जब विजय ने रिया को प्रपोज किया, तो उसने उसे साफ़ मना कर दिया लेकिन विजय जिद्दी था। उसने अपने दोस्त सोनू के साथ मिलकर रिया को धमकी दी और उससे कहा कि वह उसे ‘बर्बाद कर देगा'। रिया ने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपनी कहानी साझा की।
जब लड़कों के एक ग्रुप ने रोज़ शीतल को परेशान करना शुरू कर दिया, तो उसके लिए कोचिंग क्लास जाना एक बहुत बड़ा सर दर्द बन गया। इससे भी बुरा यह था कि आसपास के लोगों ने उन लड़कों को रोकने की जगह उनका साथ दिया और उल्टा उसे ही अकेले बाहर न जाने के सलाह दे डाली। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने स्थिति को हमेशा के लिए बदल दिया। शीतल ने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपनी कहानी साझा की।
रिचा हमेशा अपनी माँ और पिता की शादी के पीछे छिपे राज़ से पर्दा उठाना चाहती थीI लेकिन क्या वो सच के लिए तैयार थी? पढ़िए भावात्मक उतार चढ़ाव से भरी यह कहानी...
हर्षा बताती हैं कि उसके पिता की बदौलत किस तरह उनकी बहन की शादी उनके शहर में चर्चा का विषय बन गईI तो चाय की प्याली और रस लेकर इत्मिनान से बैठकर पढ़िए हर्षा की बहन की अनोखी शादी का यह किस्सा।
अगर आपको लगता है कि पाबंदियां केवल महिलाओं तक ही सीमित हैं तो एक बार इन बेचारे मर्दों की भी सुनेंI सामाजिक दबाव ने कई युवा मर्दों के सपनों की भी वाट लगा रखी हैI
पुरुष रोते नहीं हैंI गर्भावस्था - एक कैरियर का अंत। महिलाएं खराब चालक हैं! ऐसी दकियानूसी बातें जो यह दर्शाती हैं कि एक पुरुष और महिला क्या कर सकते हैं, ना जाने कब से हम अपनी संस्कृति में सुनते आ रहे हैंI आज हम आपके लिए कुछ ऐसी बातें लाएं हैं जो इस इस सोच पर सवालिया निशान उठाती हैI
इस समय पूरे देश में आज़ादी की बातें चल रही हैंI ऐसे में जागृति को बार बार पिछले साल की वो बातें याद आ रही हैं जब उसे हर दिन उन लोगों के साथ लड़ना पड़ा था जो उसके सबसे करीब थेI वो मैटर्स इंडिया को बताती है कि आज़ादी केवल पुरुषों के लिए हैI महिलाओं के लिए तो पुरुषों ने हर कदम पर पाबंदिया लगाई हुई हैंI
ज़माना चाहें जो हो लडकियाँ लड़कों से किसी मामले में पीछे नहीं हैं, बल्कि उनसे एक क़दम आगे ही रहती हैंI लेकिन जब बात आती है दिल के मामले में पहल करने की तो वे एक क़दम पीछे हटा लेती हैं। आज लड़कियां घरों से लेकर बड़ी-बड़ी कम्पनियाँ और जहाज़ तक चला रही हैं लेकिन फ़िर भी अपने दिल की बात कहने में वो आज भी हिचकिचाहट महसूस करती हैंI चलिए आज हम उनकी कुछ मदद कर देते हैं, यह बताकर कि अपने पसंदीदा लड़के से बात कैसे शुरू करेंI
निष्ठा*, दिल्ली की एक कामकाजी महिला हैI उसे आये दिन अपने पड़ोसियों से ताने सुनते पड़ते थे कि वो अपने पति, विजय*, से घर के काम करवाती हैI लेकिन जब उन्होंने उसके हाथ के बने राजमा चावल खाये तो...!
नाजमा और उसकी दोस्त कविता के घर आसपास थे और घर की नज़दीकियां कब दिलों की नज़दीकियों में बदल गयी, उन दोनों को ही एहसास नहीं हुआI हालांकि, दोनों कभी उन भावनाओं को समझ नहीं पायी और शायद इसीलिए वो भावनाएं अंदर ही रह गयीI कई सालों बाद जब कविता को नाज़मा के दुखद वैवाहिक रिश्ते के बारे में पता चला तो वो यह सोचने पर विवश हो गयी कि अगर नाज़मा को उसकी खुद की कामुकता को समझने और तलाशने में सहायता मिल गई होती तो शायद आज हक़ीक़त कुछ और होतीI कविता आज उस लड़की के बारे में बात कर रही है जो 'उसे बहुत याद करती थी'
भारतीय परिवारों में सेक्स के बारे में बात करना हमेशा निषिद्ध रहा है। 90 के दशक के नौजवानों के लिए सेक्स के बारे में कुछ भी जानने का एकमात्र तरीका बॉलीवुड था। किरण आज हमारे लिए वो सारी जानकारी लेकर आयी है जो उसे बॉलीवुड से मिली, या शायद नहीं मिलीI
भोपाल की सीमा 29 साल की उम्र में विधवा हो गयी थीI बच्चो का सही पालन-पोषण करने और उनके अच्छे भविष्य के चक्कर में सीमा खुद की शारीरिक इच्छाओं के बारे में जैसे भूल ही गयी थीI लेकिन इंटरनेट की मदद से मिला उसके एक अप्रत्याशित दोस्तI