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जानिये लिंग की ऊपरी चमड़ी को पीछे खींचने में क्यों होती है परेशानी?

Submitted by Arpit Chhikara on बुध, 01/23/2019 - 12:12 बजे
कभी-कभी पुरुषों को अपने लिंग की ऊपरी चमड़ी या फोरस्किन को पीछे खींचने में काफी परेशानी होती है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है तो घबराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि यह कोई बीमारी नहीं है। इस समस्या को फिमोसिस कहा जाता है। आइये फिमोसिस के बारे में विस्तार से जानते हैं।

फिमोसिस क्या है?

फिमोसिस पुरुषों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है जिसमें लिंग के ऊपर की चमड़ी लिंग के शीर्ष या ग्लांस से पीछे नहीं हट पाती है। यह कोई ऐसी बीमारी नहीं है जिसके निदान के बारे में सोच कर आप अपनी रातों की नींद हराम कर लें। यह सिर्फ़ एक शारीरिक समस्या है जो कुछ पुरुषों में होती है और कुछ में नहीं होती है।

फिमोसिस की स्थिति

हर पुरुष में लिंग के ऊपर की चमड़ी को पीछे खींचने की सीमा अलग अलग होती है। कुछ पुरुषों में यह पूरी तरह आसानी से पीछे खिंच जाती है जिसके कारण लिंग का गुलाबी रंग का शीर्ष स्पष्ट दिखायी देने लगता है। जबकि कुछ पुरुषों की फोरस्किन बहुत टाइट होती है और ग्लांस के चारों ओर इस तरह जकड़ी होती है कि उनके लिंग का सिर्फ मूत्र छिद्र ही दिखायी देता है।

क्या यह प्राकृतिक रूप से सामान्य बात है?

जिस पुरुष की फोरस्किन जितनी अधिक तंग होती है उसे पीछे खींचने में उतना ही अधिक दर्द होता है। कुछ लड़के शुरूआत में हस्तमैथुन करते हैं जिसके कारण फिमोसिस खत्म हो जाती है और लिंग को बार बार रगड़ने और आगे पीछे करने के कारण यह चमड़ी पीछे की ओर आसानी से खिसकने लगती है। लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि फिमोसिस को दूर करने का यह तरीका कभी नहीं अपनाना चाहिए क्योंकि इससे लिंग की त्वचा क्षतिग्रस्त हो सकती है और ब्लीडिंग और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। कुछ गंभीर मामलों में लिंग के शीर्ष हिस्से में सूजन आ सकती है। यहां तक कि फोरस्किन का हल्का सा खिंचना भी काफी हानिकारक साबित हो सकता है।

क्या यह वाकई चिंता का विषय है?

फिमोसिस पुरुषों को हस्तमैथुन के दौरान होने वाले दर्द से बचाता है। कुछ मामलों में पुरुष स्खलन के लिए सिर्फ़ स्वप्नदोष पर निर्भर रहते हैं। ऐसे में जब वे सेक्स करते हैं तो लिंग के आगे पीछे होने के कारण फोरस्किन में दर्द होने लगता है। कभी-कभी कुछ पुरुषों को उत्तेजित होने में भी इसकी वजह से दर्द होने लगता है।

खतना और फिमोसिस

कुछ धर्मों में लड़कों के लिंग के फोरस्किन को ब्लेड से काट दिया जाता है जिसे खतना कहते हैं। जब एक बार किसी लड़के का खतना हो जाता है तब उसे फिमोसिस की समस्या कभी नहीं होती है। आज के समय में नए संसाधनों के विकसित हो जाने से  प्रशिक्षित डॉक्टर फिमोसिस का इलाज शल्य चिकित्सा द्वारा करते हैं। आमतौर पर दर्द निवारक दवा और एनेस्थीसिया देकर एक छोटी सी सर्जरी की जाती है जिससे दर्द का अनुभव नहीं होता है।

सर्जरी के बाद क्या होता है?

जब एक बार व्यक्ति का खतना हो जाता है या उसका फिमोसिस ठीक हो जाता है तब फोरस्किन लिंग के शीर्ष से अगर सरक जाता है। इसमें लिंग का गुलाबी रंग वाला भाग स्पष्ट दिखायी देता है और दर्द भी नहीं होता है। जिस जगह लिंग का शीर्ष हिस्सा और फोरस्किन मिलते है वहां एक चिपचिपा सा पदार्थ जमा रहता है। इसमें एक अलग तरह की गंध होती है जिसे स्मेग्मा कहते हैं। पुरुषों को अपने लिंग की ऊपरी चमड़ी को आगे पीछे करके स्मेग्मा को साफ कर लेना चाहिए और स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिएI

आपको क्या करना चाहिए?

यदि आपको अपने लिंग की चमड़ी को पीछे खींचने में परेशानी हो रही हो या हस्तमैथुन और सेक्स के दौरान फोरस्किन पीछे नहीं खिसक पा रहा हो तो ऐसी स्थिति में अपने पिता, भाई या किसी बड़े से इस बारे में बात करें। इसके बाद किसी अनुभवी डॉक्टर से मिलकर फिमोसिस से छुटकारा पाने के लिए सलाह लें। कभी-कभी बिना चीड़ फाड़ के भी फिमोसिस को ठीक किया जा सकता है लेकिन यह इस समस्या की गंभीरता पर भी निर्भर करता है।

*गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं और तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।

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लेखक के बारे में: अर्पित छिकारा को पढ़ना, लिखना, चित्रकारी करना और पॉडकास्ट सुनते हुए लंबी सैर करना पसंद है। एस आर एच आर से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखने के अलावा, वह वैकल्पिक शिक्षा क्षेत्र में भी काम करते हैं। उनको इंस्टाग्राम पर भी संपर्क कर सकते हैं।