Shutterstock/Aaron Amat

कीगल व्यायाम: पाएं ऑर्गेज्म और जाने क्या क्या 

Submitted by Akshita Nagpal on बुध, 12/25/2019 - 10:58 पूर्वान्ह
बिस्तर पर आराम से लेटकर कर भी यह आपको ऑर्गेज्म प्राप्त करने में मदद करता है। इसके अलावा यह बच्चे को जन्म देने में मदद करता है और मूत्र पर आपके नियंत्रण को और मजबूत बनाता है। क्या अब भी और कोई कारण बताने की ज़रूरत है कि योनि के लिए आपको ये व्यायाम क्यों करना चाहिए?चलिए वो भी बता देते हैंI

कीगल क्या है?

हम अक्सर सुनते हैं कि जिम जाने वाले लोग विशेष दिनों में शरीर के विशेष अंगों से जुड़ी एक्सरसाइज के लिए ‘लेग डे’ और ‘आर्म डे’ जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं। क्या आपने कभी किसी को वजाइना डे कहते सुना है? जी हां, योनि को भी एक्सरसाइज की ज़रूरत है और हम यहां हस्तमैथुन या संभोग की बात नहीं कर रहे हैं। योनि से जुड़े ऐसे कई व्यायाम हैं जिन्हें कीगल एक्सरसाइज के नाम से जाना जाता है।

कीगल एक्सरसाइज का नाम एक अमेरिकी स्त्री रोग विशेषज्ञ अर्नोल्ड एच कीगल के नाम पर पड़ा जिन्होंने 1940 के दशक में इस व्यायाम का विकास किया। कीगल एक्सरसाइज को पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज भी कहा जाता है क्योंकि यह पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत बनाती है जो योनि, गर्भाशय, मलाशय, मूत्राशय और छोटी आंतों को सहारा देती हैं। इस तरह बहुत से अंगों के देखभाल की ज़िम्मेदारी इन मांसपेशियों के ऊपर हैI है ना?

कीगल व्यायाम से मुझे क्या फायदा है ?

पेल्विक फ्लोर मसल्स पर दबाव के कारण ये उम्र के साथ कमजोर हो सकती हैं। पेल्विक मांसपेशियां कमजोर होने के कारण मूत्र रिसाव या अचानक गैस या मल बाहर निकल जाने जैसी समस्याएँ होने लगती हैं। पेल्विक मांसपेशियों के और अधिक कमजोर होने पर यह पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स (पीओपी)  जैसी स्थिति जन्म ले सकती है। इसका मतलब यह है कि पेल्विक मांसपेशियों के सहारे टिके एक या अधिक अंग अपनी सामान्य स्थिति से हट जाते हैं और योनि पर दवाब बढ़ाते हैं और कुछ मामलों में ये अंग योनि से बाहर आ जाते हैं। अब आप खुद ही अंदाज़ा लगा सकते है कि यह स्थिति कितनी बेचैनी भरी और पीड़ादायक हो सकती है।

पीओपी उम्र बढ़ने, गर्भावस्था, योनि के माध्यम से बच्चे को जन्म देना, लगातार खांसी और छींकने के कारण हो सकता है। पीओपी के लक्षण दिखायी दे सकते हैं और नहीं भी। रोज़ाना सही तरीके से कीगल एक्सरसाइज करने से  पीओपी को रोका जा सकता है और यदि आप पहले से ही इससे पीड़ित हैं तो ये एक्सरसाइज इसे बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।

हमने ये तो बताया ही नहीं कि कीगल एक्सरसाइज से एक बेहतर ऑर्गेज्म कैसे प्राप्त किया जा सकता है? अरे हां. कीगल मांसपेशियों की मजबूती आपके यौन अनुभवों को बेहतर बनाती है और इसके कारण ऑर्गेज्मिक संकुचन (दूसरे शब्दों में टैरिफिक ऑर्गेज्म) बेहतर होता है। एक अच्छे ऑर्गेज्म का मतलब है- एक अच्छा सेक्स। कीगल के अलावा बेहतर सेक्स के लिए अन्य व्यायाम भी हैं

कीगल एक्सरसाइज कैसे करें

एक्सरसाइज शब्द सुनने में कठिन लग सकता है, लेकिन कीगल एक्सरसाइज बहुत आसान है और इसे आप तब भी कर सकती हैं जब आप लेटी हों, काम पर जा रही हों, नेट पर वीडियो देख रही हों या फिर कोई दूसरा काम कर रही हों। एकमात्र मुश्किल काम है अपनी पेल्विक मसल्स को पहचानना और महसूस करना। यह पहली बार में थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन नियमित अभ्यास के बाद आसान हो जाता है। पेल्विक मांसपेशियों को महसूस करने के कुछ तरीके निम्न हैं :

  • कुछ सेकंड के लिए मूत्र के प्रवाह को बीच में रोकें। ऐसा करने के लिए आपने जो मांसपेशियां खींची हैं, उन्हें याद रखें। जो मांसपेशियां यह कार्य करती हैं वही पेल्विक मांसपेशियां हैं और इन्हें ढूंढकर हमें कीगल एक्ससाइज करनी चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि मूत्र को बार-बार ना रोकें अन्यथा इससे आपको संक्रमण और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
  • निकलती हुई गैस को रोकने की कोशिश करें। हम सभी इस स्थिति से गुजरते हैं, लिफ्ट, ऑफिस के मीटिंग रुम, भीड़ से भरी बस और ट्रेन में गैस को रोकने की कोशिश करें। हम पहले ही अपनी पेल्विक मांसपेशियों को महसूस कर चुके हैं।
  • कल्पना कीजिए कि आप अपनी योनि से किसी टैम्पोन, मेंस्ट्रुअल कप, सेक्स टॉय या लिंग को दबा रही हैं. वो जो एहसास है वो पेल्विक मांसपेशियों के सिकुड़ने के कारण ही है।

पेल्विक मांसपेशियों को महसूस करने का एक अच्छा तरीका है जब आप नीचे लेटती हैं। तब यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि आपको अपने पेट, कूल्हे या आंतरिक जांघ की मांसपेशियों को पेल्विक मांसपेशियों के साथ हिलाना डुलाना नहीं है। 

एक बार जब हमें समझ में आ जाता है कि पेल्विक मांसपेशियों को हिलाने पर कैसा महसूस होता है तब हम यह भी जान जाते हैं कि कीगल एक्सरसाइज क्या है। है ना एकदम आसान। पेल्विक मांसपेशियों में प्रत्येक संकुचन को कम से कम तीन से पांच सेकेंड तक बनाए रखें और दस या इससे अधिक बार इस एक्सरसाइज का अभ्यास करें।

जैसे-जैसे कीगल एक्सरसाइज करने की आदत पड़ने लगे वैसे ही संकुचन के समय को भी धीरे धीरे 10 सेकेंड से अधिक बढ़ाने की कोशिश करें और नियमित 40 बार यह एक्सराइज दोहराएं। कीगल एक्सरसाइज को और भी मजेदार बनाने और अद्भुत ऑर्गेज्म प्राप्त करने के लिए आप इसमें कुछ तब्दीली कर सकती हैं। 

गोपनीयता बनाये रखने के लिए नाम बदल दिए गये हैं, तस्वीर में मॉडल का इस्तेमाल किया गया है।

क्या आप भी यौन स्वास्थ्य से जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते हैं? यदि आपके पास कोई विशिष्ट प्रश्न है, तो कृपया हमारे चर्चा मंच पर एलएम विशेषज्ञों से पूछें। हमारा फेसबुक पेज चेक करना ना भूलें।