शिश्न कई तरह के हो सकते हैं - लम्बे, छोटे, मोटे, पतलेI कई पुरुषों को यह चिंता सताती रहती है कि उनका शिश्न/लिंग छोटा हैI लेकिन अधिकतर यही देखा गया है कि हम बेकार में ही खुद पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना लेते हैI एक रिसर्च के मुताबिक़ भी यही सिद्ध हुआ कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जिन पुरुषों के शिश्न बड़े होते हैं वो एक औरत को अधिक शारीरिक सुख दे पाने में सक्षम हैंI
आमतौर पर जब लिंग बड़ा और कड़ा हो जाता है, जिसे लिंग का तनाव् भी कहते है, तो उसकी लम्बाई 2.75 से लेकर 6.7 इंच तक हो सकती हैI बहुत ही कम पुरुषों के लिंग सूक्ष्म लिंग (micropenis) की श्रेणी में आते हैंI माइक्रोपीनस उस लिंग को कहा जाता है जिसकी लंबाई तनी हुई अवस्था में 2.75 इंच से कम होती है। ऐसा तब होता है, जब मां की कोख में बच्चे के विकास के दौरान पुरुष हार्मोन टेस्टेरोन का स्तर काफी कम होता है। अधिकांश पुरुष जिन्हें अपने लिंग के माइक्रोपीनस होने की चिंता होती है, उनके लिंग वास्तव में ऐसी स्थिति में नहीं होते हैं।
वैसे तो शिश्न की लम्बाई बड़ाने के लिए बाजार में कई उत्पाद मौजूद है लेकिन यह बिना शल्य चिकित्सा के मुमकिन नहीं हैI और शल्य चिकित्सा के बाद भी एक लिंग की लम्बाई और आकार में बहुत ही मामूली रूप से बदलाव आता हैI
नीचे है एक छोटा और जोशीला वीडियो जो शिश्न की लम्बाई और आकारों को लेकर जो मिथ्य प्रचलित हैं, उन्हें ख़त्म करता है और कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्यों पर प्रकाश डालता हैI
गायत्री परमेस्वरन एक बहु-पुरस्कार विजेता लेखक, निर्देशक और इमर्सिव मीडिया कार्यों की निर्माता हैं। वह भारत में पैदा हुई और पली-बढ़ी और वर्तमान में बर्लिन में रहती है, जहां उन्होंने NowHere Media की सह-स्थापना की - एक कहानी सुनाने वाला स्टूडियो जो समकालीन मुद्दों को एक महत्वपूर्ण लेंस के माध्यम से देखता है। उन्होंने अपने शुरुआती वर्षों में लव मैटर्स वेबसाइट का संपादन भी किया। उनके बारे में यहाँ और जानें।