सागरिका को पूरा यकीन था कि उनके मम्मी पापा सना के साथ उसके रिश्ते को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे। जबकि उनके मम्मी पापा इस बात से हैरान थे वह इतनी सामान्य सी बात को लेकर क्यों रो रही हैं। उन्होंने लव मैटर्स इंडिया के साथ अपने माता-पिता के समर्थन की इस अनोखी कहानी को साझा किया।
किसी दिन आपके ऑफिस या ग्रुप का कोई व्यक्ति आपको यह बताता है कि वह समलैंगिक है। क्या उसके प्रति आपका नज़रिया बदल जाएगा और आप उससे सावधान रहने लगेंगे? हां या नहीं। यदि आपको अजीब लगता है या फिर आप इस भ्रम में हैं कि उससे कैसे बात करें या उसे क्या कहकर बुलाएं तो लव मैटर्स इंडिया आपकी मदद करने के लिए यहां मौजूद है।
अधिकांश संस्कृतियों में, जिसमें हमारी भी शामिल है, पहली बार सेक्स करने को बहुत सवालिया नज़रों से देखा जाता हैI शायद ऐसा विर्जिनिटी या कौमार्य खोने की हमारी धारणाओं की वजह से हैI यह अवधारणा मिथकों से भरी हुई है और अक्सर इसे केवल 'महिलाओं की समस्या' माना जाता हैI कुछ गलत धारणाओं से पर्दा उठाने और कौमार्यता के बारे में और जानने के लिए पढ़िए कुछ ख़ास महत्त्वपूर्ण तथ्यI
मी टू एक ऐसा अभियान है, जिसके ज़रिये महिलाएं अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभवों को सार्वजनिक रूप से साझा कर रही हैं। लव मैटर्स इंडिया बता रहा है कि दुनिया में व्यापक रूप से उपयोग की गई हैशटैग मी टू की भारत में क्या प्रासंगिकता है।
सेक्स और रिश्तों पर खुलकर बातें करने वाला भारत का पहला ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लव मैटर्स इंडिया भारत में गर्भपात से जुड़े कलंक को खत्म कर लोगों को सुरक्षित गर्भपात के लिए प्रेरित करने की ओर लक्षित हैI इसे सफल बनाने के लिए हमने एक अभियान शुरू किया है जिसका नाम है #IAmNotAlone - क्या दोगे मेरा साथ?
मेघा के कई सम्बन्ध रह चुके थे, लेकिन जैसे ही उसका कोई भी रिश्ता शारीरिक मोड़ लेने लगता वो पीछे हट जाती और सम्बन्ध तोड़ लेतीI शायद बहुत पहले घटी किसी एक दर्दनाक घटना की वजह से शारीरिक छवि और सेक्स को लेकर उसकी भावनाएं बदल चुकी थीI
"नार्थ ईस्ट से आई महिलाओं को आये दिन नस्लवाद और यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता हैI" क्या ऐसा सही में होता है या यह एक शहरी मिथक है? लव मैटर्स ने छह पूर्वोत्तर महिलाओं से पूछा कि क्या उन्होंने दिल्ली में भेदभाव का अनुभव किया हैI
*जबकि उदय के मकान मालिक ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी लेकिन फिर भी उसने इस बारे मे पुलिस मे रिपोर्ट नही लिखवाने का फैसला किया क्योंकि वह जानता था कि ऐसा करने पर उस ही जेल हो सकती है।
अमरीका और हॉलैंड के शोधकर्ताओं द्वारा की गयी एक रिसर्च से पता चला है कि वे बच्चे ज़्यादा उज्जवल और खुश होते हैं जनकी परवरिश एक मां और एक पिता के बजाय दो लेस्बियन महिलाओं ने की होती हैI इस के लिए शोधकर्ताओं ने जन्म से लेकर उनके व्यस्क होने तक 150 से अधिक ऐसे बच्चों पर अध्ययन किया जिनका पालन दो समलैंगिक महिलाओं ने किया थाI उन्होंने पाया कि लेस्बियन माओं की संताने एक मां और एक पिता के साथ बड़ी हो रही संतानो की तुलना में बेहतर थीI
आपके शरीर के साथ क्या होना चाहिए, या फ़िर क्या नहीं, इसका फैसला लेने का हक़ केवल आपको करना हैI फ़िर चाहे बात हो एक चुम्बन की या फ़िर सम्पूर्ण सेक्स की, यह आपकी सहमति के बिना नहीं हो सकताI दो बार नहीं, एक बार नहीं, कभी भी नहीं और यह हर किसी पर हर स्थिति में लागू होता हैI
आप अपनी योनि या लिंग को कैसे स्वच्छ रख सकते हैं? हम सभी को यह तो पता है कि अपने हाथ कैसे धोने और साफ़ करने हैं लेकिन कई अभी भी इससे अनभिज्ञ हैं कि अपने जननांगो को कैसे धोया जाएI