मिथ्य 1: मेरा शिश्न बहुत छोटा है
कई लोगों को लगता है कि उनका शिश्न छोटा है। जबकि ऐसा होता नहीं है क्योंकि जिसे आप छोटा समझ रहे हैं वो एक सामान्य साइज़ हैI बिना तनी हुई अवस्था में एक शिश्न की लम्बाई 2-6 इंच या 6 -13 सेंटीमीटर के बीच होती हैI अगर लिंग की लंबाई तनी हुई अवस्था में 2.75 इंच/7 से.मी. से कम होती है तो उसे माइक्रोपीनस कहा जाता है, लेकिन ऐसा बहुत ही कम होता हैI
मिथ्य 2: आपके शिश्न की लम्बाई और आकार आपके साथी के लिए महत्त्वपूर्ण है
अगर विज्ञापनों पर भरोसा करे तो ऐसा प्रतीत होगा कि आपके शिश्न की लम्बाई और आकार आपके साथी के लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैI लेकिन यह ध्यान रखें कि सम्भोग के दौरान आपके साथी को इस बात से खुशी मिलेगी कि आप किस हद तक उनकी ज़रूरतों और चाहतों को समझते हैं ना कि इस बात से कि आपका शिश्न कितना लंबा हैI
मिथ्य 3: विज्ञापन बिलकुल सही है
अपने आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश ना करें कि इस तरह के उत्पादों से आपके शिश्न की लम्बाई और चौड़ाई में एकदम से बदलाव आ जायेगाI यह उत्पाद कितने सुरक्षित और कामयाब है, इसके बारे में अभी भी संदिग्धता बनी हुई हैI इनके इस्तेमाल से आपके शरीर में अनचाहे दुष्प्रभाव का खतरा भी उत्पन्न हो सकता हैI कुछ विशेषज्ञों का तो यह भी कहना है कि इनके इस्तेमाल से आपके शिश्न की लम्बाई और आकार पर कोई असर नहीं पड़ता और अगर आपको अपने शिश्न का आकार बढ़ा हुआ लगता है तो वो शारीरिक नहीं मनोवैज्ञानिक होता हैI
और मिथ्यों के बारे में जानने के लिए शिश्न की लम्बाई और आकार से जुड़े हमारे इस वीडियो को देखें!
मिथ्य 4: यंत्रों और उपकरणों का इस्तेमाल सुरक्षित है
वैसे तो शिश्न को बड़ा करने के कई यंत्र उपलब्ध हैं लेकिन सबसे लोकप्रिय हैं वैक्यूम पंप और वजन से शिश्न को खींचनाI लेकिन इससे ना सिर्फ शिश्न पर छाले हो सकते हैं बल्कि रक्त-वाहिका के फटने का खतरा भी बना रहता हैI
मिथ्य 5: पेनिस एन्लार्जेर्स से शिश्न की लम्बाई और आकार में उल्लेखनीय बदलाव आता है
हो सकता है कि इसके इस्तेमाल से आपके शिश्न की लम्बाई बढ़ जाए लेकिन इस बात के लिए भी तैयार रहे कि कोई फ़र्क़ ना पड़ेI अगर आप भाग्यशाली हुए तो शायद आधा-एक इंच से आपके शिश्न की लम्बाई बड़ जाए लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि इससे आपको किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं होगाI
मिथ्य 6: शल्य-चिकित्सा और शिश्न को लम्बा करने के उत्पाद एकमात्र तरीका है
जननांग के आसपास के बाल काटने से शिश्न की लम्बाई बड़ी हुई लगेगी और संवेदनशीलता में भी मदद होगीI इसके अलावा वजन कम करने से भी शिश्न थोड़ा बड़ा हुआ लगेगाI