First time sex not so good - what next?
Pexels/Elina Sazonova/Person in the picture is a model

पहला सेक्स कुछ ख़ास नहीं रहा - तो ये पढ़िए!

माही और अजय का पहली बार सेक्स का अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा। उन्हें इससे बहुत उम्मीदें थीं और अब वे दोनों नहीं जानते कि अब क्या करें? अगर आपको लगता है यह आपकी कहानी है, तो चिंता बिलकुल न करें, हमारे पास आपके लिए कुछ शानदार सुझाव हैं, जिन्हें अपनाकर आप सुखद सेक्स का आनंद ले सकेंगे!

सबसे पहले, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सेक्स में दोनों ओर से बराबर की भागीदारी होती है और मानसिक रूप से अगर दोनों तैयार हों तो ही इसमें मजा आता है| घबराहट और मानसिक तनाव होने से असहजता बढ़ जाती है| ज्यादातर मामलों में अगर एक को सेक्स का अनुभव है और दूसरा इस बारे में बिलकुल नया है तो थोड़ी दिक्कत आ सकती है पर समय के साथ ये दूर हो सकती है।

अपने यौन जीवन को ऐसे अनुभवों से उबारने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

समझिये क्या गलत हुआ 

सेक्स हर बार एक अलग और नया अनुभव देता है| इसमें पिछला और पुराना जैसा कुछ नहीं होता| इसलिए सेक्स को लेकर ये धारणा बनाना की हम पहली बार में ढंग से सेक्स नहीं कर पाए तो आगे भी नहीं कर पायेंगे ऐसा कुछ नहीं है| हो सकता है कि आप अपने साथी के साथ हुए पहले संबंध से कुछ हद तक निराश हुए हों। मगर इससे पहले कि आप उन भावनाओं को मुखर करें, उन्हें समझने  के लिए कुछ समय लें और जाने कि क्या गलत हुआ है। क्या आप चरमसुख पाने में असमर्थ रहे? क्या सेक्स बहुत दर्दनाक या असुविधाजनक था? क्या आपका साथी आपकी आवश्यकताओं के प्रति संवेदनशील नहीं था? क्या पार्टनर के साथ तालमेल नहीं था?

स्थिति का व्यावहारिक रूप से आकलन करें और अपने साथी के साथ टीम के रूप में काम करते हुए आगे का रास्ता ढूंढें।

अपने साथी से बात करें

एक बार आपने यह पता लगा लिया कि क्या गलत हुआ है, कम से कम जो आपको अच्छा नहीं लगा, तो अपने साथी के साथ इसके बारे में बातचीत करें। यह बताएं कि क्रिया के दौरान और बाद में आपको कैसा महसूस हुआ और आपको मज़ा क्यों नहीं आया?

एक बार जब आपने अपनी बात कह दी, तो अपने साथी को खुले दिमाग से जवाब देने और उन्हें सुनने का मौका दें। यदि वे भी ऐसा ही महसूस करते हैं, तो यह एक आदर्श स्थिति है। आप दोनों सही राह पर जा रहे हैं और अपनी अंतरंगता के मुद्दों पर काम करने का एक तरीका खोज सकते हैं।

यह भी संभव है कि आपका साथी स्थिति को अलग तरह से देखें। शायद, उन्हें नहीं लगा कि अनुभव उतना ही बुरा था। या हो सकता है उनका कारण बिलकुल ही अलग हो!

ऐसी स्थितियों में दोषारोपण से बचते हुए स्वस्थ माहौल में बात करने को प्राथमिकता देना जरूरी है। अपने विचारों और अपेक्षाओं को व्यक्त करें पर ध्यान रखें दूसरे की भावनाएं ना आहत हों।

दबाव में ना आयें 

पहली बार में सेक्स का सुखद अनुभव ना होने से तनाव में आने से अच्छा है कुछ समय के बाद दोबारा शुरुआत करें और इस बार ध्यान रहे कि पुरानी कड़वी बातों को याद ना किया जाये। कुछ दबाव महसूस करना स्वाभाविक है। पर इसके लिए साथी पर कोई दबाव न डालें। क्योंकि सेक्स दो जनों का मानसिक और शारीरिक मिलन होता है और अगर इसमें साथी कि सहमती नहीं होती, तो तनाव आपकी कामेच्छा पर भारी पड़ सकता है। इसलिए जितना हो सके अपने शरीर और दिमाग को रिलैक्स रखें।

फोरप्ले में समय दें

सेक्स लिंग और योनि का सम्मिलन ही नहीं उससे कही आगे की बात है| संभोग सिर्फ कृत्य का एक हिस्सा है। सेक्स में उत्तेजना होती है और जब ये दोनों तरफ से होती है तो आसान और ख़ुशी देने वाली होती है। इसलिए, संभोग करने से पहले अपना समय लें और फोरप्ले में निवेश करें।

पार्टनर को क्या करने से ख़ुशी मिलती है ये जानकर उसके शारीरिक साथ का मजा लें| साथी को प्यार करते हुए शरीर के सवेंदनशील हिस्सों पर स्पर्श करें और मौखिक सेक्स एन्जॉय करें।

यदि आपका फोरप्ले पहली बार बहुत काम नहीं कर रहा है, तो विश्वसनीय और अनुभवी दोस्त से बात करें, यह समझने के लिए कि आपको क्या करना चाहिए, कुछ वीडियो पढ़ें या देखें।

वही समय-समय पर अपने साथी से अधिनियम के दौरान कैसा लगा भी पूछते रहना चाहिए कि वे भी आपके साथ का आनंद ले रहे हैं या नहीं।

प्रयोग करते रहें  

सेक्स में कैसे आसनों को करना चाहिए या नहीं ये सबके लिए अलग- अलग अनुभव है| लेकिन इनमें बदलाव करके संभोग के दौरान असहजता को कम कर सकते हैं, जिस पर कोई पुस्तिका नहीं है। एक के लिए जो काम करता है वह दूसरे के लिए नहीं हो सकता।

इसलिए, यदि आपके पहली बार के अनुभव में दर्द और परेशानी थी, तो आप और आपके साथी के लिए क्या सही है, यह देखने के लिए विभिन्न स्थितियों की कोशिश करने के लिए तैयार रहें। अच्छी-पुरानी मिशनरी शैली से परे एक पूरी दुनिया है। 

धीरे-धीरे करें शुरुआत

सेक्स में जल्दबाज़ी जी की कोई गुंजाइश नहीं होती है| हम पहले भी बता चुके हैं की सेक्स दो लोगों की शारीरिक और मानसिक जरूरत पर निर्भर करता है| इसमें दोनों की रजामंदी बहुत मायने रखती है| यदि आपका पहला अनुभव सही नहीं था, तो कोई नहीं अबकी बार पहले थोड़ी सी जानकारी लेकर सेक्स करें| इसमें पार्टनर की सहमती होना जरूरी है।

यौन अंतरंगता के विभिन्न रूप और तरीकों को आजमाते हुए साथी के साथ समय बिताएं| इसके लिए आप हाथों, मुंह और जीभ का प्रयोग भी कर सकते हैं। जब आप ऐसा करते हैं, तो उस पल के बारे में सोचे और आनंद लें कि यह किस ओर जा रहा है। यदि आप में से कोई भी तैयार नहीं है या फिर से संभोग करने के बारे में कुछ संदेह है, तो आप अन्य तरीकों से से एक-दूसरे को खुश कर सकते हैं। यदि चीजें व्यवस्थित रूप से एक ऐसे बिंदु तक बन जाती हैं, जहां आप दोनों तैयार महसूस करते हैं, तो बस इसका लाभ उठाएं।

एक-दूसरे की पसंद

अपने साथी को ये समझाना की आप बिस्तर में क्या चाहते हैं, क्या उम्मीद करते हैं या किस चीज़ से आपको आनंद मिलता हैं, इसका सबसे अच्छा तरीका हैं की उन्हें खुद करके दिखाएँ! इसलिए जब आप अगली बार अंतरंग हो, तो अपने साथी के सामने खुद के साथ खेलने की कोशिश करें या अपने हाथों का उपयोग करते उन्हें गाइड करें, ताकि उन्हें पता चले कि आपको कहाँ कहाँ छूने से आनंद मिलता है। उन्हें भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें।

यह न केवल आपको एक-दूसरे के शरीर को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा बल्कि यह क्रिया उत्तेजना बढ़ाने में आपकी मदद करेगी।

एक सुरक्षित जगह चुनें

सेक्स करते समय मन और शरीर दोनों ही तनाव मुक्त होने चाहिए और ये तभी संभव है जब आपको किसी बात की शंका ना हो, डर ना हो| इसके लिए ध्यान रखें किसी ऐसे स्थान पर ना जाएं, जहाँ आप लगातार किसी के बारे में चिंता कर रहे हों या 'पकड़े जाने का डर' आपके दिमाग में चल रहा है, तो आप इस पल में 100% नहीं दे सकते हैं।

लब्बोलुआब यह है कि अगर आप किसी भी तरह से किसी भी दबाव या परेशानी में हैं तो आप सेक्स का आनंद नहीं ले सकते। इसलिए, एक सुरक्षित समय और स्थान चुनना महत्वपूर्ण है, जहां आप साथी के साथ बिना किसी बाहरी व्यवधान के अपने समय का आनंद ले सकें।

अपनी उम्मीदों को यथार्थवादी रखें

जैसा कि आप अब जानते हैं, ये बिलकुल भी ज़रूरी नहीं की सेक्स का पहला अनुभव धरती हिला देना वाला, दिमाग झन्ना देने वाला, एक गज़ब का एक्सपीरियंस हो, जैसा की शायद आपने सुन रखा हो! पहले सेक्स में दोनों पार्टनर्स  के लिए ओर से कुछ तो अजीब, कुछ अवरोध और कुछ अनिश्चितताएं होंगी।

यही कारण है कि आपकी उम्मीदों को रियल रखना ज़रूरी है। यौन संतुष्टि के लिए पोर्न या रोमांटिक फिक्शन का सहारा नहीं लेना चाहिए। अपने साथी पर ध्यान केंद्रित करें और उनकी खुशी को प्राथमिकता दें। जब दोनों साथी ऐसा करते हैं, तो बाकी सब अपने आप सही हो जाता है। 

चिकनाई का इस्तेमाल 

कभी-कभी चिकनाई ना होने से भी सेक्स में परेशानी आ जाती है| यहां तक कि फोरप्ले और उत्तेजना के साथ, यौन प्रदर्शन के तनाव के कारण शरीर के प्राकृतिक चिकनाई रस का प्रवाह बाधित हो सकता है। संभोग की कोशिश करते समय या तो पार्टनर को पर्याप्त मात्रा में चिकनाई नहीं दी जाती है, जो असुविधा और दर्द को बढ़ा सकता है। यह अनुभव को आनंददायक से अधिक कष्टदायी बनाता है। यदि आवश्यक हो तो आप बाहरी चिकनाई (लुब्रीकेंट)  का इस्तेमाल करके भी इससे बच सकते हैं।

इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर, आप अपनी सेक्स लाइफ को आनंददायक बना सकते हैं। बाकी यकीन जानिए अगर आप दूसरे की इच्छाओं का ख्याल रखते हुए आगे बढ़ेंगे तो समय और अनुभव के साथ यह बेहतर हो जाता है।

पहचान की रक्षा के लिए, तस्वीर में व्यक्ति एक मॉडल है और नाम बदल दिए गए हैं।

क्या आपके पास भी कोई कहानी है? हम से शेयर कीजिये।  कोई सवाल? नीचे टिप्पणी करें या हमारे चर्चा मंच पर विशेषज्ञों से पूछें। हमारा फेसबुक पेज चेक करना ना भूलें। हम Instagram, YouTube  और Twitter पे भी हैं!

आरुषि चौधरी एक फ्रीलैंस पत्रकार और लेखिका हैं, जिन्हें पुणे मिरर और हिंदुस्तान टाइम्स जैसे प्रिंट प्रकाशनों में 5 साल का अनुभव है, और उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रिंट प्रकाशनों के लिए लगभग एक दशक का लेखन किया है - द ट्रिब्यून, बीआर इंटरनेशनल पत्रिका, मेक माय ट्रिप , किलर फीचर्स, द मनी टाइम्स, और होम रिव्यू, कुछ नाम हैं। इतने सालों में उन्होंने जिन चीजों के बारे में लिखा है, उनमें से मनोविज्ञान के प्रिज्म के माध्यम से प्यार और रिश्तों की खोज करना उन्हें सबसे ज्यादा उत्साहित करता है। लेखन उनका पहला है। आप आरुषि को यहां ट्विटर पर पा सकते हैं।

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>