रोमांटिक फिल्म रात
यह सब शुरू हुआ शुक्रवार को फिल्म देखने के प्लान के साथ, जो मेरी दोस्त ने अपने बॉय फ्रेंड के साथ मिलकर बनाया था। " हम नयी फिल्म देखना चाह रहे थे। मैंने वो DVD अपने दोस्त से ली और अपने बॉय फ्रेंड को घर बुलाया ताकि हम दोनों साथ मिलकर फिल्म देखें। रात को खाने के बाद, हम कम्बल के अन्दर साथ में आराम से बैठे, पॉप कॉर्न खाया, और फिल्म देखी," मेरी दोस्त ने मुझे फ़ोन पर बताया।
वो फिल्म काफी लम्बी थी। "अरे यार, फिल्म ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी। फिर हमारा ध्यान फिल्म से हटने लगा और हम एक दूसरे को अलग अलग जगह छुने लगे, और एक दूसरे के साथ मस्ती करने लगे। फिर ये सब आगे बढ़ा - गरमा गरम सेक्स की तरफ!" उसने समझाया।
कंट्रोल खो देना
हमारे गरमा गरम सेक्स का अंत कुछ ख़ास गरमा गरम नहीं था। "मैंने उसे बिना कंडोम के अपने अन्दर आने दिया, और मुझे लगा की वो शायद सही समय पर अपना लिंग बाहर निकाल लेगा। और जब वो मेरे अन्दर था, तब तो मैं कंडोम के बारे में सोच भी नहीं पा रही थी। मैं बस उस पल का पूरा मज़ा उठा रही थी, मेरी दोस्त ने कहा। मेरे लिए ये खुद उसी की बेवकूफ़ी थी, लेकिन मैं ये भी मानती की ऐसी चीज़ें अक्सर भावनाओं में बहकर हो जाती हैं। आखिर सेक्स पूरी तरह मदहोशी भरा हो तो किसी भी चीज़ के लिए विवेक रखना मुश्किल हो ही जाता है। हैं ना?
“लेकिन उसने अपना कण्ट्रोल ही खो दिया। और फिर क्या था," वो फोन पर चिल्लाती हुए बोली।
मज़ा किरकिरा
उसके बाद जो हुआ वो सेक्स के बाद का सुखद गले मिलकर रहने वाला सीन नहीं था, लेकिन एक पूरा ड्रामा। "मैं उसके कण्ट्रोल ना कर पाने पर उसके ऊपर चिल्ला रही थी। वो मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकता था? मुझे ऐसा लगा जैसे उसने मुझे धोखा दिया हो, दूसरी तरफ़ा वो सार इलज़ाम मुझ पर लगा रहा था की मुझे टाइम पर कंडोम निकाल लेना चाहिए था," मेरी दोस्त ने मुझे समझते हुए कहा।
वो रोमांटिक रात अब स्ट्रेस और चिंता भरी रात बन गयी थी। "सारा मज़ा किरकिरा हो गया था। अब क्या बोलों? सारा मज़ा बर्बाद," उसने उदासी भरी आवाज़ में कहा।
गर्भनिरोधक गोली
मेरी दोस्त और उसके बॉय फ्रेंड ने वो पूरी रात उदास सोच में ही निकाल दी। "मैंने उसे बिस्तर से उठकर सोफे पर सोने के लिए कहा। मुझे उससे बात करने का मन भी नहीं कर रहा था। मुझे पता है की मैं बचकाना हरकत कर रही थी, लेकिन उस समय मैं और कुछ भी नहीं सुनना चाहती थी," मेरी दोस्त ने मुझे कहा।
सुबह होते ही, जैसे ही घडी में सात बजे, मेरी दोस्त बिस्तर छोड़कर भागी और पास वाली मेडिकल की दूकान पर गयी। "मैं वहां खडे होकर उनके दुकान के शटर खुलने का इंतज़ार कर रही थी, और खुलते के साथ ही मैंने आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली मांगी। उसको खरीदकर मैं घर आई, और गोली खायी और फिर चैन की एक लम्बी सांस ली," उसने कहा।
जब वो अपने स्ट्रेस से थोडा उभरी, तो उसने अपने बॉय फ्रेंड से अनबन सुलझा भी ली, और दोनों ने एक दूसरे से दोबारा कभी लापरवाह ना होने का वादा किया। ये बड़ा समझदारी वाला निर्णय था दोनों का, लेकिन अपनी तसल्ली के लिए मैंने उससे यह वादा लिया की वो अपना यह वादा ना तोडे! ;-)
इस लेख में व्यक्त किये गए विचार लव मैटर्स के भी हूँ यह ज़रूरी नहीं।
उसे लगा था की उसका बॉय फ्रेंड समय पर वीर्य बाहर निकाल लेगा? और लड़के को लगी की लड़की को समय रहते कंडोम निकल लेना चाहिए था। किसके ऊपर इलज़ाम डाले? यहाँ लिखिए या फेसबुक पर हो रही चर्चा में हिस्सा लीजिये।
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गायत्री परमेस्वरन एक बहु-पुरस्कार विजेता लेखक, निर्देशक और इमर्सिव मीडिया कार्यों की निर्माता हैं। वह भारत में पैदा हुई और पली-बढ़ी और वर्तमान में बर्लिन में रहती है, जहां उन्होंने NowHere Media की सह-स्थापना की - एक कहानी सुनाने वाला स्टूडियो जो समकालीन मुद्दों को एक महत्वपूर्ण लेंस के माध्यम से देखता है। उन्होंने अपने शुरुआती वर्षों में लव मैटर्स वेबसाइट का संपादन भी किया। उनके बारे में यहाँ और जानें।