Vaginal Dryness
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योनि में सूखापन: ये हैं प्रमुख कारण

वैसे तो महिलाओं की योनि में प्राकृतिक रुप से गीलापन बना रहता है लेकिन हर एक महिला ने अपनी ज़िंदगी में कम से कम एक बार तो योनि में सूखेपन की समस्या ज़रूर महसूस की होगी। योनि में अचानक बिल्कुल सूखापन हो जाने से कई महिलाओं को यह समझ ही नहीं आता कि आख़िर ऐसा क्यों हो रहा है? इस लेख में हम आपको योनि मे सूखापन होने के मुख्य कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं

संभोग से पहले पर्याप्त फोरप्ले ना करना 

कई वेबसाइट्स पर लोग अक्सर यह सवाल पूछते दिख जाते हैं कि मेरी गर्लफ्रेंड की योनि में इतना सूखापन क्यों हैं? इसका सीधा सा ज़वाब यह है कि अपनी गर्लफ्रेंड को सेक्स के समय ठीक से उत्तेजित करें। सेक्स के पहले देर तक फोरप्ले करें, उन्हें पहले अच्छी तरह उत्तेजित तो होने दें फिर देखिए योनि में अपने आप गीलापन आ जाएगा।

तनाव और चिंता 

तनाव, चिंता और भावनात्मक रूप से अधिक कमजोर होने के कारण भी योनि में सूखेपन की समस्या हो जाती है। तनाव के कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जिसके कारण योनि में खून का प्रवाह पर्याप्त नहीं हो पाता है और इससे योनि में सूखापन और ज्यादा बढ़ जाता है। अक्सर महिलायें इस समस्या के कारण मनोवैज्ञानिक रूप से तनाव में आ जाती हैं और फ़िर इसी तनाव की वज़ह से यह समस्या और बढ़ने लगती है। इस तरह यह क्रम चलता रहता है।

साबुन में मौजूद केमिकल से एलर्जी 

रोजाना इस्तेमाल किए जाने वाले हाइजीन प्रोडक्ट जैसे कि साबुन, वैजाइनल डाउच और डिटर्जेंट (जब कपड़ों को ठीक से ना धुला गया हो) में कई तरह के हानिकारक केमिकल होते हैं जो आपकी त्वचा को प्रभावित करते हैं। कई लोगों को इन केमिकल से एलर्जी होती है, विशेषरूप से शरीर के संवेदनशील हिस्सों को ये केमिकल अधिक प्रभावित करते हैं। इसके अलावा इन केमिकल के कारण यीस्ट संक्रमण और बैक्टीरियल संक्रमण जैसी अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं जिसके कारण योनि सूख जाती है। कुछ दिनों के लिए साबुन या इन अन्य प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना बंद कर दें जिससे यह पता चल सके कि योनि में सूखेपन का कारण कहीं यही चीजें तो नहीं हैं ।

डाउचिंग (Douching)

कुछ महिलाएं अपनी योनि में तीव्र गंध और अधिक गीलापन का अनुभव करती हैं और इसे रोकने के लिए वे डाउचिंग करती हैं। डाउचिंग का मतलब है योनि की दुर्गंध दूर करने और सफाई के लिए पानी और किसी मिश्रण (सिरका, बेकिंग सोडा या परफ्यूम) से योनि को साफ करना। कई चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि योनि की सफाई प्राकृतिक रूप से अपने आप ही होती रहती है, ऐसे में डाउचिंग करना योनि के लिए फायदे की बजाय नुकसानदायक हो सकता है जिसके कारण योनि में सूखेपन की समस्या हो सकती है।

दवाएं

कई गर्भ निरोधक एवं एंटी हिस्टामिन दवाइयों (जुकाम की दवाइयों) के सेवन से महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है। गर्भ निरोधक दवाओं में प्रोजेस्टेरोन नामक एक अन्य हार्मोन होता है जो सिर्फ़ एस्ट्रोजन के स्तर को ही कम नहीं करता बल्कि सेक्स की इच्छा को भी घटा देता है। कैंसर के इलाज के लिए किये जाने वाले कीमोथेरेपी के कारण भी योनि में सूखापन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा डिप्रेशन और अस्थमा की दवाओं के सेवन के कारण भी योनि में सूखेपन की समस्या देखी गई है। इसलिए अगली बार जब जुकाम हो तो अपने पार्टनर को पहले से समझा दें कि यह समय सेक्स के लिए ठीक नहीं है।

शराब और धूम्रपान

कुछ लोगों का मानना है कि शराब और धूम्रपान का प्रभाव योनि पर नहीं पड़ता है। लेकिन असल में अत्यधिक मात्रा में शराब पीने और धूम्रपान करने से योनि में सूखेपन की समस्या हो सकती है। धूम्रपान करने से रक्त प्रवाह प्रभावित होता है जिसके कारण योनि में खून का प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पाता है और योनि में सूखापन हो जाता है।

प्रसव और स्तनपान

बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। इनमें से कुछ बदलाव सुखद तो कुछ परेशानी भरे होते हैं। बच्चे को जन्म देने और स्तनपान कराने के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम हो जाता है जिसके कारण योनि में सूखापन होने लगता है। एस्ट्रोजन योनि के ऊतकों को चिकनाई युक्त और स्वस्थ बनाये रखने में सहायक होता है।

मेनोपॉज

मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन का स्तर अचानक गिर जाता है जिसके कारण योनि में नमी कम हो जाती है और योनि अधिक पतली और कम लचीली हो जाती है।

स्जोग्रेन सिंड्रोम (Sjögren's Syndrome)

यह ऑटोइम्यून से जुड़ी एक समस्या है जो शरीर में नमी पैदा करने वाली कोशिकाओं पर हमला करती है। यह समस्या होने पर मुंह और आंखों में सूखापन आ जाता है क्योंकि शरीर का इम्यून सिस्टम अपनी ही उन स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है जो लार और आंसू बनाती हैं। स्जोग्रेन सिंड्रोम से पीड़ित कई महिलाओं को योनि में सूखेपन की समस्या भी हो जाती है।

ऑपरेशन द्वारा अंडाशय निकलवाने पर 

आमतौर पर 20 प्रतिशत महिलाएं हिस्टेरेक्टॉमी कराती हैं। यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें महिलाओं के गर्भाशय और अंडाशय को ऑपरेशन द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है। इस ऑपरेशन के दुष्प्रभावों के कारण महिलाओं की योनि सूख जाती है।

जैसा कि ऊपर बताया गया है, योनि में कई कारणों से सूखापन आता है। रिसर्च  से पता चलता है कि 75 प्रतिशत महिलाएं योनि में सूखेपन की समस्या से पीड़ित हैं। यदि आपको लगता है कि स्ट्रेस और फोरप्ले की कमी के कारण आपकी योनि में सूखापन हो रहा है तो आपको तत्काल इस समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए। यदि यह समस्या एक हफ्ते से अधिक समय तक बनी हो या बदतर होती जा रही हो तो यह प्रजजन स्वास्थ्य से जुड़ी किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। किसी विश्वसनीय स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर इलाज कराएं। याद रखें, शरमाएं नहीं और ना ही इस समस्या की अनदेखी करें। जांच जरूर कराएं और योनि को स्वस्थ रखें।

क्या आपको भी योनि से जुड़ी कोई समस्या है और आप उस बारे में और अधिक जानकारी चाहती हैं? लव मैटर्स के फेसबुक पेज पर पूछें या हमारे चर्चा मंच : लेट्स टॉक पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।

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