आंटी जी- बेटा आकृति, यह थोड़ा मुश्किल जरूर है, क्योंकि लड़की-लड़की में प्यार, इसे हमारा समाज आसानी से स्वीकार नहीं करेगा। फिर भी, चलो तुम्हारी समस्या सुलझाती हूं।
मुश्किल तो जरूर है...
तो बेटा जी, सबसे बड़ी चिंता यही है ना कि क्या होगा? अगर तुम किसी लड़की से अपने दिल की बात कहती हो और वह सीधे मना कर दे तो क्या होगा? क्या होगा अगर वह बहुत छोटी सोच की निकली और तुम्हारी बात पर हंगामा खड़ा कर दे। इससे कहीं तुम्हें शर्मिंदा ना होना पड़े, यही ना। तो तू कैसे तलाश करेगी ऐसी लड़की जो ना सिर्फ़ तेरी तरह सोचती हो बल्कि तेरी ओर आकर्षित भी हो। हां...यह सच में थोड़ा मुश्किल तो है।
चांस की बात है
बेटा जी, मुझे लगता है कि यह समस्या सिर्फ़ तेरे रिश्ते (लड़की-लड़की) तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह सवाल तो हर रिश्ते में खड़ा होता हैI हर व्यक्ति इसी बात से परेशान होता है कि वह किसी के साथ बात कैसे शुरू करे। हालांकि रास्ते में कांटे हैं लेकिन अगर उसपर सावधानी से चला जाए तो बात बन सकती हैI
सच कहूं तो लड़का और लड़की के मामले में यह काफ़ी आसान होता है। लड़के ने लड़की से दिल की बात कही और लड़की ने लड़के से, अगर दोनों की रजामंदी हुई तो फिर इश्क-मोहब्बत शुरू हो जाता हैI
लेकिन यदि वह मना कर देती है तो लड़के का दिल टूट जाता है। इसके बाद उसे लोगों से थोड़ी सहानुभूति मिलती है, वो शराब भी पीने लगता है लेकिन कुछ दिन बाद सब नॉर्मल हो जाता है और जीवन फ़िर वैसे ही चलने लगता है। लेकिन यदि एक लड़की अपने प्यार का इजहार एक और लड़की के सामने करती है और अगर उस लड़की को यह बात अटपटी लग जाए तो वो आग बबूला हो सकती है और बखेड़ा खड़ा कर सकती हैI उसे यह डर रहता है कि अगर बाहर उससे पूछा जाएगा तो वह क्या जवाब देगी। यह स्थिति थोड़ी पेचीदा हैI
धीरे-धीरे आगे बढ़ो
अपने दिल की बात कहो लेकिन पहले चीजों को थोड़ा समझ लो और धीरे-धीरे एक-एक कदम आगे बढ़ाओ। अगर तुम्हें लड़कियां पसंद आती हैं तो तुम किसी ऐसी लड़की की तलाश करो जो तुम्हारे जैसी हो। उसके रवैये से उसे पहचानों। मैं तो यही कहना चाहती हूं बेटा कि पहले तुम उसकी अच्छी दोस्त बनों। लेकिन मैं यह कहूंगी नहीं और मुझे विश्वास है कि तुम समझ सकती हो कि मैं तुम्हे दोस्त बनने की सलाह क्यों नहीं दे रही हूँI
अगर तुम दोनों में दोस्ती हो गयी तो इस बात की संभावना भी है कि तुम्हे उस लड़की से प्यार हो जाए और जब असलियत सामने आएगी तो उसे बुरा लग सकता है कि तुम्हारे मन में कुछ और थाI यह भी हो सकता है कि तुम दोनों में लड़ाई हो जाए और अगर गुस्से में वो इस बारे में किसी और को बता दे तो चीजें एक भयानक मोड़ ले सकती हैंI
लेकिन अगर मैं एक मित्र के रूप में शुरुआत कर पाऊं तो मैं ज़रूर करूंगीI मैं तो तुझे यह कहूंगी कि थोड़ा बहुत उसके बारे में और जानने की कोशिश करनाI यह भी पता करना कि इन सब मुद्दों के बारे में उसका नज़रिया क्या हैI एक बार जब तुम उसके बारे में जान लो तब सोचना कि उसके साथ दोस्ती या रिश्ता बनाना उचित होगा या नहींI
यह कोई नई बात नहीं है
आकृति बेटा, तुम्हारी तरह बहुत सी लड़कियां दूसरी लड़कियों की तरफ़ आकर्षित होती है। प्यार का यह फार्मूला कि आप हमेशा 'विपरीत' की ओर आकर्षित होते हैं अब पुराना पड़ने लग गया हैI अगर कोई लड़की पूरी ईमानदारी से बात करे तो वो बता देगी कि ऐसी एक लड़की ज़रूर थी जिसके पीछे वो 'पागल' थीI कुछ लोग इस बात को दिल से लगा कर रखते हैं तो कुछ भूल जाते हैंI
जब मामला हो दो लड़कियों के बीच प्यार का तो इसे हमारा समाज आसानी से स्वीकार नहीं करता है - लेकिन वो इसे झुटला नहीं सकताI मेरी नज़र में तो तेरे लिए सवाल सिर्फ़ तेरी व्यक्तिगत सुरक्षा और अपनी भावनाओं की गोपनीयता का हैI
स्थितियों को पहले काबू में लो
इसलिए हालातों को हाथ से मत निकलने देनाI अपनी उम्मीदें ज्यादा बड़ी मत रखना और इस बात के लिए तैयार रहना कि पासा किसी भी पल पलट सकता हैI अगर वह तुम्हें उस तरीके से नहीं पसंद करती है जिस तरीके से तुम उसे करती हो तो यह बिलकुल भी परेशान होने वाली बात नहीं हैI यह उसकी मर्जी है, लेकिन अगर वह तुममें जरा भी दिलचस्पी लेती है तो भी इस रिश्ते को बहुत सावधानी से आगे बढ़ानाI
यह हमेशा याद रखो कि रिश्ता किसी के भी साथ हो उसे सहज और सुखद बनने में हमेशा समय लगता है। अच्छा पार्टनर मिलता तो है लेकिन उसके लिए इंतजार भी उतना ही करना पड़ता है।
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