मासिक धर्म में बदलाव, मरोड़े और स्पॉटिंग
चूंकि गर्भनिरोधन का सीधा सम्बन्ध आपके मासिक धर्म से होता है तो यह अप्रत्याशित नहीं है कि यह ऋतुचक्र को प्रभावित करता हैI गर्भनिरोधक लेते ही आपके पीरियड्स भारी या हलके होने शुरू हो सकते हैं या फिर आपको दो मासिकचक्रों के बीच में रक्त्स्त्राव भी हो सकता है जिसे स्पॉटिंग भी कहते हैंI
प्रागार्तव (premenstrual syndrome) से आपको छुटकारा मिलने की सम्भावना हो सकती है लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि यह पहले से और प्रबल हो जाएं और आप पहले से अधिक चिड़चिड़ी हो जायेंI अधिकतर दुष्प्रभाव बेहद सामान्य है और समय के साथ ठीक हो जाते हैंI गर्भनिरोधक जैसे पिल. ई-पिल, अंतर्गर्भाशयी यंत्र और इंजेक्टेबलस से आपको पीरियड समबन्धी दिक्कतें हो सकती हैं
सरदर्द
अगर आप सरदर्द से बेहद परेशान हैं तो इसकी वजह आपका गर्भनिरोधक हो सकता हैI खासकर तब जब आपने अभी-अभी उसका इस्तेमाल करना शुरू किया हैI यह आमतौर पर पिल, ई-पिल और हार्मोनल अंतर्गर्भाशयी यंत्र से होता हैI लेकिन कभी-कभार पिल आपका पुराना सरदर्द भी ठीक कर देती हैI
मितलापन
कितनी अजीब बात हैं ना? आप गर्भनिरोधक सुबह होने वाली दिक्कतें और मितली ना आने के लिए लेते हैं और खुद गर्भनिरोधक इसका कारण हो सकते हैंI इसका मुख्य कारण हार्मोनल तरीके जैसे पिल और ई-पिल होते हैं लेकिन कई बार यह इम्प्लांट की वजह से भी हो सकते हैंI
बाकी लक्षणों की तरह इस अवस्था में भी समय के साथ सुधार आ जाता है और शुरुआती कुछ हफ़्तों के बाद आप बेहतर महसूस करना शुरू कर देते हैंI कोशिश करें कि खाली पेट की बजाय, हल्का-फुल्का खा लेने के बाद पिल लें और देखें कि इससे आपकी हालत में सुधार आता है या नहींI
अधिहृषता (एलर्जी)
अगर कंडोम के इस्तेमाल के बाद आप या आप के साथी को किसी प्रकार की खुजली होती हो तो इसका मतलब यह है कि आपको लेटेक्स से एलर्जी हैI इससे बचने के लिए लेटेक्स-फ्री कंडोम इस्तेमाल कर सकते हैंI लेकिन अगर किसी गर्भनिरोधक, जैसे पिल, में इस्तेमाल हुए संघटकों से एलर्जी हो तो यह काफ़ी खतरनाक और भयानक हो सकता हैI अगर आपको किसी प्रकार की दवाइयों से एलर्जी है तो कोई भी गर्भनिरोधक शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेंI
त्वचा सम्बन्धी
गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से आपकी त्वचा में भी कुछ बदलाव आ सकते हैं, जोकि अच्छे या बुरे दोनों ही हो सकते हैं जैसे कई बार इससे कील-मुहांसे आ सकते हैं वही कई बार इनके इस्तेमाल से आपका चेहरा साफ़ भी हो सकता हैI इस बारे में भी गौर कर लें कि कहीं आपको पहले से कोई त्वचा सम्बन्धी परेशानी तो नहीं हैI
वजन सम्बन्धी
कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से वजन बड़ता है जोकि एक मिथक हैI यह अलग बात है कि कोई नया तरीका इस्तेमाल करने के बाद कुछ महिलाओं का वजन ज़रूर बड़ जाता हैI कुछ महिलाओं के लिए इस बड़े वजन से छुटकारा आसान होता है जबकि कुछ के लिए यह खासा मुश्किल हो सकता हैI पिल और इंजेक्टेबलस से आमतौर पर वजन बड़ता हैI
गर्भधारण
जी हाँ, सही पढ़ा है आपने! कुछ अविश्वसनीय गर्भनिरोधक तरीकों का दुष्परिणाम गर्भधारण भी हो सकता हैI ऐसा आमतौर पर प्राकृतिक तरीकों या निष्कासन विधि के साथ होता है क्यूंकि इन्हे ढंग से इस्तेमाल करना मुश्किल होता है और गलतियां होने की सम्भावना प्रबल रहती हैI
योनि में जलन और रिसाव
डायाफ्राम, स्पॉन्ज और शुक्राणुनाशक के इस्तेमाल की वजह से योनि के आस-पास जलन या खुजली हो सकती है, खासकर जब इन्हे ज़्यादा समय तक अंदर छोड़ दिया जाए तोI रिसाव होने में भी बदलाव हो सकते हैंI आमतौर पर इनका इस्तेमाल बंद करते ही इनसे जुड़े लक्षण भी बंद हो जाते हैं लेकिन अगर ज़्यादा परेशानी हो रही हो तो दूसरा गर्भनिरोधक इस्तेमाल करना बेहतर होगाI
और दुष्परिणाम...
पिल की वजह से कुछ और दिक्कतें भी हो सकती हैं जैसे कोलसमा ( चेहरे पर धब्बे), चक्कर आना और स्तन कोमल हो जानाI अंतर्गर्भाशयी यंत्र से निष्कासन हो सकता है, इम्पॉन्ट शरीर के अंदर गुम हो सकते हैं या उसके आसपास टिशू उत्पन्न हो सकते हैं और स्टरलाईज़ेशन से मनोवैज्ञानिक तनाव हो सकता है जो ज़्यादातर इस बात को लेकर होता है कि क्या इस गर्भनिरोधक को लेकर आपका फैसला सही था या नहींI
अस्वीकरण: यह आमतौर पर होने वाले प्रभाव हैं I कुछ स्थितियों में आपके स्वास्थ्य में गंभीर परेशानियां हो सकती तो अगर आपको लगता है कि आपके गर्भनिरोधक से आपको दिक्कतें हो रहीं हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करेंI
स्त्रोत: जीमन, एम. एंड हैचर आर. (2012): मैनेजिंग कॉनट्रासेपशन ब्रिजिंग द गैप फाउंडेशनI
यह लेख पहली बार 29 जनवरी, 2016 को प्रकाशित हुआ था।