what is cuckold sex
Shutterstock/Prostock-studio/Persons in the photo are models

जानिए क्या है कुकोल्डिंग?

हमें अपने पाठकों से कुकोल्डिंग से जुड़े बहुत सारे सवाल मिलते हैं और वे यह जानना चाहते हैं कि वे इसे अपने सेक्स लाइफ में कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं। तो बिना किसी झिझक के, आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।

कुकोल्डिंग क्या है?

यह शब्द 'कुकोल्ड' से लिया गया है, जिसका इस्तेमाल मध्ययुगीन काल में एक ऐसे पति के लिए किया जाता था जो अपनी पत्नी की बेवफाई से अनजान था और उन  बच्चों को पाल पोसकर बड़ा करता था जो उसके थे  ही नहीं  - यह मामला बिलकुल कूकू पक्षी की तरह है जो अन्य पक्षियों के घोंसले में अंडे देती है और चूजों को पालने के लिए वहीं छोड़ देती है जोकि उन पक्षियों के नहीं होते हैं।

कुकोल्डिंग एक फेटिश है जहां एक व्यक्ति अपने पार्टनर को किसी और के साथ यौन संबंध बनाते देखकर उत्तेजित होता है। और यह उस व्यक्ति की सहमति से होता हैं।

यह कहा जा सकता है कि कुकोल्डिंग, बहुविवाह, ओपन रिलेशनशिप या पार्टनर स्वैपिंग आदि से दो कारणों से अलग है। पहला तो ये कि इसमें तीसरा व्यक्ति केवल यौन रूप से शामिल होता है न कि भावनात्मक रूप से, और दूसरा कारण यह है कि 'कुक' या वह  व्यक्ति जिसे अपने पार्टनर को सेक्स करते हुए देखना अच्छा लगता है, वह भी इसमें निष्क्रिय रूप से शामिल होता है।

इस पूरी फेटिश में जो पार्टनर सिर्फ़ देख रहा होता है उसे ‘कुक’ कहा जाता है, दूसरा पार्टनर जो सेक्स में शामिल होता है उसे ‘कुकोल्ड्रेस’ और तीसरे बाहरी व्यक्ति को ‘बुल’ कहा जाता है। आमतौर पर, कुक सेक्स के दौरान मौजूद होता है। हालांकि, टेक्नोलॉजी का एहसानमंद होना चाहिए कि अब वर्चुअली भी कुकोल्डिंग में शामिल हुआ जा सकता है। जिसमें देखने वाले पार्टनर के साथ सेक्स के दौरान मैसेज, फोटो या वीडियो शेयर किए जा सकते हैं।

आधुनिक समय का कुकोल्ड या कुक उस प्राचीन परिभाषा से बहुत अलग है, क्योंकि वे न केवल इसके बारे में जानते हैं, बल्कि किसी अन्य व्यक्ति के साथ अपने पार्टनर के सेक्सुअल रिलेशन के लिए उनकी सहमति भी होती है। इसके अलावा, यह जरूरी नहीं है कि कुकोल्ड सिस-जेंडर, विषमलैंगिक पुरुष हो। 'कुक' एक महिला भी हो सकती है जो अपने पुरुष पति को किसी अन्य महिला या पुरुष या सेम-सेक्स रिलेशनशिप पार्टनर के साथ देखने का आनंद लेती है। तो, कुक और बुल हमेशा पुरुष नहीं होते हैं और कुकोल्ड्रेस हमेशा महिला नहीं होती है।

सुरक्षित रहने के लिए टिप्स

यदि कुकोल्डिंग को ट्राई करने का निर्णय लेते है तो आपको सहमति और सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। यहां सुरक्षित कुकोल्डिंग के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन्हें आपको बिलकुल नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए:

  • आपके पार्टनर की सहमति: यदि आप यह करना चाहते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका पार्टनर किसी और के साथ यौन संबंध रखने के लिए तैयार है। इस फेटिश के दौरान यदि आपका पार्टनर असहज महसूस करता है, तो आपको एक कदम पीछे हटने के लिए तैयार रहना चाहिए। इससे आप उत्तेजित होते हैं सिर्फ़ इसलिए अपने पार्टनर पर किसी और के साथ यौन संबंध बनाने के लिए दबाव न डालें। पार्टनर के मना करने पर उसे सजा न दें और न ही अंतरंगता को कम करें। 
  • बैकग्राउंड पता कर लें: उस तीसरे इंसान का चयन करने से पहले अपने रिसर्च में पूरी तरह से सावधानी बरतें। बैकग्राउंड की जांच करें, उनके मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछें और उन्हें शामिल करने से पहले आप जो चाह रहे हैं उस पर स्पष्ट बात करने के लिए बुलाएं।
  • न्यूट्रल जगह चुनें: एक बार जब किसी को चुन लेते हैं, तो कुकोल्ड सेक्स में शामिल होने के लिए एक होटल जैसी न्यूट्रल जगह चुनें। न उन्हें अपने घर न बुलाएं और न ही उनके घर जाएं।
  • पर्सनल डिटेल शेयर न करें: उन के साथ पर्सनल डिटेल जैसे फोन नंबर, अपने घर का या ऑफिस का पता आदि  शेयर करने की सलाह नहीं दी जाती है। उन्हें सख्ती से केवल सेक्स तक सीमित रखें।
  • हमेशा सुरक्षित सेक्स करें: इस प्रक्रिया में एक पार्टनर दूसरे अजनबी व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाता है - ऐसे में यौन संचारित रोगों का खतरा हो सकता है। इसलिए चाहे कुकोल्ड्रेस लिंग-योनि इंटरकोर्स करे या नहीं, लेकिन आप डेंटल डैम और कंडोम जैसे सुरक्षा का इस्तेमाल जरूर करें।

कोई सवाल? नीचे टिप्पणी करें या हमारे चर्चा मंच पर विशेषज्ञों से पूछें। हमारा फेसबुक पेज चेक करना ना भूलें। हम Instagram, YouTube  और Twitter पे भी हैं!

आरुषि चौधरी एक फ्रीलैंस पत्रकार और लेखिका हैं, जिन्हें पुणे मिरर और हिंदुस्तान टाइम्स जैसे प्रिंट प्रकाशनों में 5 साल का अनुभव है, और उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रिंट प्रकाशनों के लिए लगभग एक दशक का लेखन किया है - द ट्रिब्यून, बीआर इंटरनेशनल पत्रिका, मेक माय ट्रिप , किलर फीचर्स, द मनी टाइम्स, और होम रिव्यू, कुछ नाम हैं। इतने सालों में उन्होंने जिन चीजों के बारे में लिखा है, उनमें से मनोविज्ञान के प्रिज्म के माध्यम से प्यार और रिश्तों की खोज करना उन्हें सबसे ज्यादा उत्साहित करता है। लेखन उनका पहला है। आप आरुषि को यहां ट्विटर पर पा सकते हैं।

क्या आप इस जानकारी को उपयोगी पाते हैं?

Comments
नई टिप्पणी जोड़ें

Comment

  • अनुमति रखने वाले HTML टैगस: <a href hreflang>