आंटी जी कहती हैं, अरे वाह पुत्तर, बीच पर छुट्टियां मनाना तो मुझे भी बहुत पसंद है। समंदर किनारे उगते और डूबते सूरज का नज़ारा और ख़ूबसूरत रेत, सबकुछ कितना अद्भुत होता है। खैर, आओ अब तुम्हारी समस्या पर बात करते हैं।
बहुत बड़ी दिक्कत
बेटा जी, माहवारी से क्या दिक्कत है...इसे आने दो ना..छुट्टियों के दौरान आ जाएगा तो क्या हो जाएगा। पुत्तर मैं सच बताऊं तो औरतें सिर्फ़ ट्रिप पर जाने के लिए ही नहीं बल्कि व्रत रखने, मंदिर जाने और पूजा पाठ जैसे कामों के लिए भी माहवारी टालने की दवाईयां खाती हैं। बेटा, अपने मासिक धर्म चक्र को बदलने के लिए तुम्हें भी सबकी तरह दवा की ज़रूरत पड़ेगी।
बेटा, पीरियड को टालने वाली दवाओं में हार्मोन होते हैं भले ही कम मात्रा में हों, लेकिन हैं तो हार्मोन्स ही।
अगर तुम्हें हार्मोन लेना ही है तो कम से कम उसे लेने का कारण तो अच्छा हो, ये क्या कि तुम व्रत, पूजा, मंदिर या घूमने जाने के नाम पर हार्मोन ले रही हो।
दूसरा पहलु
बेटा समीना, इसका एक दूसरा पहलू भी समझो। हर तरह की दवा (दारू से भी) कुछ ना कुछ समस्याएं होती ही हैं भले ही वे दुष्प्रभाव के रूप में हों। दवा खाने से तुम्हें पेट फूलने, जी मिचलाने और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। क्या तुम चाहती हो कि छुट्टियों में तुम्हें ये सब दिक्कतें हों? नहीं ना ! मेरा मानना है कि छुट्टियों के दौरान बीमार होना सबसे ख़राब चीज़ है। है ना बेटा?
ज़रूरत की चीज़ें साथ रखो
लेकिन मान लो अगर इसी बीच तुम्हें पीरियड आ गया तो क्या करोगी? तो बस ऐसी चीज़ें हमेशा अपने आसपास (पर्स में) रखना जो अचानक पीरियड आने की सूरत में मददगार होंI अगर तुम टैम्पोन इस्तेमाल करती हो तो इसे पहले से ही अपने पास रखना। छुट्टियों और यात्रा के दौरान पीरियड में टैम्पोन काफी सुविधाजनक होता है।
अगर तुम्हें टैम्पोन सुविधाजनक नहीं लगता है तो तुम अपने लिए हल्के और आरामदायक पैड ले जा सकती हो। पैड और पैंटी बार-बार बदलने की ज़रूरत पड़ती है इसलिए कई पैड और पैंटी साथ में रखना। इसके अलावा टिश्यू और जो कुछ भी दवाएं तुम लेती हो, उसे साथ रख लेना। बस हो गयी प्लानिंग।
पुरानी पहचान
समीना बेटा महिलाएं मासिक धर्म को बहुत बड़ी परेशानी समझती हैं, जबकि ऐसा कुछ है नहीं। माहवारी से डरने या परेशान होने की कोई ज़रूरत ही नहीं है।
माहवारी कोई नयी चीज़ तो है नहीं ..ये तो हर महीने होना ही है, है कि नहीं। मैंने सुना है कि महिलाएं शिकायत करती हैं और मासिक धर्म के बारे में किसी परेशानी की तरह बात करती हैं। इससे यह समस्या जितनी बड़ी होती नहीं है, उससे कहीं ज्यादा बड़ी बन जाती है।
इस बात से नकारा नहीं जा सकता है कि ज्यादातर महिलाओं और लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान अधिक परेशनी और दर्द होता है और वास्तव में यह एक गंभीर मामला हो सकता है। अगर तुम भी उनमें से एक हो और तुम्हें माहवारी के दौरान दर्द होता है तो निश्चित रूप से तुम्हें स्त्री रोग विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए।
मैं बस तुझे यह समझाने की कोशिश कर रही हूँ कि हमारा शरीर मासिक धर्म के बहाने अपना रखरखाव खुद ही करता है। अब पीरियड्स को वापस तो भेज नहीं सकते तो क्यों ना इसके आने पर नाक भों ना सिकोड़ें और ख़ुशी ख़ुशी इसका स्वागत करेंI
चलो बेटा समीना अब मुस्कुराओ और जाने की तैयारी करो। अपना सामान पैक करो और खूब सारी सैनिटरी नैपकिन भी रख लेना और इस दौरान जो भी खाने का मन होता है उसे भी रख लेना, सेक्सी कपड़े पहनकर बीच का मज़ा लो।
*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।
क्या आपने भी कभी माहवारी को आगे टालने की कोशिश की है? नीचे टिप्पणी करके या हमारे फेसबुक पेज पर लव मैटर्स (एलएम) के साथ जुड़कर अपने विचार हम तक पहुंचाएंI यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें।