आप अपनी सबसे अच्छी दोस्त के साथ कॉलेज की कैंटीन में सैंडविच खा रहे होते हैं कि तभी बगल वाली टेबल पर दो लड़के आकर बैठते हैंI आप उनमें से एक को देखते हैं तो बस देखते ही रह जाते हैं और आपकी दोस्त और दूसरे लड़के के साथ भी कुछ ऐसा ही होता हैI आप दोनों को ही यह समझ नहीं आता कि आपने उन दोनों लड़को में क्या देखाI
निस्संदेह यह सामान्य हैI करीब 50 प्रतिशत समय लोग इस बात पर एकमत होते हैं कि सामने वाला आकर्षक है या नहींI आखिरकार सुन्दर नैन-नक़्श को तो दुनिया भर में लोग पसंद करते हैंI लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब लोगों की राय इस बारे में एक सामान ना होI
प्राकृतिक या कौटम्बिक?
क्या कारण है कि हमें कुछ लोग आकर्षक लगते हैं? यही वो सवाल था जिसका जवाब जानना चाहते थे कुछ अमरीकी शोधकर्ताI 'सुंदरता देखने वाले की आँखों' में होती है, इसका कारण तो अनुवांशिकी हो सकता है लेकिन कई बार जीवन में कुछ ऐसे अनुभव होते हैं जो हमें कुछ लोगों की ओर आकर्षित कर देते हैंI
इन दोनों संभावनाओं की जांच करने के लिए अमरीकी टीम ने एक ही लिंग के हमशक्ल जुड़वां बच्चों के 547 और अलग शक्ल वाले 214 जुड़वां बच्चों को इकठ्ठा कियाI उन्होंने उन जुड़वां बच्चों को 200 लोगों की तसवीरें दिखाई और उनकी सुंदरता का आकलन करने को कहाI
सामने आये परिणामों से शोधकर्ता यह पता करना चाहते थे कि जब हम किसी के प्रति आकर्षण महसूस करते हैं तो उसका आधार अनुवांशिकी होती है या हमारा कौटम्बिक वातावरणI
अनूठे अनुभव
तो हमारी पसंद नापसंद किस पर निर्भर करती है? क्या यह प्राकृतिक होती है या यह इस पर निर्भर करती है कि हमारा पालन-पोषण कैसा हुआ है? देखा जाए तो किसी पर भी नहींI
अध्ययन में पता चला कि हमशकल जुड़वां बच्चे विभिन्न लोगों की तरफ आकर्षित हुए थेI तो शायद अनुवांशिकी कारण नहीं है कि क्यों हमें किसी की शक्ल पसंद आती है और किसी की नहींI उसी प्रकार से अलग शकल वाले जुड़वां बच्चों (जिनका लालन-पालन तो एक ही घर में हुआ था लेकिन उनके वंशाणु अलग थे) की भी लोगों की सुंदरता को लेकर राय अलग थीI
तो अब क्या? मोटे तौर पर कहा जाए तो, सारांश यही निकलता है...वो सब कुछ जो हमारे साथ व्यक्तिगत तौर पर हुआ है, ऐसा कहती हैं डॉ लॉरा जरमाइनI हमारे जीवन के अनूठे अनुभवI आदतें जो हमारे भाई-बहनो से अलग हैंI प्राथमिक कक्षा के हमारे दोस्तI हमारा पसंदीदा कलाकार और वो नज़र जिससे हमारा पहला बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड हमारी ओर देखता थाI
तो एक बार फ़िर वैज्ञानिक रिसर्च से इस बात की पुष्टि हुई जो बात शायद हमें पहले से पता थीI सुंदरता देखने वाले की आँखों में ही होती हैं, बस हम किसी को कैसे देखते हैं यह कई बार हमारे साथ हुए भावनात्मक अनुभवों पर निर्भर करता हैI
चेहरों का टेस्ट
क्या आपको भी सामान्य नैन-नक़्श वाले लोग पसंद आते हैं या इस मामले में आपकी पसंद थोड़ी अनोखी है? डॉ जरमाइन की ब्रेन रिसर्च वेबसाइट, testmybrain.org पर जाकर आप अलग अलग शक्लो का आकलन कर सकते हैं I इससे आप पता लगा सकते हैं की औरों की तुलना में आप सुंदरता को कैसे देखते हैंI
स्त्रोत: इंडिविजुअल एस्थेटिक प्रैफरेंसेज फॉर फेसिस आर शेप्ड मोस्टली बाय एनवायरमेंट, नॉट जींस (2015), लॉरा जरमाइन, रिचर्ड रस्सेल, पी. मैथ्यू ब्रॉन्स्टेड, गैब्रिएला ए.एम. ब्लॉकलैंड, जॉर्डन डब्लू. स्मॉलर, होलुम क्वोक, सैमुएल ई. एंथोनी, केन नकायामा, गिलियन रहोडस, एंड जेरेमी बी. विल्मेर.