनी में छंटनी शुरू हो रही हो और उन्हें इस बारे में तेरे विचार जानने हैंI तो क्या तू इस बारे में उससे सलाह करेगा?
कई बार हमें ऐसे व्यक्ति से प्यार हो जाता है जिसे हमारी ज़रुरत हो, जिस पर हम भड़ास निकाल सकें, जिसके जीवन की बागडौर हमारे हाथ में हो, जैसे वो हमारी सम्पति हो
लेकिन राजीव, लोग तो लोग होते हैं, सम्पति नहींI फिर से वही बात, वही बराबरी वालीI सोचो ज़राI
मुश्किल चुनाव
चल मान लेते हैं कि वो शारीरिक, मानसिक और कामुक रूप में तेरे साथ खुश हैI लेकिन क्या इसका यह मतलब है कि वो अपना जीवन अपने हिसाब से नहीं जी सकती? यह ज़रूरी है कि वो नए लोगों से मिले, नए दोस्त बनाये और अपने कैरियर, पढ़ाई और रुचियों पर भी ध्यान दे, है ना?
तेरे कंधो पर एक ज़िम्मेदारी सौंप रही हूँI इसका फैसला तुझे करना है कि इस रिश्ते में रहने के लिए तेरे और तेरी गर्लफ्रेंड के लिए उचित क्या हैI तुझे इन बातो का ध्यान रखना हैI क्या वो तुझ पर ज़रुरत से ज़्यादा निर्भर हो रही है? क्या वो तेरे लिए अपने परिवार और पढ़ाई को नज़रअंदाज़ कर रही है? क्या वो तेरे साथ रहने के लिए सफ़ेद झूटों का सहारा ले रही है? क्या इस रिश्ते को बनाये रखने के लिए वो ज़रुरत से ज़्यादा खतरे मोल ले रही है? मुझे विश्वास है कि तू ऐसा कुछ नहीं चाहता होगा, है ना? पुत्तर, यह तो मामला गड़बड़ है ना?
एक नयी शुरुआत
तो अब क्या करना है? बेटा यह बहुत अच्छी बात है कि तू मुझसे और अपने आप से यह सवाल कर रहा हैI क्या तुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उसके प्रति तेरा व्यवहार अंकुश लगाने वाला है? सिर्फ इसलिए कि वो उम्र में तुझसे काफ़ी छोटी है तो क्या तू उस पर हुक्म चलाता है? अपने रिश्ते में इस बात का हमेशा ध्यान रखना कि आधिकारिक शक्ति किसके पास हैI क्या सिर्फ तेरी ही चलती है? अगर तुझे लग रहा है कि इस का जवाब हाँ है तो इस बारे में तुझे उससे भी पूछना चाहिएI इस तरह का स्वामित्व किसी भी रिश्ते के लिए अच्छा नहीं हैI तुझे अपने तौर-तरीके बदलने पड़ेंगे और इस बात पर ध्यान देना होगा कि उसके प्रति तेरा व्यवहार कैसा हैI
अगर तू यह सब नहीं कर सकता तो इस रिश्ते को "टाटा बाय बाय" कहना ही ठीक हैI अगर तू उसे सच में प्यार करता है तो उसे उन्मुक्त कर देI अपनी ज़िंदगी खुद जीने दे और अपने लिए राहें खुद तलाशने देI उसको उसके सपने पूरे करने में मदद कर और एक दोस्त की तरह उसे समझने की कोशिश करI