हमारी शादी को सिर्फ एक साल हुआ है। लेकिन वो सेक्स ना करने के बहाने ढूंढती रहती है। और यदि करती है तो शायद उसे कुछ खास मज़ा नहीं आता, हालांकि उसने यह साफ़-साफ़ कभी कहा नहीं। मैं ऐसा क्या करूं जिस से उसकी दिलचस्पी मुझमे लौट सके? नितिन, नोएडा
बबली आंटी कहती हैं...ता है पुत्तर जी, बहुत बार हमारी नियत तो अच्छी होंदी है लेकिन तरीके सही नहीं होंदे। मुझे ना पक्का विश्वास है कि तेरी वोट्टी भी तुझसे बहुत प्यार करती है लेकिन शायद तुझे समझा नहीं पा रही कि तुस्सी क्या सही करदे हो और क्या नहीं।
लेकिन पुत्तर, मुझे सच्ची में बहुत खुशी है तुझे उसके पसना, नापसंद और सुख की भी चिंता है। यही तो राज़ है खुश हाल सेक्स का - कि तुम अपने साथी के सुख का ख्याल रखो और बदले में वो तुम्हारे सुख का। नहीं तो पिछले हफ्ते के सवाल के जवाब से प्रेरणा लो और आत्म संतुष्टि में जुट जाओ।
बातचीत
क्यूंकि तू एक अच्छा इंसान है और अपनी बीवी की खुशियों की कदर करता है इसलिए आज मैं ना तुझे खुशियों की चाभी देती हूं। देख पुत्तर, हर औरत को ना मेहनत करने वाला मर्द ही पसंद आता है। ओये, मेहनत का मतलब ये नहीं कि तू दंड बैठक करने लगे, हालांकि अगर करेगा तो वो तुझे तेरे बेडरूम की गतिविधियों में, मेरा मतलब तेरे बेडरूम वर्कआउट के लिए फिट रखने में मदद जरूर करेगा। मेहनत से मेरा मतलब है औरत के शरीर और दिमाग को सेक्स के लिए उत्तेजित करने की मेहनत।
अच्छी बातचीत एक बढ़िया उपाय है। थोड़ा बहुत हंसी मजाक और सबसे जरूरी बात है औरत के शरीर की सही समझ।
प्यार से, लेकिन पूरी तरह
ओये, तू ना अपनी वोटी के शरीर के हर कोने पर ध्यान दे। अपने हाथों का खुल के इस्तेमाल कर। स्तनों और निपल को छूने से हर औरत को अच्छा लगता है, लेकिन शरीर में और भी बहुत कुछ है। धीरे धीरे तसल्ली से हर हिस्से को प्यार कर और अहमियत दे। जल्दबाजी बिल्कुल नहीं।
और ये याद रख कि तुझे सिर्फ प्यार का एहसास जगाना है, नोचना खसोटना नहीं है, जब तक कि वो तुझको ऐसा करने को ना कहे।
भगशिष्ण
और पुत्तर मेरे, खुद कोशिश करके ये जान कि उसकी योनि का सबसे संवेदनशील हिस्सा कौन सा है, ध्यान से देखेगा तो उसकी आंखे सारी कहानी कह देगी। और जब तुझे आभास हो जाये तो फिर बाकी काम अपनी जीभ को करने दे।
अब सुन, भगशिष्ण औरत के शरीर का सबसे रहस्यमयी लेकिन शरीरिक सुख के नजरीए से सबसे कारगर अंश है। उसे ढूंढ़ और फिर देख।
और ये सब करते वक़्त उसका 'जी—स्पॉट' ढूंढ़ और मुझे विश्वास है कि तेरी वोटी, अरे मतलब तेरी बीवी को ये खोजबीन बहुत ही मज़ेदार लगेगी।
अब सुन मेरी आखिरी सलाह, अलग औरतों की अलग प्रतिक्रिया, मतलब अलग अंदाज़ हो सकते है। ये सब आराम से तसल्ली के साथ किया जाना जरूरी है। सीधी सीधी, साफ़ साफ़ बातचीत बहुत जरूरी है और साथ ही जरूरी है एक दूसरे की ज़रूरतों का ख्याल रखना।
तो जा मेरे शेर, और जीत ले अपनी वोट्टी का दिल एक बार फिर से। मुझे ना पक्के से पता है की तुम दोनों के बीच की चिंगारी फिर से आग पकड़ लेगी।
पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है और नाम बदल दिए गए हैं।
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