आप अपने लिंग को बड़ा नहीं कर सकते, चाहे कितने भी विज्ञापन इस बात का दवा करते हो। लेकिन आपको चिंता करने की भी कोई ज़रुरत नहीं।और वैसे भी, दुनिया में सिर्फ कुछ ही ऐसे पुरूष हैं जिनके लिंग का आकार सामान्य आकार से वाकई कम है।
काफी पुरूष मैगजीनों में और इंटरनेट साइट पर लिंग का आकार बढ़ाने के बारे में जानकारी और उपाय दिये होते हैं। लेकिन ये सब अधिकतर गलत और गुमराह करने वाली जानकारी ही है, ऐसा युरोलोजिस्ट और लिंग विशेषज्ञ डॉ. रेने करोप्मन का मानना है, जो हैग के हैग अस्पताल में कार्यरत हैं। लवमैटर्स ने इस विषय में उनसे चर्चा की।
लिंग आकार का सच
पुरूष के लिंग का आकार यौवन के साथ बढ़ना आरंभ हो जाता है और इस दौरान लंबाई और मोटाई में वृद्धि देखी जाती है। इस के बाद ये वृद्धि रूक जाती है। बल्कि वृद्धावस्था में इसका आकार पहले की अपेक्षा कम हो जाता है।
नीदरलैंद में लिंग का औसत आकार उत्तेजित अवस्था में 14 से.मी से कुछ कम है। लेकिन विश्व औसत 12 से.मी की है। और यदि लिंग का आकार 7—17 से.मी तक है तो इसे सामान्य ही माना जायेगा।
मोटापा घटाना
अक्सर लिंग का आकार नापना मुश्किल होता है क्योंकि अधिक से अधिक पुरूष मोटापे का शिकार हैं। जब वजन बढ़ जाता है तो लिंग का कुछ हिस्सा मोटापे के चलते छुप जाता है।
''यदि आप पतले हैं तो आपका लिंग वैसे ही आकार में थोड़ा बड़ा लगने लगता है। इसलिए जो भी पुरूष अपना लिंग आकर बढ़ाना चाहते हैं, उसके लिए मेरी सलाह होती है कि वे अपना वजन घटायें, ''डॉ. करोप्मान ने कहा। पेट पर अधिक चर्बी से लिंग के उत्तेजित होने में भी कठिनाईयां होती है।
सूक्ष्म लिंग
अक्सर, डॉ. करोप्मन के पास ऐसे लोग आते हैं जिन्हें यह यकीन होता है कि उनका लिंग अत्यंत छोटा है। ''लेकिन असल में उनमें से सिर्फ 1 फीसदी लोग ऐसे होते हैं जिनका सूक्ष्म लिंग (micropenis) होता है,'' डॉ. करोप्मन का कहना है।
सूक्ष्म लिंग वह कहलायेगा जो उत्तेजित अवस्था में 7 सेमी से कम है। तो अधिकतर पुरूष जो ऐसा सोचते हैं, सही नहीं होते।
कटाक्ष
''सामान्यत: इस तरह की मान्यता का मनोवैज्ञानिक कारण होता है। अक्सर यौवन के समय में किसी लड़के को उसके मित्रों द्वारा लिंग के आकार के बारे में कोई कटाक्ष किये जाना इसकी वजह देखी गई है। समय के साथ ये मनो अवस्था कैंसर की तरह बढ़ सकती है,'' डॉ. करोप्मन ने कहा।
''कई बार ये शारीरिक कुरूपता विकार का रूप ले लेती है जिसमें किसी व्यक्ति के मन में ये बात घर कर लेती है कि उनके शरीर में त्रुटि है। लोगों को ऐसा अपनी नाक या स्तन को लेकर भी लग सकता है। लेकिन इस प्रकार के पुरूष आजीवन इस मनोस्थिति के साथ जीते हैं कि उनका लिंग का आकार छोटा है।''
गलत धारणा
बहुत से पुरूष सोचते हैं कि यदि लिंग का आकार बढ़ाना हो तो वे अपनी महिला साथी को संभोग के दौरान संतुष्ट नहीं कर पायेंगे। डॉ.करोप्मन ने समझाती हैं कि महिला की योनि का उपरी हिस्सा ही उसका यौन संतुष्टि के लिए पर्याप्त रूप से संवेदनशील होता है। और एक रिसर्च से ज्ञात हुआ कि लगभग 80 फीसदी महिलाओं को अपने साथी के लिंग आकार से कोई फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन ये तथ्य अक्सर इस समस्या से जूझ रहे पुरूषों पर ज्यादा असर नहीं डालते। ''कुछ ऐसे भी पुरूष हैं जिन्हें जितना भी समझाओं की उनके आकार के साथ कोई समस्या नहीं है, लेकिन फिर भी उन पर लिंग का बड़ा करने का दीवानापन सवार रहता है। ये एक मनोवैज्ञानिक समस्या है और ऐसे पुरूषों को मनोचिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए, ''डॉ करोप्मन ने कहा।
एक बात तो स्पष्ट है: बहुत से पुरूष अपने लिंग के आकार से संतुष्ट नहीं हैं। यही वजह है कि बाजार में ऐसे बहुत से उत्पाद हैं जो लिंग का आकार बढ़ाने का दावा करते हैं। बस समस्या सिर्फ इतनी है कि ये सभी उत्पादकारगर नहीं हैं।
वजह और व्यायाम
जो पुरूष erectile dysfunctionकी समस्या से जूझ रहे होते हैं उनके लिए वैक्युम पंप का इस्तेमाल किया जा सकता है। लिंग में रक्त प्रवाह को पंप के जरिए बढ़ाया जाता है। लेकिन ये सिर्फ ३० मिनट के लिए ही कारगर है और लगातार ऐसा करने से लिंग को नुकसान पहुंच सकता है।
इसी प्रकार लिंग के साथ किये गये व्यायाम या वजन भी कामयाब साबित नहीं हुए हैं।
दवा और क्रीम
लिंग का आकार बढ़ाने वाली दवा या क्रीम आज तक कभी असरदार साबित नहीं हुई हैं। ''मेरे विचार में इस तरह के दावे करने वाले सभी विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।''
शल्य चिकित्सा
शल्य चिकित्सा ही शायद इकलौता तरीका है लिंग के आकार को थोड़ा सा बड़ा कर पाने का, लेकिन इसके परिणाम भी बेहदसामान्य ही हैं।
दुर्लभ मामलों में शल्य चिकित्सा के जरिए थोड़ा फर्क आ सकता है। ''यदि लिंग का आकार सचमुच छोटा है और शारीरिक कुरूप विकार ना हो तो ये चिकित्सा एक विकल्प है,'' डॉ.करोप्मन ने कहा।
''इस चिकित्सा से भी लिंग की नरम होने की अवस्था में ही बढ़ावा हो सकता है। उत्तेजित लिंग का आकार बढ़ाने का कोई उपाय नहीं है।''
असंतुष्ट
असंतुष्ट इस शल्य चिकित्सा से नरम अवस्था में लिंग के आकार में 1—1.5 सेमी तक ही वृद्धि देखी गई है। ''अधिकतर लोग इसके परिणाम से बहुत संतुष्ट नहीं होते।''
आखिर में डॉ. करोप्मन कहती हैं कि इस प्रकार कीशल्य चिकित्सा सिर्फ अच्छे डॉक्टर और अस्पतालों से ही करानी चाहिए।
''ये जरूरी है कि शल्य के दौरान लिंग की किसी तंत्रिका को नुकसान ना पहुंचे, ''डॉ. करोप्मन ने कहा। इस तरह का नुकसान लिंग के उत्तेजन को हमेशा के लिए खत्म कर सकता है।
लिंग आकार के बारे में और जानकारी. छोटा लिंग? ये सब सिर्फ दिमाग का खेल है।
क्या आकार से फर्क पड़ता है? आप क्या सोचते हैं? क्या अपने कभी लिंग आकार बढ़ाने के उपाए आजमाये हैं? नीचे टिप्पणी करें या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ उसे साझा करें। यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।